NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
कोविड-19
भारत
राजनीति
मुफ्त टीकाकरण की मांग को लेकर मई दिवस पर ट्रेड यूनियनों का विरोध प्रदर्शन
संगठनों से साझे बयान में कहा है कि वे मई दिवस (शनिवार) पर सरकार की ‘‘मजदूर-विरोधी, किसान-विरोधी, जन-विरोधी नीतियों’’ का भी विरोध करेंगे।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
29 Apr 2021
मुफ्त टीकाकरण की मांग को लेकर मई दिवस पर ट्रेड यूनियनों का विरोध प्रदर्शन
Image courtesy : The Week

नयी दिल्ली : केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के एक संयुक्त मंच ने सबको कोविड19 का टीका मुफ्त लगवाने की मांग को ले कर मई दिवस पर प्रदर्शन करने की घोषणा की है। इसमें दस यूनियनें शामिल हैं।

ट्रेड यूनियनों ने  गरीब परिवारों के लिए 7,500 रुपये प्रति माह नकद और 10 किलोग्राम मुफ्त राशन दिए जाने की भी मांग कर रहे हैं। संगठनों से साझे बयान में कहा है कि वे मई दिवस (शनिवार) पर सरकार की ‘‘मजदूर-विरोधी, किसान-विरोधी, जन-विरोधी नीतियों’’ का भी विरोध करेंगे।

संयुक्त मंच ने अपनी मांगों के संबंध में प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है।

ट्रेड यूनियनों ने कोविड-19 संकट से निपटने में सरकार के ‘लापरवाह रवैये’ की भर्त्सना की है। इन 10 संगठनों में इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस (इंटक), ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस (एटक), हिंद मजदूर सभा (एचएमएस), सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन (सीटू), ऑल इंडिया यूनाइटेड ट्रेड यूनियन सेंटर (एआईयूटीयूसी), ट्रेड यूनियन को-ऑर्डिनेशन सेंटर (टीयूसीसी), सेल्फ-एंप्लॉयड वुमेन्स एसोसिएशन (एसईडब्ल्यूए), ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियंस (एआईसीसीटीयू), लेबर प्रोग्रेसिव फेडरेशन (एलपीएफ) और यूनाइटेड ट्रेड यूनियन कांग्रेस (यूटीयूसी) शामिल हैं।

यूनियनों ने कोविड मामलों में वृद्धि को देखते हुए पर्याप्त अस्पताल के बिस्तर बढ़ाने, ऑक्सीजन और अन्य चिकित्सा सुविधाओं को मुहैया कराने की भी मांग की।

इन यूनियनों ने यह भी कहा कि सभी नियोक्ताओं को छंटनी, मजदूरी में कटौती और निवास से बेदखली पर रोक लगाने के सख्त आदेश भी दिए जाएं।

उन्होंने सभी आयकर दायरे से बाहर के परिवारों के लिए 7,500 रुपये प्रति माह नकद सहायता और अगले छह महीनों के लिए प्रति व्यक्ति प्रति माह 10 किलो मुफ्त राशन की मांग की है।

उन्होंने आशा और आंगनवाड़ी कर्मचारियों सहित सभी स्वास्थ्य देखभाल और फ्रंटलाइन श्रमिकों के लिए सुरक्षात्मक के साज-सामान और उपकरण तथा उन सभी के लिए व्यापक बीमा कवरेज दिये जाने की भी मांग की है।
 सेंट्रल ट्रेड यूनियनों ने अपने बयाना में कहा  सरकार से मांग करते  है कि नए प्रो-कॉरपोरेट के साथ-साथ भेदभावपूर्ण वैक्सीन नीति को वापस लिया जाए और राज्यों को वैक्सीन की 100% खरीद, राज्यों को टीकों की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए तत्काल उपाय किए जाएं। पीएम केयर फंड का उपयोग करना। आपदा प्रबंधन अधिनियम द्वारा पर्याप्त रूप से सशक्त सरकार को इस दवा महामारी के दौरान लोगों के जीवन की सुरक्षा को प्राथमिकता देने की अपनी जिम्मेदारी नहीं निभानी चाहिए।

