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अपराध
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बलिया में पत्रकार की हत्या के मामला में थाना प्रभारी निलंबित, 6 आरोपी गिरफ़्तार
पत्रकार रतन सिंह की हत्या में पुलिस ने छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में फेफना थाना प्रभारी शशि मौली पांडेय को निलंबित कर दिया गया है तथा राजीव मिश्रा को नया प्रभारी बनाया गया है।
भाषा
25 Aug 2020
बलिया में पत्रकार की हत्या के मामला में थाना प्रभारी निलंबित, 6 आरोपी गिरफ़्तार

लखनऊ/बलिया: पत्रकार रतन सिंह की हत्या के मामले में बलिया जनपद के फेफना थाना के प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है। पुलिस ने इस मामले में छह आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है।

अपर पुलिस अधीक्षक संजय यादव ने मंगलवार को बताया कि टीवी चैनल के पत्रकार रतन सिंह के पिता विनोद सिंह की शिकायत पर सोमवार रात फेफना थाना में भारतीय दंड संहिता की बलवा एवं हत्या से संबंधित धारा में दस व्यक्तियों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है।

उन्होंने बताया कि पुलिस ने छह आरोपियों - सुशील सिंह, सुनील सिंह, अरविंद सिंह, वीर बहादुर सिंह, दिनेश सिंह और विनय सिंह को गिरफ्तार कर लिया है।

यादव ने बताया कि विनोद सिंह के मुताबिक उनके पुत्र को गांव का ही सोनू सिंह कल रात आठ बजे घर से बुलाकर ले गया तथा उसके घर पर पहले से ही मौजूद लोग लाठी, डंडे और रिवॉल्वर से लैस थे। इन लोगों ने रतन की हत्या कर दी।

यादव ने बताया कि इस मामले में फेफना थाना प्रभारी शशि मौली पांडेय को निलंबित कर दिया गया है तथा राजीव मिश्रा को नया प्रभारी बनाया गया है। साथ ही कहा कि शेष आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास जारी हैं।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिवंगत पत्रकार रतन सिंह के परिजन को 10 लाख रुपये आर्थिक मदद देने का मंगलवार को एलान किया।

अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश कुमार अवस्थी ने लखनऊ में बताया कि मुख्यमंत्री ने हत्या पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए आरोपियों के खिलाफ हर संभव कार्रवाई का निर्देश दिया है।

उत्तर प्रदेश में नहीं थम रहे अपराध : मायावती

लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने मंगलवार को कहा कि उत्तर प्रदेश में अपराध की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है।

मायावती ने मीडिया से कहा कि राज्य में अपराध की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है और अब तो लोकतंत्र का चौथा स्तंभ माने जाने वाले मीडिया जगत के लोग भी यहां आए दिन हत्या और जुर्म के शिकार हो रहे हैं।

उन्होंने कहा कि आजमगढ़ मंडल में हुई पत्रकार की हत्या इसका ताजा उदाहरण है।

बसपा प्रमुख ने कहा कि राज्य में सरकार की बदहाली का हाल यह है कि बात-बात पर रासुका, देशद्रोह और अन्य अति संगीन धाराओं के इस्तेमाल के बावजूद भी यहां अपराध कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं।

मायावती ने सोमवार को ट्वीट किया था, "उप्र के सीतापुर में नाबालिग दलित के साथ गैंगरेप, चित्रकूट में बंधुआ मजदूरी नहीं करने पर युवक की हत्या तथा उसके बेटे का हाथ तोड़ना और गोरखपुर में दोहरी हत्या आदि जघन्य घटनाओं की बाढ़ आई हुई है।"

उन्होंने कहा, "क्या यही है सरकार का रामराज्य? दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो, बसपा की यही मांग है।"

प्रियंका ने यूपी सरकार पर निशाना साधा

नयी दिल्ली: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बलिया में पत्रकार की हत्या को लेकर मंगलवार को राज्य की भाजपा सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि सरकार अपराध की घटनाओं पर पर्दा डालती है और अपराध बढ़ता ही जा रहा है।

प्रियंका ने ट्वीट किया, ‘‘ 19 जून को शुभम मणि त्रिपाठी की हत्या, 20 जुलाई को विक्रम जोशी की हत्या और 24 अगस्त को रतन सिंह की हत्या....। उप्र में पिछले 3 महीनों में 3 पत्रकारों की हत्या। 11 पत्रकारों पर खबर लिखने के चलते प्राथमिकी दर्ज की गई।’’

उन्होंने कहा कि उप्र सरकार का पत्रकारों की सुरक्षा और स्वतन्त्रता को लेकर ये रवैया निंदनीय है।

कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका ने आरोप लगाया, ‘‘ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री सरकार की स्पीड बताते हैं और अपराध का मीटर उससे दोगुनी स्पीड से भागने लगता है। प्रत्यक्षम् किम् प्रमाणम्। ये उप्र में केवल दो दिनों का अपराध का मीटर है। सरकार बार-बार अपराध की घटनाओं पर पर्दा डालती है, मगर अपराध चिंघाड़ते हुए प्रदेश की सड़कों पर तांडव कर रहा है।’’


 

 

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UP police
UttarPradesh
yogi government
UP Law And Order

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