NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
लैटिन अमेरिका
पराग्वे के छात्र और किसान सार्वजनिक शिक्षा के लिए अधिक बजट की मांग की
नेशनल फ़ेडरेशन ऑफ़ सेकेंडरी स्टूडेंट्स ने कहा कि लैटिन अमेरिकी देशों में से पराग्वे एक ऐसा देश है जो शिक्षा के क्षेत्र में सबसे कम निवेश करता है।
पीपल्स डिस्पैच
26 Aug 2020
पराग्वे

हाई स्कूल और यूनिवर्सिटी के छात्रों के साथ-साथ पराग्वे के किसान सार्वजनिक शिक्षा क्षेत्र के लिए अधिक बजट की मांग कर रहे हैं। वे यह भी मांग कर रहे हैं कि राष्ट्रीय सरकार उस बिल को पारित करे जो सरकारी यूनिवर्सिटियों में शिक्षण शुल्क वसूलने पर रोक लगाता है और इसे राष्ट्रीय स्तर पर और स्थायी आधार पर लागू करे।

26 अगस्त को छात्रों और किसानों के संगठनों जैसे कि नेशनल फेडरेशन ऑफ सेकेंडरी स्टूडेंट्स (एफईएनएईएस), कोऑर्डिनेशन ऑफ यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स ऑफ द नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ असुनसियन (सीईयूएनए), कई किसान संगठनों एक साथ लाने वाला मंच द नेशनल इंटरसेक्टोरियल कोऑर्डिनेटर (सीएनआई) और पीजैंट, इंडिजेनस एंज पोपुलर ऑर्गनाइजेशन(एसीआईपी) अपनी मांगों के समर्थन में राजधानी असुनसियन में बड़े पैमाने पर इकट्ठा होंगे। उन्होंने 24 अगस्त को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी घोषणा की और नागरिकों से अपने संघर्ष में समर्थन करने के लिए आह्वान किया।

ज़ीरो ट्यूशन फीस क़ानून का विरोध करने और शिक्षा क्षेत्र में कटौती को बढ़ावा देने को लेकर छात्रों और नागरिकों के एक समूह ने वित्त मंत्री बेनिग्नो लोपेज के आवास के बाहर प्रदर्शन किया। पिछले महीनों में सामान्य रूप से दोनों चैंबर ऑफ डेप्युटी और सीनेट ने उक्त बिल को मंज़ूरी दे दी है। 26 अगस्त को चैंबर ऑफ डेप्युटी इस क़ानून के अनुच्छेदों पर चर्चा और बहस करेगा। विरोध करने वाले क्षेत्रों की मांग है कि ये क़ानून इस तरह से बनाया जाए कि इसका लाभ सभी को मिले, विशेष रूप से सबसे कमज़ोर आबादी को इसका लाभ मिले जो उच्च शिक्षा के साथ-साथ आर्थिक संसाधनों की कमी के कारण पढ़ाई छोड़ देते हैं।

एफईएनएईएस ने एक आधिकारिक बयान में इस बात की निंदा की कि "वर्तमान में पराग्वे क्षेत्रीय स्तर पर शिक्षा में सबसे कम निवेश वाले देशों में से है" और "ख़राब शैक्षणिक स्थितियों" के चलते "पढ़ाई का स्तर निम्न दर्जे का है।"

छात्रों की मांग है कि राष्ट्रपति मारियो अब्दो बेनिटेज़ की सरकार धीरे-धीरे शिक्षा के लिए बजट उस स्तर तक बढ़ाए जब तक कि यह सकल घरेलू उत्पाद के 7% तक नहीं पहुंच जाता है जो कि शिक्षा क्षेत्र के लिए यूनाइटेड नेशन्स एजुकेशनल, साइंटिफिक एंड कल्चरल ऑर्गनाइजेशन (यूनेस्को) द्वारा न्यूनतम निवेश की अनुशंसा की गई है। वर्तमान में शिक्षा बजट देश के कुल सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 3.7% है।

