NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
घटना-दुर्घटना
भारत
राजनीति
मुज़फ़्फ़रपुर: हादसा या हत्याकांड!, मज़दूरों ने कहा- 6 महीने से ख़राब था बॉयलर, जबरन कराया जा रहा था काम
बॉयलर छह महीने से ख़राब था। कामगारों ने ख़तरे की आशंका जताई थी। बॉयलर का सेफ्टी वाल्व भी ख़राब था। इसके विरोध में दो दिन तक मज़दूरों ने काम भी बंद रखा था लेकिन प्रबंधन ने इसको ठीक नहीं कराया था।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
27 Dec 2021
 Muzaffarpur
Image courtesy : dailynews

बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में रविवार 26 दिसंबर की सुबह एक नूडल्स की फैक्ट्री में बॉयलर फटने से सात मज़दूरों की मौत हो गई और सात अन्य घायल हो गए। एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार इस घटना में फैक्ट्री की इमारत ढह गई और आसपास के कई भवनों को भी नुकसान पहुंचा है।

मुजफ्फरपुर के जिलाधिकारी प्रणय कुमार ने मीडिया से कहा कि बेला औद्योगिक इलाके में नूडल्स और अन्य खाद्य पदार्थ बनाने वाली एक फैक्ट्री के भीतर सुबह करीब नौ बजकर 30 मिनट पर बॉयलर फट गया। इसके प्रभाव की वजह से इलाके की कई अन्य इमारतों को भी नुकसान पहुंचा, जबकि फैक्ट्री की इमारत मलबे में तब्दील हो गई। विस्फोट इतना भयावह था कि इसकी आवाज दूर तक सुनी गई।

इस घटना की जानकारी मिलने के बाद स्थानीय प्रशासन के अधिकारी, पुलिस और अग्निशमन विभाग के कर्मी बचाव अभियान के लिए घटनास्थल पर पहुंचे। मलबे से सात शवों को बाहर निकाला गया और उन्हें पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया। वहीं, इस घटना में घायल हुए सात लोगों को एसकेएमसीएच भेजा गया है, जहां कुछ की हालत नाजुक बताई गई है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मृतकों के परिवार को चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने और विस्फोट के कारणों की जांच करने और जवाबदेही तय करने के लिए एक टीम गठित किए जाने की घोषणा की है।

मुजफ्फरपुर के जिलाधिकारी के अनुसार, मृतकों में से तीन की पहचान कर ली गई है और मुआवजे की राशि के चेक उनके परिवार के सदस्यों को सौंप दिए गए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘अन्य मृतकों की शिनाख्त के प्रयास किए जा रहे हैं। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) कर्मियों ने मलबा हटाने में प्रशासन की सहायता की और कहा जा सकता है कि मलबे के भीतर अब कोई शव नहीं है।’’

नीतीश सरकार की ग़लत औद्योगिक नीतियां ज़िम्मेवार

भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा कि मुज़फ्फपुर के बियाडा के बेला औद्योगिक इलाके फेज-2 में बॉयलर विस्फोट की हुई दर्दनाक घटना के लिए नीतीश सरकार की लापरवाह और गलत औद्योगिक नीतियां जिम्मेवार है। यह कोई पहली घटना नहीं है जब मजदूरों को बड़ी संख्या में अपनी जिंदगी से हाथ धोना पड़ा है बल्कि कुछ दिन पहले बरौनी और सुगौली में भी ठीक इसी प्रकार की घटना घटी थी जिसमें कई लोगों की मौतें हुई थीं। लेकिन इन घटनाओं के वावजूद सरकार ने कोई सबक नहीं सीखा।

उन्होंने कहा कि बिहार में नीतीश राज में एक तो वैसे ही उद्योगों का पतन हो चुका है, और जो कुछ निजी उद्योग चल रहे हैं, उसके प्रति भी सरकार लापरवाह बनी हुई है। उद्योग चलाने के लिए तय न्यूनतम मानकों और सुरक्षा की घोर उपेक्षा होती है और सरकार आंखें बंद किए रहती है। यह सरकार की लापरवाही नहीं तो और क्या है? मृतक परिजनों को 4 लाख का मुआवजा जले पर नमक छिड़कना नहीं तो और क्या है? हमारी मांग है कि मृतक परिजनों को 50 लाख और घायलों के समुचित इलाज के लिए 25 लाख रुपया सरकार तत्काल उपलब्ध कराए।.

