NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
केंद्र सरकार में शिवसेना के इकलौते मंत्री अरविंद सावंत ने इस्तीफा दिया
शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने सोमवार को कहा कि भाजपा अगर महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद साझा करने का वादा पूरा नहीं करना चाहती तो उसके साथ गठबंधन में बने रहने का कोई मतलब नहीं है।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
11 Nov 2019
arvind sawant
Image courtesy: Indiatv

नई दिल्ली। महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर जारी राजनीतिक घटनाक्रम के बीच, केंद्र में भारी उद्योग मंत्री एवं शिवसेना नेता अरविंद सावंत ने सोमवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार से इस्तीफा दे दिया और भाजपा पर सत्ता में हिस्सेदारी के तय फार्मूले से मुकरने का आरोप लगाया।

सावंत ने दिल्ली में संवाददाताओं से कहा, ‘हमने विधानसभा चुनाव गठबंधन में लड़ा था। इसमें कुछ चीजों पर सहमति बनी थी।’ उन्होंने कहा कि इसमें मुख्यमंत्री पद सहित सीटों के 50-50 के अनुपात में बंटवारे का फार्मूला तय हुआ था लेकिन भाजपा अब इससे इंकार कर रही है।

शिवसेना नेता ने कहा कि वे इस झूठ से आहत हैं और अब उनके बीच कोई विश्वास नहीं बचा। उन्होंने कहा, ‘चूंकि अब कोई विश्वास नहीं बचा है, इसलिये मैंने इस्तीफा देने का फैसला किया है। मैंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अपना इस्तीफा भेज दिया है।’

यह पूछे जाने पर कि क्या शिवसेना राजग से अलग हो गई है, सावंत ने कहा: जब मैंने इस्तीफा दे दिया है तो आप समझ सकते हैं कि इसका क्या अर्थ है। इससे पहले, मोदी मंत्रिमंडल में शिवसेना के इकलौते मंत्री सावंत ने टि्वटर पर अपने इस्तीफे संबंधी फैसले की घोषणा की।
 
इससे एक दिन पहले महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने राज्य में उनकी पार्टी शिवसेना को सरकार बनाने का दावा पेश करने का निमंत्रण दिया था।  सावंत ने ट्वीट किया, ‘शिवसेना सच के साथ है। मुझे दिल्ली में झूठ के माहौल में क्यों रहना चाहिए ? मैं केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दे रहा हूं।’

उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले सत्ता और सीटों की साझेदारी पर एक फार्मूला तय हुआ था। शिवसेना और भाजपा दोनों इस पर राजी हुए थे। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘लेकिन अब यह हैरान करने वाली बात है कि जो तय हुआ था उससे इनकार किया गया और शिवसेना को इस तरह से पेश किया जा रहा है जैसे वह झूठ बोल रही है। यह स्तब्ध कर देने वाला है। यह राज्य के गौरव पर धब्बा है। भाजपा ने झूठ की हदें पार करके अपने रास्ते बदल लिए।’

गौरतलब है कि महाराष्ट्र में रविवार को भाजपा द्वारा सरकार बनाने से इनकार करने के कुछ घंटों बाद राज्यपाल ने शिवसेना को सरकार बनाने के लिए दावा पेश करने का निमंत्रण दिया।

राज्य में 288 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के बाद दूसरी सबसे बड़ी पार्टी शिवसेना के पास सरकार बनाने का दावा जताने के लिए सोमवार को शाम साढ़े सात बजे तक का वक्त है। शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस सरकार गठन को लेकर बातचीत में लगी है । वहीं, शरद पवार के नेतृत्व वाली पार्टी ने रविवार को कहा कि शिवसेना को पहले राजग से अलग होना होगा।

वहीं दूसरी ओर शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने सोमवार को कहा कि भाजपा अगर महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद साझा करने का वादा पूरा नहीं करना चाहती तो उसके साथ गठबंधन में बने रहने का कोई मतलब नहीं है।

महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी द्वारा शिवसेना को सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए आमंत्रित करने के एक दिन बाद राउत ने पत्रकारों से कहा, भाजपा ने ‘50:50’ के फार्मूले का पालन नहीं करके जनादेश का ‘अपमान’ किया है।

उन्होंने दावा किया कि लोकसभा चुनाव से पहले इस पर निर्णय ले लिया गया था।

राज्यसभा सदस्य राउत ने कहा, ‘मौजूदा स्थिति भाजपा के इस अहंकार के कारण ही उत्पन्न हुई है कि वह विपक्ष में बैठ लेगी लेकिन मुख्यमंत्री पद साझा नहीं करेगी। ... अगर भाजपा अपना वादा पूरा करने को तैयार नहीं है, तो गठबंधन में रहने का कोई मतलब नहीं है।’

राउत ने एक सवाल के जवाब में कहा कि अगर भाजपा ‘पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी’ (पीडीपी) के साथ मिलकर जम्मू-कश्मीर में सरकार बना सकती है तो शिवसेना महाराष्ट्र में राकांपा और कांग्रेस के साथ ऐसा क्यों नहीं कर सकती।

उन्होंने कहा, ‘क्या हम भाजपा के पीडीपी के साथ गठबंधन को ‘लव जिहाद’ कहें? मैं यहां केवल सवाल के पीछे के विरोधाभास को रेखांकित कर रहा हूं।’

