NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
इज़रायल से ड्रोन ख़रीदने के कनाडा के फ़ैसले के ख़िलाफ़ विरोध तेज़
फ़िलिस्तीन समर्थक समूहों का दावा है कि इज़रायली कंपनियों से ड्रोन की ख़रीद फ़िलिस्तीन पर क़ब्ज़े को मज़बूत करती है।
पीपल्स डिस्पैच
18 Mar 2021
इज़रायल से ड्रोन ख़रीदने के कनाडा के फ़ैसले के ख़िलाफ़ विरोध तेज़

कनाडा में मानवाधिकार समूहों ने जस्टिन ट्रूडो के नेतृत्व वाली सरकार से इजरायल द्वारा निर्मित सिविलियन सर्विलांस ड्रोन खरीदने के लिए 36 मिलियन अमेरिकी डॉलर के सौदे को रद्द करने को कहा है। संगठनों ने कहा कि यह सौदा निर्माताओं के लिए सबसे खराब मानवाधिकार रिकॉर्ड का एक पुरस्कार होगा। उन्होंने यह भी कहा कि इन ड्रोनों की खरीद के लिए इस्तेमाल किए गए धन का इस्तेमाल इजरायल द्वारा फिलिस्तीनियों पर जारी मानव अधिकारों के उल्लंघन के लिए किया जाएगा।

कैनेडियन फॉर जस्टिस एंड पीस इन दि मिड्ल ईस्ट (सीजेपीएमई) ने पिछले महीने एक ऑनलाइन अभियान शुरू किया था जिसमें देश के नागरिकों को ड्रोन सौदे को रद्द करने के लिए कनाडा सरकार को लिखने के लिए कहा गया था। इस समूह के ट्विटर पेज के अनुसार 17 मार्च तक 4,000 से अधिक लोगों ने सरकार को लिखा है।

इसी तरह का आह्वान कनाडा और उत्तरी अमेरिका में प्रो-पैलेस्टिनियन समूहों द्वारा किए गए थे। इनमें लेबर फॉर पीस शामिल है जिसने सीजेपीएमई द्वारा किए गए आह्वान का समर्थन किया था।

कनाडा ने आर्कटिक क्षेत्र में तेल के रिसाव और अन्य प्राकृतिक प्रगति पर नजर रखने के लिए मानव रहित विमान हर्मेस 900 स्टारलाइनर खरीदने के लिए पिछले दिसंबर में एक समझौते की घोषणा की थी। कनाडा सरकार ने स्पष्ट किया है कि इस ड्रोन का इस्तेमाल सैन्य उद्देश्यों के लिए नहीं किया जाएगा।

हालांकि, कार्यकर्ताओं का दावा है कि इस ड्रोन का निर्माण इजरायल की एल्बिट सिस्टम ने किया था, जिसने 2008-09 और 2014 के बीच गाजा में इजरायल की सैन्य कार्रवाइयों के लिए ड्रोन की आपूर्ति की है जिसने सैकड़ों फिलिस्तीनी नागरिकों (551 बच्चों सहित 2,200 से अधिक लोगों) को मार डाला है और गाजा के स्वास्थ्य ढांचे को नष्ट कर दिया है। एल्बिट सिस्टम इजरायली सेना को हथियारों की आपूर्ति करने वाला प्रमुख प्रदाता है जहां सेना फिलिस्तीनियों के खिलाफ कई मानवाधिकारों का उल्लंघन करती है।

साल 2012 में यूनाइटेड नेशन्स स्पेशल रैपर्चर ऑन द सिचुएशन ऑफ ह्यूमन राइट्स इन ऑक्यूपायड पैलेस्टिनियन टेरिटरीज रिचर्ड फॉक ने संयुक्त राष्ट्र और अंतर्राष्ट्रीय नागरिक समाज समूहों को इजरायल के कब्जे से लाभ कमाने वाले इजरायली और अंतर्राष्ट्रीय व्यवसाय के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा था। उन्होंने यूके की जी4 एस सिक्योरिटीज, यूएसए की कैटरपिलर इनकॉर्पेटर और हेवलेट पैकर्ड और इजरायल के एल्बिट सिस्टम सहित कई कंपनियों का नाम लिया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि ये कंपनियां कब्जे वाले क्षेत्रों में अवैध इजरायली बस्तियों के विकास और रखरखाव में भी शामिल हैं।

