NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
अपराध
घटना-दुर्घटना
भारत
प्रयागराज: घर में सोते समय माता-पिता के साथ तीन बेटियों की निर्मम हत्या!
घटनास्थल को देखकर लग रहा था कि मरने से पहले सभी ने हमलावरों का प्रतिरोध किया था। चारों के शवों पर कपड़े अस्त-व्यस्त हो गए थे। इस वारदात को खुदकुशी का एंगल भी देने की कोशिश की गई है।
विजय विनीत
16 Apr 2022
up murder case

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक ही परिवार के पांच लोगों की नृशंस हत्या से पूर्वांचल एक बार फिर दहल गया है। माता-पिता के साथ तीन बेटियों की निर्मम तरीके से हत्या की गई है, जिनमें पांच साल की एक मासूम बच्ची भी शामिल है। यह लोमहर्षक वारदात प्रयागराज के नवाबगंज इलाके की है। सभी की हत्या घर में सोते समय की गई। प्रयागराज पुलिस अभी तक यह बता पाने की स्थिति में नहीं है कि सामूहिक हत्याकांड की वजह क्या है? फिलहाल पुलिस इस मामले की हर एंगल से जांच कर रही है। इससे पहले भी इस इलाके में सामूहिक हत्याकांड के मामले सामने आ चुके हैं।

प्रयागराज जिले के नवाबगंज के खागलपुर गांव में राहुल तिवारी (42) अपनी पत्नी प्रीति तिवारी (38) और तीन बच्चों माही (12), पीहू (8) और कोतू (5) के साथ किराये पर कमरा लेकर रहते थे। राहुल तिवारी मूलत: कौशांबी के भरवारी के रहने वाले थे। वे दुधारू पशुओं का कारोबार करते थे। शनिवार की सुबह जब कमरे में कोई हलचल नहीं हुई तो पड़ोसियों ने दरवाजा खटखटाया। सबसे पहले राहुल के पड़ोसी दादू ने खिड़की की झिर्री से शवों को देखा। तीनों बच्चों का शव क्षत-विक्षत हालत में बेड पर पड़ा था। बच्चों के पास पत्नी प्रीति का शव भी था। पति फांसी के फंदे पर झूल रहा था। हत्या के दौरान खून की छीटें दीवारों और कमरे फैली थीं। उन्होंने फौरन एक अन्य किराएदार संदीप के अलावा पुलिस को वारदात की जानकारी दी।

हत्या में प्रयुक्त हथियार बरामद

शुक्रवार की रात में राहुल परिवार के साथ खाना खाने के बाद सो रहे थे। मौका-ए-वारदात को देखकर लग रहा था कि मरने से पहले सभी ने हमलावरों का प्रतिरोध किया था। चारों के शवों पर कपड़े अस्त-व्यस्त हो गए थे। महिला के पैरों में और तकिया में भी खून लगा था। चौंकाने वाली बात ये है कि बाथरूम में फंदे पर झूल रहे राहुल के शरीर पर जख्म तो नहीं दिख रहे, लेकिन बनियान और हाथ में खून के निशान दिख रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक वारदात को अंजाम देने के बाद राहुल को फांसी पर लटकाया गया था, जिससे इसे सुसाइड करार दिया जा सके।

वारदात की सूचना मिलने के कुछ ही देर बाद फारेंसिक टीम और और डॉग स्क्वायड भी मौके पर पहुंचे, लेकिन पुलिस हत्यारों का सुराग नहीं लगा सकी। इस जघन्य हत्‍याकांड की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है। पुलिस ने घटना में इस्तेमाल किए गए फावड़े को घर के पास से बरामद कर लिया है। मौके पर जिले के सभी आला अफसर और कई थानों की पुलिस मौजूद है। प्रयागराज के एसएसपी अजय कुमार और गंगापार के एसपी अभिषेक अग्रवाल भारी पुलिसबल के साथ मौके पर पहुंचकर पड़ताल में जुट गए हैं। इस सनसनीखेज वारादात से दहशत का माहौल है।

