NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
अपराध
भारत
राजनीति
ओडिशा में जादू टोने के शक में छह बुजुर्ग व्यक्तियों को मानव मल खाने को मजबूर किया
पुलिस के मुताबिक ओडिशा के गंजाम जिले में इन छह व्यक्तियों को जबरदस्ती घर से बाहर निकाला और उन्हें मानव मल खाने के लिए मजबूर किया, बाद में उनके दांत तोड़ दिए।
भाषा
03 Oct 2019
black magic
Image courtesy: Bharatvarsh

बेहरामपुर: ओडिशा के गंजाम जिले में कुछ लोगों ने जादूटोना करने के शक में छह बुजुर्ग व्यक्तियों के दांत तोड़ दिए और उन्हें मानव मल खाने के लिए मजबूर किया। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी।

पुलिस ने बताया कि गोपुरपुर गांव के कुछ लोगों को शक था कि छह बुजुर्ग व्यक्ति जादूटोना कर रहे हैं, जिसके चलते उनके इलाके में कम से कम तीन महिलाओं की मौत हो गई और सात अन्य बीमार हो गईं।

पुलिस के मुताबिक उन्होंने मंगलवार को इन छह व्यक्तियों को जबरदस्ती घर से बाहर निकाला और उन्हें मानव मल खाने के लिए मजबूर किया, बाद में उनके दांत तोड़ दिए। इन छह व्यक्तियों ने मदद की गुहार लगाई लेकिन गांव में कोई भी उनकी मदद के लिए आगे नहीं आया।

हालांकि, इस खबर के जिला मुख्यालय पहुंचने पर पुलिस अधीक्षक ब्रजेश राय पुलिस दल के साथ गांव पहुंचे और घायल व्यक्तियों को बचाया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में 29 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें 22 महिलाएं हैं।

घायल बुजुर्ग व्यक्तियों में सभी की उम्र 60 साल से अधिक है और पुलिस ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया है। उनकी हालत स्थिर है। राय ने कहा कि इस घटना में कथित रूप से शामिल अन्य व्यक्तियों के नाम भी उनके पास हैं, जिन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। गिरफ्तारी के डर से गांव के लगभग सभी पुरुष फरार हो गए हैं।

black magic
Odisha
Forced To Eat Human Faeces

Related Stories

महाराष्ट्र: ‘काला जादू’ के शक में 7 दलितों की पिटाई, 70 साल के बुजुर्ग को भी नहीं छोड़ा

‘सुशासन राज’ में प्रशासन लाचार है, महिलाओं के खिलाफ नहीं रुक रही हिंसा!

पुरी : पुलिसकर्मी ने किया महिला से दुराचार, आधी आबादी किससे लगाए सुरक्षा की गुहार!

हिमाचल में अंधविश्वास की आड़ में बुजुर्ग महिला से मार-पीट, भीड़ ने पोती कालिख

जादू टोना करने के शक में आदिवासी दंपति को मार डाला

झारखंड: अब जादू टोना के संदेह में तीन लोगों को मल खाने के लिए किया गया मजबूर

ओडिशा : आश्रयगृह में एचआईवी संक्रमित लड़कियों के यौन शोषण की जांच शुरू


बाकी खबरें

  • एम. के. भद्रकुमार
    हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शक्ति संतुलन में हो रहा क्रांतिकारी बदलाव
    30 May 2022
    जापान हाल में रूस के ख़िलाफ़ प्रतिबंध लगाने वाले अग्रणी देशों में शामिल था। इस तरह जापान अपनी ताकत का प्रदर्शन कर रहा है।
  • उपेंद्र स्वामी
    दुनिया भर की: कोलंबिया में पहली बार वामपंथी राष्ट्रपति बनने की संभावना
    30 May 2022
    पूर्व में बाग़ी रहे नेता गुस्तावो पेट्रो पहले दौर में अच्छी बढ़त के साथ सबसे आगे रहे हैं। अब सबसे ज़्यादा वोट पाने वाले शीर्ष दो उम्मीदवारों में 19 जून को निर्णायक भिड़ंत होगी।
  • विजय विनीत
    ज्ञानवापी केसः वाराणसी ज़िला अदालत में शोर-शराबे के बीच हुई बहस, सुनवाई 4 जुलाई तक टली
    30 May 2022
    ज्ञानवापी मस्जिद के वरिष्ठ अधिवक्ता अभयनाथ यादव ने कोर्ट में यह भी दलील पेश की है कि हमारे फव्वारे को ये लोग शिवलिंग क्यों कह रहे हैं। अगर वह असली शिवलिंग है तो फिर बताएं कि 250 सालों से जिस जगह पूजा…
  • सोनिया यादव
    आर्यन खान मामले में मीडिया ट्रायल का ज़िम्मेदार कौन?
    30 May 2022
    बहुत सारे लोगों का मानना था कि राजनीति और सांप्रदायिक पूर्वाग्रह के चलते आर्यन को निशाना बनाया गया, ताकि असल मुद्दों से लोगों का ध्यान हटा रहे।
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    हिमाचल : मनरेगा के श्रमिकों को छह महीने से नहीं मिला वेतन
    30 May 2022
    हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा ज़िले में मनरेगा मज़दूरों को पिछले छह महीने से वेतन नहीं मिल पाया है। पूरे  ज़िले में यही स्थिति है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License