NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
रालोसपा में पड़ी फूट, राजद में शामिल हुए 30 से अधिक पदाधिकारी
"अब रालोसपा नाम की किसी पार्टी का दुनिया में कोई अस्तित्व नहीं रहा! एक हठी व्यक्ति के चरणों में बैठने के लिए अब एक ही व्यक्ति वहाँ रह गया है!"
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
13 Mar 2021
रालोसपा में पड़ी फूट, राजद में शामिल हुए 30 से अधिक पदाधिकारी

पटना: बिहार की राजनीति इन दिनों काफी गर्म है ,विपक्ष सड़क से लेकर सड़क तक सरकार से कठिन सवाल पूछ रहा है।  जिसके जबाब सत्ताधारी देने से बच रहे है।  पूर्व केन्द्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) में शुक्रवार को फूट पड़ गई और उसके 30 से अधिक राज्य एवं जिला स्तर के पदाधिकारी राष्ट्रीय जनता दल में शामिल हो गये। राष्ट्रीय जनता दल द्वारा इसे रालोसपा का विलय बताया जा रहा है।  जबकि रालरोसपा  अपनी पार्टी को पहले की तरह अटूट बताने में लगी है।  

रालोसपा की राष्ट्रीय और राज्य कार्यकारिणी की बैठकें शुरू होने से महज एक दिन पहले यह घटनाक्रम देखने को मिला है। माना जा रहा था कि इन बैठकों के खत्म होने के साथ कुशवाहा राजग में दोबारा शामिल होने की घोषणा कर सकते हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जनता दल (यूनाइटेड) के साथ उनकी पार्टी के विलय की भी संभावना जतायी जा रही थी। लेकिन जानकर इसे  कुशवाह के लिए तो झटका बता ही रहे है , साथ ही इसे मुख्यमंत्री नितीश कुमार के लिए भी एक बड़ा झटका माना जा रहा है।  क्योंकि माना जा रहा था की कुशवाह और नीतीश में विलय को लेकर सबकुछ तय हो गया था। ऐसे में इतनी बड़ी संख्या में नेताओं का राजद में शामिल होना ,उनके नेतृत्व पर गंभीर सवाल खड़े करती है।  

राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव की मौजूदगी में उनकी पार्टी में शामिल होने वाले रालोसपा के नेताओं में राज्य के कार्यकारी अध्यक्ष वीरेन्द्र कुशवाहा, राज्य के प्रधान महासचिव निर्मल कुशवाहा और राज्य की महिला प्रकोष्ठ प्रमुख मधु मंजरी मेहता शामिल हैं।

रालोसपा छोड़ने वाले 35 सदस्यों में से अधिकतर बिहार और पड़ोसी सूबे झारखंड के राज्य स्तर के पदाधिकारी हैं। इनमें से अधिकतर पदाधिकारी मुंगेर और पटना जिले से हैं।

शिक्षा जैसे मुद्दों पर पिछले कुछ वर्षों में नीतीश कुमार सरकार के खिलाफ आरएलएसपी के विरोध को याद करते हुए, तेजस्वी यादव ने कहा, "शायद कुशवाहा के विचार अब अचानक बदल गए हैं।"

यादव ने ट्वीट कर कहा, ‘‘रालोसपा के संस्थापकों, प्रमुख नेताओं व पदाधिकारियों ने रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा जी को निष्कासित कर पार्टी का आज राजद में विलय कर दिया। प्रदेश की राजनीति में यह एक बड़ा बदलाव है। उपेंद्र कुशवाहा जी अब अकेले रह गये है। उनकी पार्टी अब राजद का हिस्सा बन चुकी है।‘‘

रालोसपा के राष्ट्रीय महासचिव और पार्टी के मुख्य प्रवक्ता माधव आनंद ने इसकी आलोचना की।

कुशवाहा के प्रमुख सहयोगी आनंद ने एक बयान में कहा, "रालरोसपा पहले की तरह अटूट है और पार्टियां कुछ कमजोर सैनिकों के चले जाने से कमजोर नहीं होती हैं।"

राजद ने फ़ेसबुक पर टिप्पणी करते  लिखा कि "रालोसपा के जिला, प्रदेश व राष्ट्रीय इकाई के सभी मजबूत नेतागण, सभी प्रकोष्ठों के अध्यक्षों एवं सभी बड़े पदधारकों ने आज नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी यादव जी की नेतृत्वक्षमता व समावेशी सोच में आस्था दिखाते हुए प्रदेश अध्यक्ष श्री जगदानंद सिंह जी की अध्यक्षता और नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी यादव जी की उपस्थिति में पूरी की पूरी रालोसपा का पूरी तरह से विलय राजद में कर दिया! '

आगे उन्होंने लिखा "अब रालोसपा नाम की किसी पार्टी का दुनिया में कोई अस्तित्व नहीं रहा! एक हठी व्यक्ति के चरणों में बैठने के लिए अब एक ही व्यक्ति वहाँ रह गया है!"

