NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
आज रात 8 बजे एक बार फिर प्रधानमंत्री मोदी का राष्ट्र के नाम संबोधन
इससे पहले 24 मार्च और फिर 14 अप्रैल को लॉकडाउन-1 और लॉकडाउन-2 की घोषणा करने के लिए प्रधानमंत्री ने राष्ट्र के नाम संबोधन किया था। हालांकि चार मई से जारी लॉकडाउन-3 की घोषणा करने खुद मोदी टेलीविज़न के माध्यम से देश के सामने नहीं आए थे।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
12 May 2020
cartoon click

नयी दिल्ली। कोविड-19 के चलते लागू लॉकडाउन के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज, मंगलवार रात 8 बजे राष्ट्र को एक फिर संबोधित करेंगे।

प्रधानमंत्री कार्यालय के ट्वीट के अनुसार, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रात 8 बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे ।’ इससे एक दिन पहले सोमवार को प्रधानमंत्री मोदी ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ कोविड-19 और लॉकडाउन के विषय पर चर्चा की थी।

IMG-20200512-WA0015.jpg

मोदी ने कहा था, ‘‘भले ही हम लॉकडाउन को क्रमबद्ध ढंग से हटाने पर गौर कर रहे हैं लेकिन हमें यह लगातार याद रखना चाहिए कि जब तक हम कोई वैक्‍सीन या समाधान नहीं ढूंढ लेते हैं, तब तक वायरस से लड़ने के लिए हमारे पास सबसे बड़ा हथियार सामाजिक दूरी बनाए रखना ही है।’’ प्रधानमंत्री ने ‘दो गज की दूरी’ के महत्व पर फिर से जोर दिया और कहा था कि कई मुख्यमंत्रियों द्वारा रात में कर्फ्यू लगाने के लिए दिए गए सुझाव को मानने से निश्चित रूप से लोगों में सतर्कता की भावना फिर से पैदा होगी।

आपको बता दें कि इससे पहले 24 मार्च और फिर 14 अप्रैल को लॉकडाउन-1 और लॉकडाउन-2 की घोषणा करने के लिए प्रधानमंत्री ने राष्ट्र के नाम संबोधन किया था। इससे पहले 22 मार्च के जनता कर्फ्यू और 5 अप्रैल की 9 मिनट की दिवाली के लिए भी नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय टेलीविज़न के जरिये देश को संबोधित कर चुके हैं। यही नहीं इस दौरान रेडियो पर मोदी की “मन की बात” भी जारी रही। हालांकि चार मई से जारी लॉकडाउन-3 की घोषणा करने खुद मोदी टेलीविज़न के माध्यम से देश के सामने नहीं आए और यह काम केंद्रीय गृहमंत्रालय की अधिसूचना के जरिये हो गया। लॉकडाउन-3 की अवधि 17 मई को ख़त्म हो रही है। इससे पहले अब एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को संबोधित करने जा रहे हैं।  

(समाचार एजेंसी भाषा के कुछ इनपुट के साथ)

Narendra modi
Lockdown
COVID-19
PMO
PM Modi's Address to the nation

Related Stories

कोरोना अपडेट: देश में कोरोना ने फिर पकड़ी रफ़्तार, 24 घंटों में 4,518 दर्ज़ किए गए 

तिरछी नज़र: सरकार जी के आठ वर्ष

कटाक्ष: मोदी जी का राज और कश्मीरी पंडित

ग्राउंड रिपोर्टः पीएम मोदी का ‘क्योटो’, जहां कब्रिस्तान में सिसक रहीं कई फटेहाल ज़िंदगियां

कोरोना अपडेट: देश में 24 घंटों में 3,962 नए मामले, 26 लोगों की मौत

भारत के निर्यात प्रतिबंध को लेकर चल रही राजनीति

गैर-लोकतांत्रिक शिक्षानीति का बढ़ता विरोध: कर्नाटक के बुद्धिजीवियों ने रास्ता दिखाया

आर्थिक रिकवरी के वहम का शिकार है मोदी सरकार

कोरोना अपडेट: देश में 84 दिन बाद 4 हज़ार से ज़्यादा नए मामले दर्ज 

बॉलीवुड को हथियार की तरह इस्तेमाल कर रही है बीजेपी !


बाकी खबरें

  • समीना खान
    ज़ैन अब्बास की मौत के साथ थम गया सवालों का एक सिलसिला भी
    16 May 2022
    14 मई 2022 डाक्टर ऑफ़ क्लीनिकल न्यूट्रीशन की पढ़ाई कर रहे डॉक्टर ज़ैन अब्बास ने ख़ुदकुशी कर ली। अपनी मौत से पहले ज़ैन कमरे की दीवार पर बस इतना लिख जाते हैं- ''आज की रात राक़िम की आख़िरी रात है। " (राक़िम-…
  • लाल बहादुर सिंह
    शिक्षा को बचाने की लड़ाई हमारी युवापीढ़ी और लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई का ज़रूरी मोर्चा
    16 May 2022
    इस दिशा में 27 मई को सभी वाम-लोकतांत्रिक छात्र-युवा-शिक्षक संगठनों के संयुक्त मंच AIFRTE की ओर से दिल्ली में राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर आयोजित कन्वेंशन स्वागत योग्य पहल है।
  • आज का कार्टून
    कार्टून क्लिक: किसानों की दुर्दशा बताने को क्या अब भी फ़िल्म की ज़रूरत है!
    16 May 2022
    फ़िल्म सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी का कहना है कि ऐसा माहौल बनाना चाहिए कि किसान का बेटा भी एक फिल्म बना सके।
  • वर्षा सिंह
    उत्तराखंड: क्षमता से अधिक पर्यटक, हिमालयी पारिस्थितकीय के लिए ख़तरा!
    16 May 2022
    “किसी स्थान की वहनीय क्षमता (carrying capacity) को समझना अनिवार्य है। चाहे चार धाम हो या मसूरी-नैनीताल जैसे पर्यटन स्थल। हमें इन जगहों की वहनीय क्षमता के लिहाज से ही पर्यटन करना चाहिए”।
  • बादल सरोज
    कॉर्पोरेटी मुनाफ़े के यज्ञ कुंड में आहुति देते 'मनु' के हाथों स्वाहा होते आदिवासी
    16 May 2022
    2 और 3 मई की दरमियानी रात मध्य प्रदेश के सिवनी ज़िले के गाँव सिमरिया में जो हुआ वह भयानक था। बाहर से गाड़ियों में लदकर पहुंचे बजरंग दल और राम सेना के गुंडा गिरोह ने पहले घर में सोते हुए आदिवासी धनसा…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License