इसके अलावा वे फ्री फंड (सरकार द्वारा सार्वजनिक शिक्षण संस्थानों को भेजे गए संसाधन) में राशि के बढ़ाने, स्कूल में भोजन के लिए फंड बनाने, मॉडर्न कंप्यूटिंग टेक्नोलॉजी और टेक्नीकल स्कूलों के लिए उपकरण, आपूर्ति और उपकरणों की वृद्धि की मांग करते हैं।

जब तक उक्त मांगों को स्वीकार नहीं कर लिया जाता है तब तक एफईएनएईएस ने अनिश्चित काल के लिए लामबंद होने की घोषणा की है। फेडरेशन ने कहा है कि उसने पहले इन मांगों को वित्त मंत्रालय को निवेश में वृद्धि के लिए प्रस्तुत किया था लेकिन उन्होंने इस पर ध्यान नहीं दिया था।

paraguay
paraguay students protest
education system of paraguay
students protest for education
students protest in paraguay

Related Stories

पराग्वेः हज़ारों डॉक्टरों, किसानों, शिक्षकों और ट्रक चालकों ने विरोध प्रदर्शन किया

पराग्वे में राष्ट्रपति और उनके मंत्रिमंडल के इस्तीफ़े की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन जारी


बाकी खबरें

  • sedition
    भाषा
    सुप्रीम कोर्ट ने राजद्रोह मामलों की कार्यवाही पर लगाई रोक, नई FIR दर्ज नहीं करने का आदेश
    11 May 2022
    पीठ ने कहा कि राजद्रोह के आरोप से संबंधित सभी लंबित मामले, अपील और कार्यवाही को स्थगित रखा जाना चाहिए। अदालतों द्वारा आरोपियों को दी गई राहत जारी रहेगी। उसने आगे कहा कि प्रावधान की वैधता को चुनौती…
  • बिहार मिड-डे-मीलः सरकार का सुधार केवल काग़ज़ों पर, हक़ से महरूम ग़रीब बच्चे
    एम.ओबैद
    बिहार मिड-डे-मीलः सरकार का सुधार केवल काग़ज़ों पर, हक़ से महरूम ग़रीब बच्चे
    11 May 2022
    "ख़ासकर बिहार में बड़ी संख्या में वैसे बच्चे जाते हैं जिनके घरों में खाना उपलब्ध नहीं होता है। उनके लिए कम से कम एक वक्त के खाने का स्कूल ही आसरा है। लेकिन उन्हें ये भी न मिलना बिहार सरकार की विफलता…
  • मार्को फ़र्नांडीज़
    लैटिन अमेरिका को क्यों एक नई विश्व व्यवस्था की ज़रूरत है?
    11 May 2022
    दुनिया यूक्रेन में युद्ध का अंत देखना चाहती है। हालाँकि, नाटो देश यूक्रेन को हथियारों की खेप बढ़ाकर युद्ध को लम्बा खींचना चाहते हैं और इस घोषणा के साथ कि वे "रूस को कमजोर" बनाना चाहते हैं। यूक्रेन
  • assad
    एम. के. भद्रकुमार
    असद ने फिर सीरिया के ईरान से रिश्तों की नई शुरुआत की
    11 May 2022
    राष्ट्रपति बशर अल-असद का यह तेहरान दौरा इस बात का संकेत है कि ईरान, सीरिया की भविष्य की रणनीति का मुख्य आधार बना हुआ है।
  • रवि शंकर दुबे
    इप्टा की सांस्कृतिक यात्रा यूपी में: कबीर और भारतेंदु से लेकर बिस्मिल्लाह तक के आंगन से इकट्ठा की मिट्टी
    11 May 2022
    इप्टा की ढाई आखर प्रेम की सांस्कृतिक यात्रा उत्तर प्रदेश पहुंच चुकी है। प्रदेश के अलग-अलग शहरों में गीतों, नाटकों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का मंचन किया जा रहा है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License