ख़राब स्थिति में ही बॉयलर से काम

भाकपा-माले के जांच दल ने पार्टी की केंद्रीय कमेटी सदस्य व फुलवारीशरीफ से विधायक गोपाल रविदास के नेतृत्व में घटनास्थल व एसकेएमसीएच हॉस्पिटल का दौरा किया। जांच दल ने कुरकुरे-नूडल्स फैक्ट्री का जायजा लिया साथ ही आस पास के फैक्ट्रियों का भी मुआयना किया। इस जांच में नूडल्स फैक्ट्री के बॉयलर ब्लास्ट के पीछे मैनेजमेंट की भारी लापरवाही सामने आई है।

मुशहरी छपरा निवासी मृतक संदीप कुमार (35) के चचेरे भाई पिंटू ने जांच दल को बताया कि पिछले 6 माह से बॉयलर में लीकेज था। इसकी शिकायत वर्करों ने मैनेजर उदय शंकर समेत और मालिक विकास मोदी से की थी। लेकिन, इसे अनसुना कर दिया गया था। खराब स्थिति में ही बॉयलर से काम करवाया जाता रहा। इसका नतीजा यह हुआ कि रविवार को बॉयलर में ब्लास्ट हो गया और बड़ी संख्या में मजदूरों की जान चली गई और कई लोग बुरी तरह घायल हैं। जिला प्रशासन सिर्फ 7 मजदूरों के मरने और 7 लोगों के घायल होने की बात कर रहा है लेकिन स्थानीय लोग और मजदूर ज़्यादा संख्या में मौत और घायल होने का दावा कर रहें हैं। उच्चस्तरीय जांच से ही इसका खुलासा हो सकता है।

कॉल कर काम पर बुलाया गया

जांच दल को पिंटू ने बताया कि संदीप काम नहीं करना चाहता था क्योंकि बॉयलर पर ही उसकी ड्यूटी थी। वह नहीं जाता तो मशीन चालू नहीं होती। 26 दिसंबर को उसे जबरन कॉल कर सुबह काम पर बुलाया गया था। इसके बाद 9:40 में तेज धमाका हुआ। पिंटू के अनुसार, वह वहां पहुंचा तो अंदर में कई लाशें पड़ी हुई थी। फैक्ट्री प्रबंधन से जुड़े कुछ लोग आननफानन में सबको निकालकर गाड़ी में लोड कर अस्पताल भेज रहे थे। मैं भी एसकेएमसीएच पहुंच गया। वहां पर एक शव के पैर को देखकर उसने संदीप की पहचान की। संदीप के परिवार में पत्नी और तीन बच्चे हैं।

सकरा थाना के मथुरापुर के रहने वाले पंकज ने जांच टीम को बताया कि सुबह काम करने आया था। अचानक से बॉयलर फटा और जोरदार धमाका हुआ। कई वर्करों के चिथड़े उड़ गए। फैक्ट्री की छत उड़ गई। हम लोगों ने बाहर भागकर अपनी जान बचाई।

छह महीने से ख़राब था बॉयलर

बेला फेज-2 में मोदी कुरकुरे-नूडल्स प्राइवेट लिमिटेड की दो यूनिट है। दूसरी यूनिट में बाॅयलर ब्लास्ट हुआ। इस संबंध में छह महीने पहले ही कामगारों ने खतरे की आशंका जताई थी। बॉयलर का सेफ्टी वाल्व भी खराब था। इसके विरोध में दो दिन तक काम भी बंद रखा था।

छपरा के रसूलपुर थाने के खजुहान निवासी ललन यादव विस्फोट हुए बाॅयलर के हेड ऑपरेटर थे। हादसे में उनकी भी मौत हो गई है। ललन के पुत्र विकास यादव भी इसी फैक्ट्री में मिक्सिंग हेल्पर के रूप में काम करते है। विकास ने बताया की पिता की बाॅयलर बदलने की बात फैक्ट्री मालिक मान लेते तो हादसा नही होता।

बेला के धिरनपट्टी के मोहम्मद शाहिद ने भाकपा माले की जांच टीम को बताया कि ठंड की वजह से हम लोग घर में बैठे थे। सुबह का करीब 9:40 बजा था। इसी दौरान जोरदार धमाका सुनाई पड़ा। बड़े बड़े लोहे के टूकड़े आसमान से गिरने लगे। भगदड़ मच गई। बाहर खड़े लोग अपने अपने घरों में घुस गए। अजीब सा खौफ था। इस भीषण धमाके से पांच किमी दूर तक मकान हिल गए। ऐसा लगा कि भूकंप आ गया।

माले ने कहा कि सरकार से हमारी मांग है कि मृतकों को 50-50 लाख रुपये व घायलों को 25-25-लाख रूपए का मुआवजा व मृतक के परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी के साथ साथ पूरे घटनाक्रम की उच्चस्तरीय जांच की जाए और फैक्ट्री प्रबंधक को अविलंब गिरफ्तार कर हत्या का मुकदमा चलाया जाए।

