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पोर्टलैंड : प्रदर्शनकारियों पर हिंसक कार्रवाई को लेकर ट्रंप प्रशासन के ख़िलाफ़ नाराज़गी
शनिवार को नस्लवाद-विरोधी प्रदर्शनकारियों पर हिंसक कार्रवाई और दर्जनों "ग़ैरक़ानूनी हिरासत" लोगों की इस नाराज़गी के कारण थे।
पीपल्स डिस्पैच
20 Jul 2020
Portland

ओरेगन के पोर्टलैंड शहर में विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए सशस्त्र सुरक्षा बलों की तैनाती ने पूरे अमेरिका में बड़े पैमाने पर क्रोध पैदा कर दिया है। रविवार 19 जुलाई को ओरेगन प्रांत के अटॉर्नी जनरल एलेन रोसेनब्लम ने प्रदर्शनकारियों के "ग़ैरक़ानूनी हिरासत" को लेकर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के नेतृत्व में संघीय प्रशासन के ख़िलाफ़ मुक़दमा दायर किया।

यह मुक़दमा इस राज्य के राजनेताओं द्वारा इस राज्य के संघीय सुरक्षा बलों द्वारा की गई हिंसक कार्रवाई के खिलाफ कई प्रतिक्रियाओं के बीच है। इसी दिन पोर्टलैंड के मेयर ने संघीय सुरक्षा बलों की कार्रवाई को "घृणित" बताते हुए सभी संघीय बलों को शहर से हटाने के लिए फिर से आह्वान किया था। इस राज्य के गवर्नर केटे ब्राउन ने भी प्रशासन द्वारा सुरक्षाबलों की तैनाती को "संपूर्ण रूप से राजनीतिक युद्ध क्षेत्र" बताया।

रोसेनब्लम का मुक़दमा अमेरिकी डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी (डीएचएस), द्वारा तैनात किए गए संघीय सुरक्षा बलों को रोक की मांग करता है, विशेष रूप से इस राज्य में प्रदर्शानकारियों की गिरफ़्तारी और हिरासत से यूएस कस्टम्स एंड बॉर्डर पेट्रोल (सीबीपी) और फेडरल प्रोटेक्टिव सर्विस (एफपीएस) की रोक की मांग करता है।

शनिवार 18 जुलाई को पोर्टलैंड पुलिस एसोसिएशन बिल्डिंग के बाहर प्रदर्शनकारियों को संघीय अधिकारियों के हिंसक कार्रवाइयों का सामना करना पड़ा। इन अधिकारियों ने इसे "दंगा" घोषित किया था। इन अधिकारियों द्वारा आंसू गैस, काली मिर्च के स्प्रे और "कम घातक" युद्ध सामग्री के इस्तेमाल की रिपोर्ट सामने आई थी। अकारण प्रदर्शनकारियों पर हमला करने का आरोप सुरक्षाबलों पर प्रदर्शनकारियों ने लगाया। घटनास्थल पर मौजूद कई पत्रकारों ने भी अधिकारियों द्वारा धमकाने और हमला करने की शिकायत की।

इसके अलावा एक सप्ताह से अधिक समय तक अदालत में पेश किए जाने से पहले प्रदर्शनकारियों को सुरक्षा बलों द्वारा अज्ञात वाहनों में ले जाने और घंटों तक हिरासत में रखने का आरोप लगाया है। कई प्रदर्शनकारियों ने यह भी कहा है कि उन्हें उनका 'मिरांडा राइट्स’ नहीं बताया गया था। इसके बारे में क़ानून प्रवर्तन अधिकारियों द्वारा विशेष चेतावनी दी जाती है कि किसी भी सूचना को साझा न करें।

पोर्टलैंड के नागरिक 25 मई को मिनियापोलिस में जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या के बाद से नस्लवाद और पुलिस हत्याओं के ख़िलाफ़ रात भर का विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। जुलाई के शुरु में होमलैंड सिक्योरिटी के एक्टिंग सेक्रेटरी चैड वोल्फ के अधीन डीएचएस विरोध प्रदर्शन को तितर बितर करने के लिए ओरेगन प्रांत में संघीय बलों को तैनात करते रहे हैं। राष्ट्रपति ट्रम्प ने पहले ही विरोध प्रदर्शनों को रोकने के लिए संघीय सैनिकों को तैनात करने की अपनी इच्छा जता दी थी।

Portland
Protest against racism
Racism
Donand Trump

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