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दक्षिण अफ्रीका की सबसे बड़ी डेयरी कंपनी में हड़ताल सरकारी दमन के बावजूद जारी 
देश भर के विभिन्न प्लांटों में क्लोवर के 6000 कर्मचारियों में से 2000 कर्मचारियों ने 16% वेतन वृद्धि की मांग करते हुए काम करना बंद कर दिया है।
पीपल्स डिस्पैच
15 Oct 2020
 हड़ताल

जनरल इंडस्ट्रियल वर्कर्स यूनियन ऑफ साउथ अफ्रीका (जीआईडब्ल्यूयूएसए) के एक सदस्य की मौत 13 अक्टूबर को उस समय हुई थी जब दक्षिण अफ्रीका की सबसे बड़ी डेयरी कंपनी क्लोवर इंडस्ट्रीज के हड़ताल करने वाले कर्मचारियों पर पुलिस ने रबर की गोलियां चलाई थी। 

जीआईडब्ल्यूयूएसए के उप महासचिव चार्ल्स फहला के अनुसार फायरिंग के समय कर्मचारी क्लेविले में कंपनी के डिपो में प्रदर्शन कर घर लौट रहे थे। वे बताते हैं कि ये घटना स्थल क्लोवर प्लांट के क़रीब भी नहीं था।

उन्होंने पीपल्स डिस्पैच को बताया, “दिन भर पुलिस क्लेविले में प्लांट में हमारे प्रदर्शन पर नज़र रखे हुई थी, खाने पीने की चीज़े क्लोवर उन्हें दे रहा था। लेकिन दिन में उपद्रव जैसी कोई स्थिति नहीं थी। ” ब्लॉमफोन्टिन में क्लोवर प्लांट के बाहर क्लेविले, मिल्नर्टन, पैरो, पोलोक्वेन और क्वींसबर्ग में ये प्रदर्शन भी शांतिपूर्ण थे।

श्रमिकों के दलालों के माध्यम से आउटसोर्सिंग की समाप्ति और 16% वेतन वृद्धि की मांग करते हुए दक्षिण अफ्रीका में क्लोवर द्वारा नियुक्त 6000 कर्मचारियों में से 2000 ने काम करना बंद कर दिया जो 13 अक्टूबर से शुरू हुआ। 

यह दिन शाम के 7 बजे के बाद जब कर्मचारी क्लेविले में कंपनी के प्लांट में प्रदर्शन कर वापस घर लौट रहे थे तब उन्हें एक क्रॉसिंग पर रोक दिया गया जहां पुलिस ने "हमारे यूनियन की लाल टी-शर्ट पहने हुए सभी लोगों को गोली मारनी शुरू कर दी।" ये बातें चार्ल्स ने कही।

गोलियों से बचने के दौरान भागते हुए ख़िलसन मनाका को एक कार ने टक्कर मार दी जिससे उनके सिर में चोट लगी और उनकी मौत हो गई। उनके साथ रहे दो अन्य एक्टिविस्ट को गिरफ़्तार किया गया है। चार्ल्स ने कहा, "हम नहीं जानते कि उनके ख़िलाफ़ किस तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं। हमारे वकील उनकी रिहाई कराने की कोशिश कर रहे हैं।” उन्हें 15 अक्टूबर को अदालत में पेश किए जाने की उम्मीद है।

चार्ल्स ने कहा, इस बीच, हड़ताल और विभिन्न प्लांट में प्रदर्शन "उस समय तक जारी रहेगा जब तक कि प्रबंधन हमारी मांगों को स्वीकार नहीं करता।" उन्होंने कहा, "क्लोवर उत्पादों का बहिष्कार कर हमें समर्थन देने के लिए जनता से भी हम सभी आह्वान कर रहे हैं।"

South Africa
Strike in Dairy Compony
workers protest
General Industrial Workers Union of South Africa
GIWUSA

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