ससुरालियों से था विवाद

एसएसपी अजय कुमार कहते हैं, "राहुल की बहन ने आरोप लगाया है कि उसके भाई का अपने ससुराल वालों के साथ काफी समय से विवाद चल रहा था। राहुल ने सभी की हत्या कर खुद ही फांसी लगाई है अथवा सुनियोजित ढंग से सभी हत्या की गई है, पुलिस सभी एंगल से घटना की जांच-पड़ताल कर रही है। तफ्तीश के लिए सात टीमें बनाई गई हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने के बाद स्थिति साफ हो पाएगी।"

पूर्वांचल में प्रयागराज का गंगापार इलाका अपराधियों और सामंतों का गढ़ माना जाता है। एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या की घटना यहां कोई नई बात नहीं है। साल 2018 में होलागढ़ थाना क्षेत्र के बरई हरख गांव के शुकुलपुर मजरे में कुछ दिनों पहले विमलेश पांडेय और उनके बेटे-बेटी समेत चार लोगों की गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। नवाबगंज इलाके में दो वर्ष पहले भी एक ही परिवार के चार सदस्यों की धारदार हथियार से गला रेत कर हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया था। ऐसे में एक बार फिर से उसी इलाके में एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या को लेकर इलाके में जबरदस्त आक्रोश है।

पुलिस पर खड़े हो रहे सवाल

प्रयागराज में करीब पांच महीने पहले एक ही परिवार के चार लोगों की कुल्हाड़ी से काट डाला गया था। मृतकों में पति (50), पत्नी (45), 17 साल की बेटी और 10 साल का बेटा शामिल थे। घटना फाफामऊ थाना क्षेत्र के मोहनगंज फुलवरिया इलाके में हुई थी। आरोप लगा था कि इस घटना में औरतों के साथ गैंगरेप भी हुआ था।

प्रयागराज में ही दो साल पहले एक परिवार के 5 लोगों की गला काटकर हत्या कर दी गई थी। मृतकों में परिवार का मुखिया, उनके बेटे-बहू और तीन और सात साल के दो बच्चे शामिल थे। यह घटना गंगापार के सोरांव के युसूफपुर गांव में हुई थी। यहां भी घर में विजय शंकर तिवारी (58), उनके बेटे सोनू तिवारी (32), बहू सोनी तिवारी (28) और दो पोते कान्हा (7) और कुंज (3) का खून से सनी लाशें पाई गई थी। सभी की हत्या गला काटकर की गई थी।

साल 2018 को नवाबगंज थाना क्षेत्र के शहावपुर उर्फ पसियापुर गांव में सुशीला देवी व उनके दो बेटे सुनील व अनिल की नृशंस हत्या कर दी गई थी। इसी तरह सोरांव थाना क्षेत्र के बिगहियां गांव में सरकारी कर्मचारी कमलेश देवी, उसकी बेटी, दामाद प्रताप नरायण के साथ उसके नाती विराट की नृशंस हत्या की गई थी। एक माह बाद पुलिस ने पट्टीदार व रिश्तेदार को हत्यारोपित बनाकर जेल भेज दिया। पर्दाफाश को लेकर पुलिस के ऊपर सवालिया निशान लगे थे। इससे  पहले नवाबगंज थाना क्षेत्र के शहावपुर गांव में मक्खन गुप्ता, उनकी पत्नी मीरा देवी, बेटी वंदना व निशा की सामूहिक हत्या हुई थी। इस वारदात में पुलिस ने जिन लोगों को जेल भेजा था वो सभी बेकसूर निकले थे।

23 अप्रैल 2017 को नवाबगंज थाना क्षेत्र के शहावपुर गांव में मक्खन गुप्ता, उनकी पत्नी मीरा देवी, बेटी वंदना व निशा की सामूहिक हत्या कर दी गई  थी। मार्च 2017 में थरवई थाना क्षेत्र के पडि़ला महादेव मंदिर पर शिवरात्रि मेले के दौरान राजस्थान से आए एक दंपती और उसकी बेटी को जिंदा जलाकर मार डाला गया था। दंपती यहां अक्सर आकर मेले में गुब्बारा व खिलौने का सामान बेचते थे। कई महीने बाद पुलिस ने अभियुक्तों को गिरफ्तार किया।

UttarPradesh
Prayagraj
Prayagraj Murder Case
Brutal murder
UP police
CRIMES IN UP
Yogi Adityanath

Related Stories

चंदौली पहुंचे अखिलेश, बोले- निशा यादव का क़त्ल करने वाले ख़ाकी वालों पर कब चलेगा बुलडोज़र?