Israel
canada
Palestine

Related Stories

फ़िनलैंड-स्वीडन का नेटो भर्ती का सपना हुआ फेल, फ़िलिस्तीनी पत्रकार शीरीन की शहादत के मायने

न नकबा कभी ख़त्म हुआ, न फ़िलिस्तीनी प्रतिरोध

अल-जज़ीरा की वरिष्ठ पत्रकार शिरीन अबु अकलेह की क़ब्ज़े वाले फ़िलिस्तीन में इज़रायली सुरक्षाबलों ने हत्या की

अमेरिका ने रूस के ख़िलाफ़ इज़राइल को किया तैनात

इज़रायली सुरक्षाबलों ने अल-अक़्सा परिसर में प्रार्थना कर रहे लोगों पर किया हमला, 150 से ज़्यादा घायल

लैंड डे पर फ़िलिस्तीनियों ने रिफ़्यूजियों के वापसी के अधिकार के संघर्ष को तेज़ किया

अमेरिका ने ईरान पर फिर लगाम लगाई

ईरान नाभिकीय सौदे में दोबारा प्राण फूंकना मुमकिन तो है पर यह आसान नहीं होगा

शता ओदेह की गिरफ़्तारी फ़िलिस्तीनी नागरिक समाज पर इस्राइली हमले का प्रतीक बन गया है

141 दिनों की भूख हड़ताल के बाद हिशाम अबू हव्वाश की रिहाई के लिए इज़रायली अधिकारी तैयार


बाकी खबरें

  • itihas ke panne
    न्यूज़क्लिक टीम
    मलियाना नरसंहार के 35 साल, क्या मिल पाया पीड़ितों को इंसाफ?
    22 May 2022
    न्यूज़क्लिक की इस ख़ास पेशकश में वरिष्ठ पत्रकार नीलांजन मुखोपाध्याय ने पत्रकार और मेरठ दंगो को करीब से देख चुके कुर्बान अली से बात की | 35 साल पहले उत्तर प्रदेश में मेरठ के पास हुए बर्बर मलियाना-…
  • Modi
    अनिल जैन
    ख़बरों के आगे-पीछे: मोदी और शी जिनपिंग के “निज़ी” रिश्तों से लेकर विदेशी कंपनियों के भारत छोड़ने तक
    22 May 2022
    हर बार की तरह इस हफ़्ते भी, इस सप्ताह की ज़रूरी ख़बरों को लेकर आए हैं लेखक अनिल जैन..
  • न्यूज़क्लिक डेस्क
    इतवार की कविता : 'कल शब मौसम की पहली बारिश थी...'
    22 May 2022
    बदलते मौसम को उर्दू शायरी में कई तरीक़ों से ढाला गया है, ये मौसम कभी दोस्त है तो कभी दुश्मन। बदलते मौसम के बीच पढ़िये परवीन शाकिर की एक नज़्म और इदरीस बाबर की एक ग़ज़ल।
  • diwakar
    अनिल अंशुमन
    बिहार : जन संघर्षों से जुड़े कलाकार राकेश दिवाकर की आकस्मिक मौत से सांस्कृतिक धारा को बड़ा झटका
    22 May 2022
    बिहार के चर्चित क्रन्तिकारी किसान आन्दोलन की धरती कही जानेवाली भोजपुर की धरती से जुड़े आरा के युवा जन संस्कृतिकर्मी व आला दर्जे के प्रयोगधर्मी चित्रकार राकेश कुमार दिवाकर को एक जीवंत मिसाल माना जा…
  • उपेंद्र स्वामी
    ऑस्ट्रेलिया: नौ साल बाद लिबरल पार्टी सत्ता से बेदख़ल, लेबर नेता अल्बानीज होंगे नए प्रधानमंत्री
    22 May 2022
    ऑस्ट्रेलिया में नतीजों के गहरे निहितार्थ हैं। यह भी कि क्या अब पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन बन गए हैं चुनावी मुद्दे!
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License