भारत सरकार के अर्थव्यवस्था से जुड़े आँकड़ों में पाँच साल पहले लागू नोटबंदी के भयानक असर दिखाई नहीं देतेI न्यूज़क्लिक से एक खास बातचीत में प्रोफेसर अरुण कुमार ने कहा कि इस अचानक लिए फैसले ने देश की जनसँख्या के सबसे कमज़ोर वर्गों, जिनमें दिहाड़ी मज़दूर, महिलाएँ, वरिष्ठ नागरिक, किसान, छोटे व्यापारी और दुकानदार शामिल हैं, उन्हें नुकसान पहुँचायाI