सरकार प्रगति मैदान की जमीन का इस्तेमाल कर कमाई करना चाहती है। प्रगति मैदान की जमीन के (मौद्रिकरण) मॉनेटाइजेशन के तहत वहां एक पांच सितारा होटल का निर्माण होगा।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में पांच सितारा होटल बनाने के लिए 3.7 एकड़ भूमि के हस्तांतरण को बुधवार को मंजूरी दी गई। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने संवाददाताओं को कैबिनेट के इस फैसले की जानकारी दी।
यानी सरकार प्रगति मैदान की जमीन का इस्तेमाल कर कमाई करना चाहती है। प्रगति मैदान की जमीन के (मौद्रिकरण) मॉनेटाइजेशन के तहत वहां एक पांच सितारा होटल का निर्माण होगा।
एक सरकारी विज्ञापन के तहत भारत व्यापार संवर्धन संगठन (आईटीपीओ) को प्रगति मैदान पर 99 वर्ष के लीज होल्ड के आधार पर 3.7 एकड़ भूखंड को हस्तांतरित करने के लिए अधिकृत किया गया।
इस पांच सितारा होटल के विकास और संचालन के लिए भारतीय पर्यटन विकास निगम (आईटीडीसी) तथा भारतीय रेलवे खानपान और पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) एक विशिष्ट उद्देश्य कंपनी (एसपीवी) का गठन करेंगे।
एसपीवी के लिए 611 करोड़ रुपये मूल्य पर 99 वर्ष के लीज होल्ड के तहत 3.7 एकड़ भूखंड को हस्तांतरित करने के लिए आईटीपीओ को अधिकृत किया गया है. यह वाणिज्य मंत्रालय के अंतर्गत काम करता है।
इसमें कहा गया है कि अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी और सम्मेलन केंद्र (आईईसीसी) परियोजना के कार्यान्यवन का कार्य तेजी से चल रहा है। इसके 2020-21 तक पूरे होने की संभावना है।
प्रगति मैदान पर होटल निर्माण कार्य जल्द समाप्त करने के लिए एसपीवी आवश्यक कदम उठाएगी, जिनमें लंबी अवधि की लीज के आधार पर होटल के निर्माण, संचालन और प्रबंधन के लिए पारदर्शी व प्रतिस्पर्धी निविदा प्रक्रिया के तहत तीसरा पक्ष विकासकर्ता व संचालनकर्ता का चयन शामिल है। यानी होटल चलाने के लिए एजेंसी आदि चुनने की जिम्मेदारी एसपीवी की ही होगी।
बताया गया है कि आईटीपीओ प्रगति मैदान का पुर्नविकास कर इसे विश्वस्तरीय आईईसीसी बनाने के लिए एक मेगा परियोजना को लागू कर रहा है। होटल आईईसीसी परियोजना का मूल्य संवर्धन करेगा और भारतीय व्यापार व उद्योग को लाभ प्रदान करेगा।
प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि प्रगति मैदान में हर साल आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में हर साल लाखों लोग पहुंचते हैं। प्रगति मैदान में होने वाले इस पुनर्विकास का फायदा यहां आने वाले सभी कारोबारियों को मिलेगा। यहां बनने वाले होटल में कारोबार के सिलसिले में बैठकें और कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया जाएगा।
मालूम हो कि साल 2017 में प्रगति मैदान को विश्वस्तरीय बनाने के उद्देश्य से ढाई हजार करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट बनाया गया था, जिसके लिए मैदान के एक हिस्से को तोड़ा गया था।
तब मैदान में इंटीग्रेटिड एग्जीबिशन-कम-कन्वेंशन सेंटर तैयार करने के लिए जुलाई 2019 का टारगेट रखा गया था। बताया गया था कि यहां बनने वाला कन्वेंशन सेंटर, मौजूदा विज्ञान भवन से भी पांच गुणा बड़ा होगा। यहां एग्जीबिशन के लिए एक लाख 22 हजार वर्ग मीटर स्पेस उपलब्ध होगा. इसके अलावा चार एम्फी थियेटर और सात नए एग्जीबिशन हॉल बनाए जाएंगे।
तब भी यह बताया गया कि 123 एकड़ में फैले प्रगति मैदान में तीन एकड़ पर एक होटल भी बनाया जाएगा।
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)