कनाडा के टोरंटो में बुधवार को बेघरों के एक बड़े शिविर पर हिंसक कार्रवाई में 26 गिरफ्तारियां हुईं और वहीं कई लोग घायल हो गए। लैम्पपोर्ट स्टेडियम में हुई हिंसा शहर के एलेक्जेंड्रा पार्क में दर्जनों बेघर लोगों की इसी तरह की हिंसक बेदखली के बाद हुई।
शहर के बेघर शिविरों में रहने वाले लोगों के लिए समर्थन जुटाने वाले एक्टिविस्टों के एक गठबंधन एनकैंपमेंट सपोर्ट नेटवर्क टोरंटो ने पुलिस की इस कार्रवाई की कड़ी निंदा की है। इस बेदखली के विरोधी आयोजकों के अनुसार, अनुमान लगाया गया कि सैकड़ों लोग लैमपोर्ट स्टेडियम में इकट्ठा हुए थे जिनमें से अधिकांश पास के निवासी और एक्टिविस्ट थें। प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच बुधवार को आठ घंटे से अधिक समय तक झड़प हुई, जिसमें कई लोग घायल हो गए। इसमें खासकर प्रदर्शनकारी घायल हुए।
इस समूह द्वारा जारी बयान के अनुसार, गिरफ्तार किए गए 26 लोगों में से एक व्यक्ति की कलाई पुलिस की गिरफ्तारी में घायल हो गई और "कई लोग ईआर (आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं) में हैं।" गिरफ्तार लोगों में से कम से कम एक व्यक्ति शिविर का रहने वाला था। स्थानीय निवासियों और प्रदर्शनकारियों को सख्त अतिक्रमण के आरोपों की भी धमकी दी गई थी जो अगर दोषी ठहराया जाता है तो उसे 10,000 (लगभग 8,000 अमेरिकी डॉलर) तक का जुर्माना हो सकता है।
बयान में कहा गया कि "आपको भंग करना चाहिए।" बयान में आगे कहा गया, "यह तब होता है जब हम हार नहीं मानते हैं। पुलिस हिंसा का इस्तेमाल करती है। पुलिस निजी संपत्ति की रक्षा करती है। हम एक दूसरे की रक्षा करते हैं। लोग एकजुट रहेंगे।"
शहर ने सार्वजनिक स्थानों के आधार पर टोरंटो में चार प्रमुख शिविरों को अतिक्रमण का नोटिस दिया था, जिसमें लैमपोर्ट स्टेडियम उनमें से एक था जिसमें 14 से 17 लोगों रहते थे। इस सप्ताह की शुरुआत में एलेक्जेंड्रा पार्क की बेदखली के दौरान पुलिस ने नौ लोगों को गिरफ्तार किया और 26 से अधिक लोगों को बेदखल किया। शहरी प्रशासन ने शहर में COVID-19 मामलों में बढ़ती वृद्धि के मद्देनजर इस निर्णय को सही ठहराया और कहा कि शिविर में रहने वाले लोग असुरक्षित हैं।