(समाचार एजेंसी भाषा इनपुट के साथ)

Bihar
upendra kushwaha
RLSP
RJD
Tejashwi Yadav

Related Stories

बिहार: पांच लोगों की हत्या या आत्महत्या? क़र्ज़ में डूबा था परिवार

बिहार : जीएनएम छात्राएं हॉस्टल और पढ़ाई की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर

मंडल राजनीति का तीसरा अवतार जाति आधारित गणना, कमंडल की राजनीति पर लग सकती है लगाम 

बिहारः नदी के कटाव के डर से मानसून से पहले ही घर तोड़कर भागने लगे गांव के लोग

मिड डे मिल रसोईया सिर्फ़ 1650 रुपये महीने में काम करने को मजबूर! 

बिहार : दृष्टिबाधित ग़रीब विधवा महिला का भी राशन कार्ड रद्द किया गया

बिहार : नीतीश सरकार के ‘बुलडोज़र राज’ के खिलाफ गरीबों ने खोला मोर्चा!   

बिहार : जन संघर्षों से जुड़े कलाकार राकेश दिवाकर की आकस्मिक मौत से सांस्कृतिक धारा को बड़ा झटका

बिहार पीयूसीएल: ‘मस्जिद के ऊपर भगवा झंडा फहराने के लिए हिंदुत्व की ताकतें ज़िम्मेदार’

बिहार में ज़िला व अनुमंडलीय अस्पतालों में डॉक्टरों की भारी कमी


बाकी खबरें

  • Budget 2022
    भरत डोगरा
    जलवायु बजट में उतार-चढ़ाव बना रहता है, फिर भी हमेशा कम पड़ता है 
    18 Feb 2022
    2022-23 के केंद्रीय बजट में जलवायु परिवर्तन, उर्जा नवीनीकरण एवं पर्यावरणीय संरक्षण के लिए जिस मात्रा में समर्थन किये जाने की आवश्यकता है, वैसा कर पाने में यह विफल है।
  • vyapam
    भाषा
    व्यापमं घोटाला : सीबीआई ने 160 और आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया
    18 Feb 2022
    केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने वर्ष 2013 के प्री-मेडिकल टेस्ट (पीएमटी) में धांधली करने के आरोप में 160 और आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र अदालत में दाखिल किया है। आरोपियों में प्रदेश के तीन निजी मेडिकल…
  • Modi
    बी सिवरमन
    मोदी के नेतृत्व में संघीय अधिकारों पर बढ़ते हमले
    18 Feb 2022
    मोदी सरकार द्वारा महामारी प्रबंधन के दौरान अनुच्छेद 370 का निर्मम हनन हो, चाहे राज्यों के अधिकारों का घोर उल्लंघन हो या एकतरफा पूर्ण तालाबंदी की घोषणा हो या फिर महामारी के शुरुआती चरणों में अत्यधिक…
  • kannauj
    तारिक़ अनवर
    यूपी चुनाव: कन्नौज के पारंपरिक 'इत्र' निर्माता जीवनयापन के लिए कर रहे हैं संघर्ष
    18 Feb 2022
    कच्चे माल की ऊंची क़ीमतें और सस्ते, सिंथेटिक परफ्यूम के साथ प्रतिस्पर्धा पारंपरिक 'इत्र' निर्माताओं को पहले से कहीं अधिक प्रभावित कर रही है।
  • conteniment water
    सौरभ शर्मा
    यूपी चुनाव: कथित तौर पर चीनी मिल के दूषित पानी की वजह से लखीमपुर खीरी के एक गांव में पैदा हो रही स्वास्थ्य से जुड़ी समस्यायें
    18 Feb 2022
    लखीमपुर खीरी ज़िले के धरोरा गांव में कथित तौर पर एक चीनी मिल के कारण दूषित होते पानी के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। गांव के लोग न सिर्फ़ स्वास्थ्य से जुड़ी गंभीर समस्याओं से जूझ रहे हैं, बल्कि…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License