उधर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुजफ्फरपुर के बेला के नूडल्स फैक्ट्री में हुए बॉयलर धमाके में जान गंवाने वाले सभी मजदूरों व कर्मियों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों को जल्द से जल्द बेहतर इलाज उपलब्ध करवाने की अपील की। साथ ही उन्होंने उच्च स्तरीय जांच की मांग की और दोषियों को सजा कठोर सजा दी जाए। उन्होंने पीड़ितों व उनके आश्रितों को उचित मुआवजा देने की मांग की है।

muzaffarpur
boiler blast
Factory Worker
workers safety
Nitish Kumar

Related Stories

बिहार: पांच लोगों की हत्या या आत्महत्या? क़र्ज़ में डूबा था परिवार

हापुड़ अग्निकांड: कम से कम 13 लोगों की मौत, किसान-मजदूर संघ ने किया प्रदर्शन

बनारस: आग लगने से साड़ी फिनिशिंग का काम करने वाले 4 लोगों की मौत

हरियाणा का डाडम पहाड़ी हादसाः"मुनाफे की हवस में गई मज़दूरों की जान"

भीलवाड़ा में अवैध खदान का मलबा ढहने से सात मज़दूरों की मौत

बसों में जानवरों की तरह ठुस कर जोखिम भरा लंबा सफ़र करने को मजबूर बिहार के मज़दूर?

दर्दनाक: औद्योगिक हादसों में एक ही दिन में कम से कम 11 मज़दूरों ने गंवाई जान, कई घायल

बिहार में सुशासन नहीं, गड़बड़ियों की है बहार!

पहाड़ की खदान में पत्थर गिरने से मजदूर की मौत, भाई घायल

दिल्ली: बवाना औद्योगिक क्षेत्र में फिर फैक्ट्री में लगी आग, मज़दूरों ने उठाए गंभीर सवाल


बाकी खबरें

  • srilanka
    न्यूज़क्लिक टीम
    श्रीलंका: निर्णायक मोड़ पर पहुंचा बर्बादी और तानाशाही से निजात पाने का संघर्ष
    10 May 2022
    पड़ताल दुनिया भर की में वरिष्ठ पत्रकार भाषा सिंह ने श्रीलंका में तानाशाह राजपक्षे सरकार के ख़िलाफ़ चल रहे आंदोलन पर बात की श्रीलंका के मानवाधिकार कार्यकर्ता डॉ. शिवाप्रगासम और न्यूज़क्लिक के प्रधान…
  • सत्यम् तिवारी
    रुड़की : दंगा पीड़ित मुस्लिम परिवार ने घर के बाहर लिखा 'यह मकान बिकाऊ है', पुलिस-प्रशासन ने मिटाया
    10 May 2022
    गाँव के बाहरी हिस्से में रहने वाले इसी मुस्लिम परिवार के घर हनुमान जयंती पर भड़की हिंसा में आगज़नी हुई थी। परिवार का कहना है कि हिन्दू पक्ष के लोग घर से सामने से निकलते हुए 'जय श्री राम' के नारे लगाते…
  • असद रिज़वी
    लखनऊ विश्वविद्यालय में एबीवीपी का हंगामा: प्रोफ़ेसर और दलित चिंतक रविकांत चंदन का घेराव, धमकी
    10 May 2022
    एक निजी वेब पोर्टल पर काशी विश्वनाथ मंदिर को लेकर की गई एक टिप्पणी के विरोध में एबीवीपी ने मंगलवार को प्रोफ़ेसर रविकांत के ख़िलाफ़ मोर्चा खोल दिया। उन्हें विश्वविद्यालय परिसर में घेर लिया और…
  • अजय कुमार
    मज़बूत नेता के राज में डॉलर के मुक़ाबले रुपया अब तक के इतिहास में सबसे कमज़ोर
    10 May 2022
    साल 2013 में डॉलर के मुक़ाबले रूपये गिरकर 68 रूपये प्रति डॉलर हो गया था। भाजपा की तरफ से बयान आया कि डॉलर के मुक़ाबले रुपया तभी मज़बूत होगा जब देश में मज़बूत नेता आएगा।
  • अनीस ज़रगर
    श्रीनगर के बाहरी इलाक़ों में शराब की दुकान खुलने का व्यापक विरोध
    10 May 2022
    राजनीतिक पार्टियों ने इस क़दम को “पर्यटन की आड़ में" और "नुकसान पहुँचाने वाला" क़दम बताया है। इसे बंद करने की मांग की जा रही है क्योंकि दुकान ऐसे इलाक़े में जहाँ पर्यटन की कोई जगह नहीं है बल्कि एक स्कूल…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License