NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
आंदोलन
मज़दूर-किसान
भारत
राजनीति
देशव्यापी हड़ताल का दूसरा दिन, जगह-जगह धरना-प्रदर्शन
सुबह से ही मज़दूर नेताओं और यूनियनों ने औद्योगिक क्षेत्र में जाकर मज़दूरों से काम का बहिष्कार करने की अपील की और उसके बाद मज़दूरों ने एकत्रित होकर औद्योगिक क्षेत्रों में रैली भी की। 
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
29 Mar 2022
strike

आज यानी मंगलवार को देशव्यापी आम हड़ताल का दूसरा दिन है। केंद्र सरकार की नीतियों के विरोध में केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने दो दिन की अखिल भारतीय हड़ताल का आह्वान किया था। आज भी कल की तरह ही मज़दूर अपने औद्दोगिक क्षेत्रों में गेटबंदी कर जुलूस निकाला जा रहा है। जबकि सरकारी और सर्विस सेक्टर के कर्मचारी ने कल अपने-अपने कार्यालय पर प्रदर्शन किया।

दूसरे दिन भी सभी कर्मचारियों ने अपने जिला मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया। जबकि दिल्ली में संसद  के पास जंतर-मंतर पर  बैंक, एलआईसी, पोस्टल, जल बोर्ड के कर्मचारी और स्कीम वर्कर और बाकी अन्य कर्मचारी और नागरिक समाज के लोग  शामिल होंगे। यहीं पर सभी ट्रेड यूनियन के केंद्रीय नेतृत्व के नेता शामिल होंगे।

सुबह से ही मज़दूर नेताओं और यूनियनों ने औद्योगिक क्षेत्र में जाकर मज़दूरों से काम का बहिष्कार करने की अपील की और उसके बाद मज़दूरों ने एकत्रित होकर औद्योगिक क्षेत्रों में रैली भी की। 

देशभर में  सड़क परिवहन निगम की बसें सड़कों से नदारत रहीं, टैक्सी, ऑटो-रिक्शा और निजी बसें भी राज्यभर में नजर नहीं आईं।

10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों- इंटक, एटक, एचएमएस, सीटू, एआईयूटीयूसी, टीयूसीसी, सेवा, एआईसीसीटीयू, एलपीएफ और यूटीयूसी के मंच ने कर्मचारियों से ईपीएफओ की ब्याज दर में कमी, पेट्रोल, डीजल, एलपीजी, केरोसिन और सीएनजी की कीमतों में अचानक बढ़ोतरी, चार श्रम संहिताएं और राष्ट्रीय मुद्रीकरण पाइपलाइन का विरोध करने का आह्वान किया है।

परिवहन, रेलवे, बिजली, बैंकिंग और बीमा, कोयला, इस्पात, तेल, दूरसंचार, डाक और आयकर में करोड़ों श्रमिकों ने, विशेष रूप से केरल, त्रिपुरा, तमिलनाडु, हरियाणा, पश्चिम बंगाल और असम में- दो दिवसीय देशव्यापी आम हड़ताल में भाग लिया। 

सीटू की राष्ट्रीय सचिव एआर सिंधु ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, "अधिकांश राज्यों में औद्योगिक क्षेत्र बंद रहे। दिल्ली के सभी प्रमुख औद्योगिक क्षेत्रों में हड़ताल प्रभावी रही।”

इस  हड़ताल में असंगठित क्षेत्र और  निर्माण मज़दूरों ने भी भाग लिया। लगातार सरकार असंगठित क्षेत्र के मजदूरों पर हमला कर रही है। 

Bharat Bandh
general strike
countrywide strike
INTUC
AITUC
hms
CITU
AIUTUC
TUCC
SEWA
AICCTU
LPF
UTUC
Narendra modi
BJP
farmers
Workers
Labour

Related Stories

गैर-लोकतांत्रिक शिक्षानीति का बढ़ता विरोध: कर्नाटक के बुद्धिजीवियों ने रास्ता दिखाया

मुंडका अग्निकांड: 'दोषी मालिक, अधिकारियों को सजा दो'

मुंडका अग्निकांड: ट्रेड यूनियनों का दिल्ली में प्रदर्शन, CM केजरीवाल से की मुआवज़ा बढ़ाने की मांग

झारखंड-बिहार : महंगाई के ख़िलाफ़ सभी वाम दलों ने शुरू किया अभियान

छात्र संसद: "नई शिक्षा नीति आधुनिक युग में एकलव्य बनाने वाला दस्तावेज़"

मूसेवाला की हत्या को लेकर ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन, कांग्रेस ने इसे ‘राजनीतिक हत्या’ बताया

दलितों पर बढ़ते अत्याचार, मोदी सरकार का न्यू नॉर्मल!

बिहार : नीतीश सरकार के ‘बुलडोज़र राज’ के खिलाफ गरीबों ने खोला मोर्चा!   

आशा कार्यकर्ताओं को मिला 'ग्लोबल हेल्थ लीडर्स अवार्ड’  लेकिन उचित वेतन कब मिलेगा?

मुंडका अग्निकांड के खिलाफ मुख्यमंत्री के समक्ष ऐक्टू का विरोध प्रदर्शन


बाकी खबरें

  • विकास भदौरिया
    एक्सप्लेनर: क्या है संविधान का अनुच्छेद 142, उसके दायरे और सीमाएं, जिसके तहत पेरारिवलन रिहा हुआ
    20 May 2022
    “प्राकृतिक न्याय सभी कानून से ऊपर है, और सर्वोच्च न्यायालय भी कानून से ऊपर रहना चाहिये ताकि उसे कोई भी आदेश पारित करने का पूरा अधिकार हो जिसे वह न्यायसंगत मानता है।”
  • रवि शंकर दुबे
    27 महीने बाद जेल से बाहर आए आज़म खान अब किसके साथ?
    20 May 2022
    सपा के वरिष्ठ नेता आज़म खान अंतरिम ज़मानत मिलने पर जेल से रिहा हो गए हैं। अब देखना होगा कि उनकी राजनीतिक पारी किस ओर बढ़ती है।
  • डी डब्ल्यू स्टाफ़
    क्या श्रीलंका जैसे आर्थिक संकट की तरफ़ बढ़ रहा है बांग्लादेश?
    20 May 2022
    श्रीलंका की तरह बांग्लादेश ने भी बेहद ख़र्चीली योजनाओं को पूरा करने के लिए बड़े स्तर पर विदेशी क़र्ज़ लिए हैं, जिनसे मुनाफ़ा ना के बराबर है। विशेषज्ञों का कहना है कि श्रीलंका में जारी आर्थिक उथल-पुथल…
  • आज का कार्टून
    कार्टून क्लिक: पर उपदेस कुसल बहुतेरे...
    20 May 2022
    आज देश के सामने सबसे बड़ी समस्याएं महंगाई और बेरोज़गारी है। और सत्तारूढ़ दल भाजपा और उसके पितृ संगठन आरएसएस पर सबसे ज़्यादा गैर ज़रूरी और सांप्रदायिक मुद्दों को हवा देने का आरोप है, लेकिन…
  • राज वाल्मीकि
    मुद्दा: आख़िर कब तक मरते रहेंगे सीवरों में हम सफ़ाई कर्मचारी?
    20 May 2022
    अभी 11 से 17 मई 2022 तक का सफ़ाई कर्मचारी आंदोलन का “हमें मारना बंद करो” #StopKillingUs का दिल्ली कैंपेन संपन्न हुआ। अब ये कैंपेन 18 मई से उत्तराखंड में शुरू हो गया है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License