क्षेत्रीय पार्टी पीडीपी और भाजपा दोनों की विचारधारा एकदम अलग है लेकिन इसके बावजूद दोनों ने 2015 में जम्मू-कश्मीर में मिलकर सरकार बनाई थी। हालांकि भाजपा ने महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व वाली सरकार को दिया समर्थन एक साल बाद ही वापस ले लिया था, जिससे राज्य में सरकार गिर गई थी।

राउत ने सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए कम समय मिलने पर भी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा ‘भाजपा को सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए 72 घंटे मिले, पर हमें 24 घंटे दिए गए।’

राउत ने कहा, ‘मुझे हासिल जानकारी के अनुसार, भाजपा सबसे बड़ी पार्टी थी लेकिन उसे 72 घंटे दिए गए। हमें भाजपा से कम सीटें मिली हैं और इस स्थिति में हमें अधिक समय दिया जाना चाहिए था। हालांकि, शिवसेना राज्यपाल के निर्णय का सम्मान करेगी और हम उन्हें आज शाम तक अपने फैसले की जानकारी दे देंगे।’

उन्होंने कहा, ‘महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की साजिश रची जा रही है। शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस इसे सफल ना होने देने पर सहमत हुई हैं।’

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)

Shiv sena
Arvind Sawant
BJP
Maharastra
Fight for Maharastra;s CM
PDP
President's Rule Possible in Maharastra
Arvind Sawant resigns

Related Stories

भाजपा के इस्लामोफ़ोबिया ने भारत को कहां पहुंचा दिया?

कश्मीर में हिंसा का दौर: कुछ ज़रूरी सवाल

सम्राट पृथ्वीराज: संघ द्वारा इतिहास के साथ खिलवाड़ की एक और कोशिश

हैदराबाद : मर्सिडीज़ गैंगरेप को क्या राजनीतिक कारणों से दबाया जा रहा है?

ग्राउंड रिपोर्टः पीएम मोदी का ‘क्योटो’, जहां कब्रिस्तान में सिसक रहीं कई फटेहाल ज़िंदगियां

धारा 370 को हटाना : केंद्र की रणनीति हर बार उल्टी पड़ती रहती है

मोहन भागवत का बयान, कश्मीर में जारी हमले और आर्यन खान को क्लीनचिट

मंडल राजनीति का तीसरा अवतार जाति आधारित गणना, कमंडल की राजनीति पर लग सकती है लगाम 

बॉलीवुड को हथियार की तरह इस्तेमाल कर रही है बीजेपी !

गुजरात: भाजपा के हुए हार्दिक पटेल… पाटीदार किसके होंगे?


बाकी खबरें

  • न्यूज़क्लिक टीम
    कोरोना अपडेट: देश में 24 घंटों में कोरोना के 975 नए मामले, 4 मरीज़ों की मौत  
    16 Apr 2022
    देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलो ने चिंता बढ़ा दी है | दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि सरकार कोरोना पर अपनी नजर बनाए रखे हुए हैं, घबराने की जरूरत नहीं। 
  • सतीश भारतीय
    मध्यप्रदेश: सागर से रोज हजारों मरीज इलाज के लिए दूसरे शहर जाने को है मजबूर! 
    16 Apr 2022
    सागर के बुन्देलखण्ड मेडिकल कॉलेज में सुपर स्पेशियलिटी की सुविधा नहीं है। जिससे जिले की आवाम बीमारियों के इलाज के लिए नागपुर, भोपाल और जबलपुर जैसे शहरों को जाने के लिए बेबस है। 
  • शारिब अहमद खान
    क्या यमन में युद्ध खत्म होने वाला है?
    16 Apr 2022
    यमन में अप्रैल माह में दो अहम राजनीतिक उथल-पुथल देखने को मिला, पहला युद्धविराम की घोषणा और दूसरा राष्ट्रपति आबेद रब्बू मंसूर हादी का सत्ता से हटना। यह राजनीतिक बदलाव क्या यमन के लिए शांति लेकर आएगा ?
  • ओमैर अहमद
    मंडल राजनीति को मृत घोषित करने से पहले, सीएए विरोध प्रदर्शनों के दौरान अंबेडकर की तस्वीरों को याद करें 
    15 Apr 2022
    ‘मंदिर’ की राजनीति ‘जाति’ की राजनीति का ही एक दूसरा स्वरूप है, इसलिए उत्तर प्रदेश के चुनाव ने मंडल की राजनीति को समाप्त नहीं कर दिया है, बल्कि ईमानदारी से इसके पुनर्मूल्यांकन की ज़रूरत को एक बार फिर…
  • सोनिया यादव
    बीएचयू: लाइब्रेरी के लिए छात्राओं का संघर्ष तेज़, ‘कर्फ्यू टाइमिंग’ हटाने की मांग
    15 Apr 2022
    बीएचयू में एक बार फिर छात्राओं ने अपने हक़ के लिए की आवाज़ बुलंद की है। लाइब्रेरी इस्तेमाल के लिए छात्राएं हस्ताक्षर अभियान के साथ ही प्रदर्शन कर प्रशासन पर लड़कियों को शिक्षा से वंचित रखने का आरोप…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License