यूपी : महिलाओं के ख़िलाफ़ बढ़ती हिंसा के विरोध में एकजुट हुए महिला संगठन

2023 विधानसभा चुनावों के मद्देनज़र तेज़ हुए सांप्रदायिक हमले, लाउडस्पीकर विवाद पर दिल्ली सरकार ने किए हाथ खड़े

चंदौली: कोतवाल पर युवती का क़त्ल कर सुसाइड केस बनाने का आरोप

प्रयागराज में फिर एक ही परिवार के पांच लोगों की नृशंस हत्या, दो साल की बच्ची को भी मौत के घाट उतारा

उत्तर प्रदेश: योगी के "रामराज्य" में पुलिस पर थाने में दलित औरतों और बच्चियों को निर्वस्त्र कर पीटेने का आरोप

कौन हैं ओवैसी पर गोली चलाने वाले दोनों युवक?, भाजपा के कई नेताओं संग तस्वीर वायरल

यूपी: बुलंदशहर मामले में फिर पुलिस पर उठे सवाल, मामला दबाने का लगा आरोप!

भारत में हर दिन क्यों बढ़ रही हैं ‘मॉब लिंचिंग’ की घटनाएं, इसके पीछे क्या है कारण?

पीएम को काले झंडे दिखाने वाली महिला पर फ़ायरिंग- किसने भेजे थे बदमाश?


बाकी खबरें

  • cartoon
    न्यूज़क्लिक रिपोर्ट/भाषा
    लखीमपुर खीरी कांड : एसआईटी ने दाखिल किया 5000 पन्नों का आरोप पत्र
    03 Jan 2022
    आपको बता दें कि 3 अक्टूबर, 2021 को गाड़ियों से कुचलकर चार किसानों की जान लेने के मामले में एसआईटी को 90 दिन के अंदर आरोप पत्र दाखिल करना था। आज आख़िरी ही दिन था। इसका स्वागत किया जाना चाहिए...हालांकि…
  • energy
    प्रबीर पुरकायस्थ
    यूरोप में गैस और बिजली के आसमान छूते दाम और भारत के लिए सबक़
    03 Jan 2022
    सर्दियों में यूरोपीय यूनियन में गैस के दाम आकाश छूने लगते हैं, जैसा कि पिछले साल हुआ था और इस बार फिर से हुआ है।
  • Savitribai Phule
    राज वाल्मीकि
    मौजूदा दौर में क्यों बार बार याद आती हैं सावित्री बाई फुले
    03 Jan 2022
    जयंती पर विशेष: आज सावित्री बाई को इसलिए भी याद किया जाना जरूरी है कि जिस मनुवादी व्यवस्था के खिलाफ लड़कर सावित्री बाई फुले ने औरतों के लिए जगह बनाई थी, वही आज दोबारा हावी हो रही है।
  • covid
    न्यूज़क्लिक टीम
    सावधान : देश में तीन महीने बाद कोरोना के 30 हज़ार से ज़्यादा नए मामले सामने आए
    03 Jan 2022
    देश में कोरोना के मामलों में बहुत तेज़ी से बढ़ोतरी हो रही है। पिछले 24 घंटों में कोरोना के 33,750 नए मामले दर्ज किये गए हैं। वहीं ओमीक्रॉन के मामलो की संख्या बढ़कर 1,700 हो गयी है।
  • UNEMPLOYMENT
    सुबोध वर्मा
    बिना रोज़गार और आमदनी के ज़िंदा रहने को मजबूर कई परिवार
    03 Jan 2022
    नवीनतम सीएमआईई आंकड़ों से पता चलता है कि काम करने वाले दो सदस्यों वाले परिवारों की हिस्सेदारी में भारी गिरावट आई है। इसका मतलब है कि लोग बहुत कम आय पर जीवन व्यतीत कर रहे हैं।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License