NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
पोर्टलैंडः पुलिस भवन में आग की घटना को "दंगा" घोषित करने के बाद विरोध प्रदर्शन तेज़
पोर्टलैंड पुलिस एसोसिएशन कार्यालय में आग लगने की दूसरी घटना के बाद शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों को जबरन तितर बितर किया गया।
पीपल्स डिस्पैच
10 Aug 2020
Portland

पोर्टलैंड पुलिस ने शहर में चल रहे प्रदर्शनों को रविवार 9 अगस्त को "दंगा" घोषित कर दिया। एक दिन पहले प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने पुलिस एसोसिएशन के भवन में आग लगा दी थी जिसके बाद ये घोषणा की गई। शहर के इस स्थान पर निरंतर प्रदर्शन किया जाता रहा है। दंगे की घोषणा के साथ पुलिस ने भवन के बाहर सैकड़ों शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों को तितर बितर करने के लिए फ्लैशबंग और आंसू गैस के गोले छोड़े।

ये भवन पोर्टलैंड पुलिस एसोसिएशन का कार्यालय है। पुलिस अधिकारियों पर हमला करने के आरोप में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई करते हुए नौ लोगों को गिरफ्तार किया।

एसोसिएशन बिल्डिंग में दूसरी बार आग लगाने की घटना हुई। एक महीने से अधिक समय से व्यापक सुधार की मांग करते हुए इस भवन में प्रदर्शनकारियों द्वारा रात भर प्रदर्शन और नाकेबंदी की गई। प्रदर्शनकारियों को स्प्रे-पेंटिंग से दीवार पर चित्र बनाते हुए और नारे लिखते हुए पाया गया। इन नारों में "पुलिस को ख़त्म करने" जैसे वाक्य पढ़े जा सकते हैं।

पुलिस एसोसिएशन पर विशेष रूप से नस्लवादी भेदभाव और अल्पसंख्यकों के ख़िलाफ़ हिंसा के आरोपी अधिकारियों की रक्षा करने का आरोप लगाया गया है। पोर्टलैंड सिटी कमिशन में सेवा देने वाले शहर के पहले अश्वेत पार्षद जो एनी हार्डेस्टी (Jo Anne Hardesty) ने बताया है कि तीस साल से अधिक समय से पुलिस सुधारों की माँग की जा रही है।

हार्डेस्टी ने जब से चुनाव जीता है तब से वे सुधारों की मांग करती रही हैं। उन्होंने कहा, “सिर्फ एक सुधार की मांग करने के लिए तीस साल बहुत लंबा समय होता है। अब फर्क यह है कि बड़ी संख्या में पोर्टलैंडवासी यही सुधार चाहते हैं।”

सरकारी अधिकारियों द्वारा शहर से पिछले महीने संघीय बलों को हटाए जाने के बाद भीड़ को जबरन हटाना शहर की पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच सबसे बड़ा टकराव का मामला है। पोर्टलैंड प्रदर्शनकारियों और क़ानून प्रवर्तन एजेंसियों के बीच बड़े टकराव का स्थान रहा है।

संघीय बलों की उपस्थिति और इसके द्वारा जुलाई महीने में अवैध हिरासत की रिपोर्ट के बाद डोनाल्ड ट्रम्प प्रशासन के ख़िलाफ़ देशव्यापी गुस्सा भड़क गया। मई महीने में जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या से भड़के और पुलिसिया दमन और नस्लवाद के ख़िलाफ़ देशव्यापी विरोध पोर्टलैंड में कई घटनाओं के साथ तेज़ हो गया है।

Poland
Poland Police
Poland Protest
Portland Police Association
Jo Anne Hardesty

Related Stories

यूक्रेन: यूरोप द्वारा रूस पर प्रतिबंध लगाना इसलिए आसान नहीं है! 

भारत की तरह पौलेंड में भी पेगासस पर मचा हंगामा, विपक्षी नेताओं के फोन हैक करने का आरोप

पोलैंडः पैरोक प्लांट के कर्मचारियों को एक सप्ताह की हड़ताल के बाद जीत मिली

पोलैंडः गर्भपात पर प्रतिबंध को लेकर अदालत के फ़ैसले के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन

यूरोपीय संघ से सम्मेलन के साथ बदल सकता है भारत का वैश्विक नज़रिया

एक बार फिर सुर्ख़ियों में ‘जर्मनी का सवाल’

पोलैंड : व्यापक आलोचना के दबाव में राष्ट्रपति चुनाव की तारीख़ आगे बढ़ी

हर्ष मंदर की 'हेट स्पीच' का सच, डायरैक्ट टैक्स बिल संसद में पास और अन्य ख़बरें

पोलैंड में कम्युनिस्टों के उत्पीड़न के खिलाफ दुनिया भर में विरोध प्रदर्शन

पोलैंड की सीनेट ने न्यायपालिका को कमज़ोर करने वाली बिल को खारिज किया


बाकी खबरें

  • एम. के. भद्रकुमार
    हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शक्ति संतुलन में हो रहा क्रांतिकारी बदलाव
    30 May 2022
    जापान हाल में रूस के ख़िलाफ़ प्रतिबंध लगाने वाले अग्रणी देशों में शामिल था। इस तरह जापान अपनी ताकत का प्रदर्शन कर रहा है।
  • उपेंद्र स्वामी
    दुनिया भर की: कोलंबिया में पहली बार वामपंथी राष्ट्रपति बनने की संभावना
    30 May 2022
    पूर्व में बाग़ी रहे नेता गुस्तावो पेट्रो पहले दौर में अच्छी बढ़त के साथ सबसे आगे रहे हैं। अब सबसे ज़्यादा वोट पाने वाले शीर्ष दो उम्मीदवारों में 19 जून को निर्णायक भिड़ंत होगी।
  • विजय विनीत
    ज्ञानवापी केसः वाराणसी ज़िला अदालत में शोर-शराबे के बीच हुई बहस, सुनवाई 4 जुलाई तक टली
    30 May 2022
    ज्ञानवापी मस्जिद के वरिष्ठ अधिवक्ता अभयनाथ यादव ने कोर्ट में यह भी दलील पेश की है कि हमारे फव्वारे को ये लोग शिवलिंग क्यों कह रहे हैं। अगर वह असली शिवलिंग है तो फिर बताएं कि 250 सालों से जिस जगह पूजा…
  • सोनिया यादव
    आर्यन खान मामले में मीडिया ट्रायल का ज़िम्मेदार कौन?
    30 May 2022
    बहुत सारे लोगों का मानना था कि राजनीति और सांप्रदायिक पूर्वाग्रह के चलते आर्यन को निशाना बनाया गया, ताकि असल मुद्दों से लोगों का ध्यान हटा रहे।
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    हिमाचल : मनरेगा के श्रमिकों को छह महीने से नहीं मिला वेतन
    30 May 2022
    हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा ज़िले में मनरेगा मज़दूरों को पिछले छह महीने से वेतन नहीं मिल पाया है। पूरे  ज़िले में यही स्थिति है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License