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भारत
राजनीति
छात्र नेता अनीश ख़ान की हत्या का विरोध जारी, कोलकाता उच्च न्यायालय में उठी सुनवाई की मांग
एसएफ़आई ने अनीश ख़ान की मौत की निंदा करते हुए इसका ज़िम्मेदार तृणमूल कांग्रेस के गुंडों को बताया है। 
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
21 Feb 2022
 Anish Khan

कोलकाता के छात्र नेता अनीश ख़ान की शुक्रवार को हुई हत्या का शनिवार को जम कर विरोध हुआ जिसके बाद सोमवार को दिल्ली के बंगा भवन में भी स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया ने प्रदर्शन किया। एसएफआई के प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया।

इस बीच कलकत्ता उच्च न्यायालय में सोमवार को एक वकील ने हावड़ा जिले के अमटा में हुई छात्र नेता अनीश खान की हत्या के मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुई कार्रवाई करने की मौखिक अपील अदालत से की।

हत्या की घटना के विरोध में कोलकाता में व्यापक प्रदर्शन हुए थे और मामले की जांच स्वतंत्र एजेंसी से कराने की मांग उठी थी।

वकील के अनुरोध पर न्यायाधीश राजशेखर मंथा ने कहा कि वह अपराह्न दो बजे लिखित अर्जी के साथ पेश हों।

वकील ने यह मौखिक अपील न्यायमूर्ति मंथा के समक्ष की और खान की हत्या के दोषियों का पता लगाने के लिए अदालत से स्वत: संज्ञान लेते हुए हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया।

गौरतलब है कि छात्र नेता के पिता ने शुक्रवार को कहा था कि उनके घर पर चार लोग पुलिस की वर्दी और सादे कपड़ों में आए थे और उन्होंने उनके बेटे को घर की तीसरी मंजिल से धक्का दे दिया था।

खान का परिवार मामले की सीबीआई जांच की मांग कर रहा है।

एसएफआई ने अनीश ख़ान की मौत का ज़िम्मेदार तृणमूल कांग्रेस के गुंडों को बताया है। एक प्रेस विज्ञप्ति में एसएफआई ने अपने नेता सुदीप्तो गुप्ता और सैफ़ुद्दीन मुल्ला का ज़िक्र करते हुए कहा है कि उन्हें टीएमसी के गुंडों ने मार दिया था।

ग़ौरतलब है कि अनीश ख़ान एन्टी सीएए-एनआरसी विरोध प्रदर्शन के दौरान काफ़ी सक्रिय थे। उसके बाद उन्होंने ममता बनर्जी सरकार की भी आलोचना की थी।

एसएफआई दिल्ली राज्य कमेटी के सुमित कटारिया ने कहा, "पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार ने पिछले 1 दशक ने तानाशाही और अपने विरोधियों के ख़िलाफ़ हिंसा की राजनीति कर रही है। ख़ास तौर पर मुसलमानों को लगातार इस हिंसा का शिकार बनाया जा रहा है।"

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)

Anish Khan
Kolkata High Court

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