केंद्रीय ट्रेड यूनियनों और संघों के संयुक्त मंच ने यह भी कहा  कि  सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियां हैं, जो हमेशा की तरह इस गंभीर स्थिति में राष्ट्र के बचाव में आ रही हैं। यह सार्वजनिक क्षेत्र की स्टील कंपनियां हैं जो ऑक्सीजन का उत्पादन और आपूर्ति कर रही हैं; यह भारतीय रेलवे ही है  जो जरूरतमंद राज्यों को ऑक्सीजन पहुँचा रही है। हम सरकार को यह भी याद दिलाते हैं कि यह हमारे देश में सार्वजनिक क्षेत्र के वित्तीय संस्थान थे जिन्होंने 2008 के विश्व संकट के से देश को बचाया था । ट्रेड यूनियनों के संयुक्त मंच की मांग है कि सरकार को तुरंत अपने नासमझ निजीकरण अभियान को रोकना चाहिए।

trade unions
May Day
Free vaccines
Free vaccination for all
INTUC
AITUC
AIUTUC
AICCTU
COVID-19
BJP
Modi government

Related Stories

कोरोना अपडेट: देश में कोरोना ने फिर पकड़ी रफ़्तार, 24 घंटों में 4,518 दर्ज़ किए गए 

कोरोना अपडेट: देश में 24 घंटों में 3,962 नए मामले, 26 लोगों की मौत

कोरोना अपडेट: देश में 84 दिन बाद 4 हज़ार से ज़्यादा नए मामले दर्ज 

कोरोना अपडेट: देश में कोरोना के मामलों में 35 फ़ीसदी की बढ़ोतरी, 24 घंटों में दर्ज हुए 3,712 मामले 

कोरोना अपडेट: देश में नए मामलों में करीब 16 फ़ीसदी की गिरावट

कोरोना अपडेट: देश में 24 घंटों में कोरोना के 2,706 नए मामले, 25 लोगों की मौत

कोरोना अपडेट: देश में 24 घंटों में 2,685 नए मामले दर्ज

कोरोना अपडेट: देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 2,710 नए मामले, 14 लोगों की मौत

कोरोना अपडेट: केरल, महाराष्ट्र और दिल्ली में फिर से बढ़ रहा कोरोना का ख़तरा

महामारी में लोग झेल रहे थे दर्द, बंपर कमाई करती रहीं- फार्मा, ऑयल और टेक्नोलोजी की कंपनियां


बाकी खबरें

  • संदीपन तालुकदार
    वैज्ञानिकों ने कहा- धरती के 44% हिस्से को बायोडायवर्सिटी और इकोसिस्टम के की सुरक्षा के लिए संरक्षण की आवश्यकता है
    04 Jun 2022
    यह अध्ययन अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि दुनिया भर की सरकारें जैव विविधता संरक्षण के लिए अपने  लक्ष्य निर्धारित करना शुरू कर चुकी हैं, जो विशेषज्ञों को लगता है कि अगले दशक के लिए एजेंडा बनाएगा।
  • सोनिया यादव
    हैदराबाद : मर्सिडीज़ गैंगरेप को क्या राजनीतिक कारणों से दबाया जा रहा है?
    04 Jun 2022
    17 साल की नाबालिग़ से कथित गैंगरेप का मामला हाई-प्रोफ़ाइल होने की वजह से प्रदेश में एक राजनीतिक विवाद का कारण बन गया है।
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    छत्तीसगढ़ : दो सूत्रीय मांगों को लेकर बड़ी संख्या में मनरेगा कर्मियों ने इस्तीफ़ा दिया
    04 Jun 2022
    राज्य में बड़ी संख्या में मनरेगा कर्मियों ने इस्तीफ़ा दे दिया है। दो दिन पहले इन कर्मियों के महासंघ की ओर से मांग न मानने पर सामूहिक इस्तीफ़े का ऐलान किया गया था।
  • bulldozer politics
    न्यूज़क्लिक टीम
    वे डरते हैं...तमाम गोला-बारूद पुलिस-फ़ौज और बुलडोज़र के बावजूद!
    04 Jun 2022
    बुलडोज़र क्या है? सत्ता का यंत्र… ताक़त का नशा, जो कुचल देता है ग़रीबों के आशियाने... और यह कोई यह ऐरा-गैरा बुलडोज़र नहीं यह हिंदुत्व फ़ासीवादी बुलडोज़र है, इस्लामोफ़ोबिया के मंत्र से यह चलता है……
  • आज का कार्टून
    कार्टून क्लिक: उनकी ‘शाखा’, उनके ‘पौधे’
    04 Jun 2022
    यूं तो आरएसएस पौधे नहीं ‘शाखा’ लगाता है, लेकिन उसके छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने एक करोड़ पौधे लगाने का ऐलान किया है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License