NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
आंदोलन
भारत
राजनीति
शाहीनबाग़ : महिलाओं ने प्रदर्शन जारी रखते हुए बारी-बारी जाकर किया मतदान 
‘‘हमने दिन की शुरुआत इस एहसास के साथ की कि आज का दिन हमारे लिए दोगुने महत्व का है। हम सुनिश्चित करना चाहते हैं कि लोकतंत्र जिंदा रहे और इसलिए शाहीन बाग का प्रत्येक मतदाता मतदान कर रहा है।’’
भाषा
08 Feb 2020
shaheen bagh
Image Courtesy: NDTV

दिल्ली : दिल्ली के शाहीन बाग में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन कर महिलाओं ने शनिवार को विधानसभा चुनाव में मतदान केंद्रों पर बारी-बारी से जाकर मतदान किया, ताकि आंदोलन प्रभावित नहीं हो। 

प्रदर्शन कर रही कुछ महिलाओं ने सुबह मतदान किया, जबकि कुछ ने दोपहर में अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। शेष महिलाओं ने शाम में मतदान किया। 

मतदान कर प्रदर्शन स्थल पर पहुंची महज़बीं कुरैशी ने कहा, ‘‘ मैं घर पर रुकी, ताकि परिवार की सभी महिलाएं अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने जा सकें। अब मैं मतदान के बाद शाहीनबाग प्रदर्शन के लिए पहुंची हूं। मैंने लोकतंत्र बचाने के लिए मतदान किया।’’ 

शाहीनबाग की ही रहने वाली ज़ाहिदा खान ने कहा कि हमनें बारी-बारी से मतदान करने का फैसला किया। 

उन्होंने बताया, ‘‘महिलाओं ने कल फैसला किया कि कुछ महिलाएं मतदान करने के लिए सुबह मतदान केंद्र जाएंगी, अन्य दोपहर को मतदान कर प्रदर्शन स्थल पर लौट आएंगी।’’ 

ज़ाहिदा ने बताया, ‘‘शाम तक सभी महिलाएं प्रदर्शन स्थल पर वापस लौट आएंगी और एक बार फिर पूरी ताकत से प्रदर्शन करेंगी।’’

ज़ाहरा शेख ने कहा कि वे मताधिकार का इस्तेमाल करने को प्रतिबद्ध है क्योंकि लोकतंत्र के लिए यह बहुत अहम है। 

उन्होंने कहा, ‘‘हमने दिन की शुरुआत इस एहसास के साथ की कि आज का दिन हमारे लिए दोगुने महत्व का है। हम सुनिश्चित करना चाहते हैं कि लोकतंत्र जिंदा रहे और इसलिए शाहीन बाग का प्रत्येक मतदाता मतदान कर रहा है।’’

इस बीच, शाहीन बाग की महिला प्रर्दानकारी जब अपने घर का काम करने गई थीं उस समय पुरुषों ने उनके स्थान पर प्रदर्शन किया। 

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘‘ बिरयानी’’वाले बयान पर तंज करते हुए स्थानीय निवासी मोहम्म्द अयूब ने कहा, ‘‘वे यह साबित करने के लिए मतदान कर रहे हैं कि उन्हें ‘‘ बिरयानी’’ नहीं परोसी जा रही है।

उल्लेखनीय है कि शाहीनबाग में आप नेता अरविंद केजरीवाल द्वारा बिरयानी परोसे जाने वाले बयान पर चुनाव आयोग ने योगी आदित्यनाथ को नोटिस भेजा है। 

शाहीनबाग का प्रदर्शन स्थल भाजपा के चुनाव प्रचार का मुख्य मुद्दा बन गया था। 

आयूब ने कहा, ‘‘कई लोगों ने आरोप लगाया कि हम दिल्ली चुनाव के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं और कुछ राजनीतिक पार्टियां वित्तपोषण कर रही है एवं बिरयानी खिला रही है। उन्हें यह समझ लेना चाहिए कि दिल्ली में मतदान हो रहा है तब भी हम प्रदर्शन कर रहे हैं और चुनाव के बाद भी इसे जारी रखेंगे।’’ 

उन्होंने कहा, ‘‘कोई पार्टी बिरयानी नहीं परोस रही है। महिलाएं खाना बनाकर ला रही हैं और प्रदर्शनकारियों को खिला रही हैं।’’ 

