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इज़रायल की एनेक्सेशन योजना के ख़िलाफ़ फ़िलिस्तीन में विरोध प्रदर्शन
इज़रायल के अवैध और एकतरफा फैसले के ख़िलाफ़ एकजुट फिलीस्तीनी मोर्चे को आगे बढ़ाने के लिए क़ब्ज़े वाले क्षेत्रों के प्रमुख शहरों में प्रदर्शनकारी इकट्ठा हुए।
पीपल्स डिस्पैच
02 Jul 2020
इज़रायल

बुधवार 1 जुलाई को क़ब्ज़े वाले क्षेत्रों में इज़रायली एनेक्सेशन योजना के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुआ। क़ब्ज़े वाले वेस्ट बैंक शहरों रमल्ला, जेरिको और बेथलेहम के साथ ही घिरे गाजा पट्टी में गाजा शहर में विरोध प्रदर्शन किया गया। विभिन्न फिलीस्तीनी राजनीतिक दलों के साथ-साथ एक्टिविस्टों और नागरिक समाज के नेताओं ने इज़रायल की इस योजना के ख़िलाफ़ दुनिया भर में 'डे ऑफ रेज' (क्रोध दिवस) का आह्वान किया था।

गाजा शहर में हज़ारों फिलिस्तीनी इस एनेक्सेशन योजना को लेकर अपना विरोध दर्ज कराने और निंदा व्यक्त करने के लिए इकट्ठा हुए। कई प्रदर्शनकारी फिलिस्तीनी झंडे लहराते रहे और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और इज़रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की निंदा करने वाले बैनर और तख्तियां लिए हुए थे। अमेरिका में हाल ही में ब्लैक लाइव्स मैटर के विरोध प्रदर्शन से प्रेरित होकर अन्य वाक्यों के अलावा वे "वी कैन नॉट ब्रीथ सिंस1948 " और "पैलेस्टिनियन लाइव्स मैटर" के पोस्टर भी लिए हुए थे। फिलिस्तीनी प्रतिरोध समूह हमास से जुड़े कई नेताओं के साथ साथ गाजा में मौजूद अन्य राजनीतिक गुटों के कई नेताओं ने भी इस विरोध प्रदर्शन में भाग लिया।

पैलेस्टिनियन डेमोक्रेटिक यूनियन (एफआईडीए) के सादी आबेद ने विरोध प्रदर्शनों में बोलते हुए कहा, “ये एनेक्सेशन फ़िलिस्तीनियों के लिए एक ख़तरा है और अंतरराष्ट्रीय वैधता प्रस्तावों का उल्लंघन करता है।” आबेद ने रमल्ला-स्थिति पैलेस्टिनियन अथॉरिटी (पीए) से "फिलिस्तीनी लोगों के ख़िलाफ़ उसके अपराधों के लिए अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय के सामने इज़रायल को जवाबदेह ठहराने" के प्रयासों को आगे बढ़ाने का आग्रह किया।

वेस्ट बैंक में रमल्ला, जेरिको और बेथलहम शहरों में विरोध प्रदर्शन हुए। पैलिस्टिनियन प्रिजनर सॉलिडेरिटी नेटवर्क (समिदून) द्वारा आयोजित रामल्ला विरोध प्रदर्शन में सैकड़ों प्रदर्शनकारी अल-मनारा स्क्वायर पर एकत्रित हुए जिनमें कई इज़रायली राजनेता और वामपंथी दलों के संसद सदस्य शामिल थे।

इन प्रदर्शनकारी इस एनेक्सेशन योजना की निंदा वाले अंग्रेज़ी और अरबी भाषा दोनों में लिखे प्लेकार्ड और बैनर भी लिए हुए थे और साथ ही इसे इसे अंतर्राष्ट्रीय क़ानून का उल्लंघन भी बताया। समिदून ने एक बयान में कहा कि इन विरोध प्रदर्शनों ने "इज़रायल के सेटलमेंट परियोजनाओं की अस्वीकृति व्यक्त की।"

बेथलहम में युवा प्रदर्शनकारियों का एक समूह सुरक्षात्मक मास्क और दस्ताने पहने हुए इस एनेक्सेशन योजना की निंदा करने के लिए सेंट्रल सिनेमा बाजार में इकट्ठा हुए। इनमें से कई प्रदर्शनकारी दूर-दराज स्थित फिलिस्तीनी शरणार्थी शिविरों से इन विरोध प्रदर्शनों में हिस्सा लेने आए थे।

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Israel
Protest in Palestine
Israeli Annexation Scheme

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