एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार के निवास पर आयोजित 'राष्ट्र मंच' की सियासी कसरत क्यों बेमतलब रही? कुछ अति-महत्वाकांक्षी गैर-राजनैतिक तत्वों के प्रभाव में आकर पवार जैसे अनुभवी राजनीतिज्ञ भी किस तरह ब्लंडर कर बैठते हैं, इसका नमूना थी, 22 जून की बैठक.---और 24 जून को कश्मीर मामले में आयोजित प्रधानमंत्री मोदी की बहुचर्चित बैठक में क्या होगा? वरिष्ठ पत्रकार Urmilesh का तथ्यात्मक और विचारोत्तेजक विश्लेषण :