Shaheen Bagh
CAA
NRC
Delhi Assembly Election 2020
Arvind Kejriwal
AAP
BJP
Narendra modi
Amit Shah
Yogi Adityanath

Related Stories

गैर-लोकतांत्रिक शिक्षानीति का बढ़ता विरोध: कर्नाटक के बुद्धिजीवियों ने रास्ता दिखाया

मुंडका अग्निकांड: 'दोषी मालिक, अधिकारियों को सजा दो'

मुंडका अग्निकांड: ट्रेड यूनियनों का दिल्ली में प्रदर्शन, CM केजरीवाल से की मुआवज़ा बढ़ाने की मांग

उत्तर प्रदेश: "सरकार हमें नियुक्ति दे या मुक्ति दे"  इच्छामृत्यु की माँग करते हजारों बेरोजगार युवा

छात्र संसद: "नई शिक्षा नीति आधुनिक युग में एकलव्य बनाने वाला दस्तावेज़"

मूसेवाला की हत्या को लेकर ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन, कांग्रेस ने इसे ‘राजनीतिक हत्या’ बताया

यूपी में  पुरानी पेंशन बहाली व अन्य मांगों को लेकर राज्य कर्मचारियों का प्रदर्शन

दलितों पर बढ़ते अत्याचार, मोदी सरकार का न्यू नॉर्मल!

बिहार : नीतीश सरकार के ‘बुलडोज़र राज’ के खिलाफ गरीबों ने खोला मोर्चा!   

UPSI भर्ती: 15-15 लाख में दरोगा बनने की स्कीम का ऐसे हो गया पर्दाफ़ाश


बाकी खबरें

  • शारिब अहमद खान
    ईरानी नागरिक एक बार फिर सड़कों पर, आम ज़रूरत की वस्तुओं के दामों में अचानक 300% की वृद्धि
    28 May 2022
    ईरान एक बार फिर से आंदोलन की राह पर है, इस बार वजह सरकार द्वारा आम ज़रूरत की चीजों पर मिलने वाली सब्सिडी का खात्मा है। सब्सिडी खत्म होने के कारण रातों-रात कई वस्तुओं के दामों मे 300% से भी अधिक की…
  • डॉ. राजू पाण्डेय
    विचार: सांप्रदायिकता से संघर्ष को स्थगित रखना घातक
    28 May 2022
    हिंसा का अंत नहीं होता। घात-प्रतिघात, आक्रमण-प्रत्याक्रमण, अत्याचार-प्रतिशोध - यह सारे शब्द युग्म हिंसा को अंतहीन बना देते हैं। यह नाभिकीय विखंडन की चेन रिएक्शन की तरह होती है। सर्वनाश ही इसका अंत है।
  • सत्यम् तिवारी
    अजमेर : ख़्वाजा ग़रीब नवाज़ की दरगाह के मायने और उन्हें बदनाम करने की साज़िश
    27 May 2022
    दरगाह अजमेर शरीफ़ के नीचे मंदिर होने के दावे पर सलमान चिश्ती कहते हैं, "यह कोई भूल से उठाया क़दम नहीं है बल्कि एक साज़िश है जिससे कोई मसला बने और देश को नुकसान हो। दरगाह अजमेर शरीफ़ 'लिविंग हिस्ट्री' है…
  • अजय सिंह
    यासीन मलिक को उम्रक़ैद : कश्मीरियों का अलगाव और बढ़ेगा
    27 May 2022
    यासीन मलिक ऐसे कश्मीरी नेता हैं, जिनसे भारत के दो भूतपूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और मनमोहन सिंह मिलते रहे हैं और कश्मीर के मसले पर विचार-विमर्श करते रहे हैं। सवाल है, अगर यासीन मलिक इतने ही…
  • रवि शंकर दुबे
    प. बंगाल : अब राज्यपाल नहीं मुख्यमंत्री होंगे विश्वविद्यालयों के कुलपति
    27 May 2022
    प. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बड़ा फ़ैसला लेते हुए राज्यपाल की शक्तियों को कम किया है। उन्होंने ऐलान किया कि अब विश्वविद्यालयों में राज्यपाल की जगह मुख्यमंत्री संभालेगा कुलपति पद का कार्यभार।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License