NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
स्वास्थ्य
भारत
राजनीति
फिलीपीन में फंसे भारतीय छात्रों को वापस लाने की राज्यसभा में उठी मांग
भाजपा के सतीश चंद्र दुबे ने कहा कि उनके गृह जिला पश्चिम चंपारण के तीन छात्र सहित देश भर के 540 से ज्यादा छात्र फिलीपीन में फंसे हुए हैं।
भाषा
20 Mar 2020
फिलीपीन में फंसे भारतीय छात्र
Image courtesy: Dainik Bhaskar

दिल्ली: राज्यसभा में शुक्रवार को भाजपा के दो सदस्यों ने कोरोना वायरस के कारण भारतीय छात्रों के फिलीपीन में फंस जाने का मुद्दा और सरकार से उनकी जल्दी वापसी सुनिश्चित करने का आग्रह किया।

भाजपा के सतीश चंद्र दुबे ने शून्यकाल में यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि उनके गृह जिला पश्चिम चंपारण के तीन छात्र सहित देश भर के 540 से ज्यादा छात्र फिलीपीन में फंसे हुए हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के कारण सभी उड़ानें रद्द हो गयी हैं। इस वजह से वे वापस नहीं आ पा रहे हैं।

दुबे ने विदेश मंत्रालय से अनुरोध किया कि वह फिलीपीन में फंसे छात्रों की वापसी की व्यवस्था करे।

शून्यकाल में ही भाजपा के किरोड़ीलाल मीणा ने भी यह मुद्दा उठाया और कहा कि राजस्थान के विभिन्न मेडकिल कॉलेजों के करीब 110 छात्र फिलीपीन में फंसे हुए हैं। उन्होंने कहा कि वे लोग भारत आने की तैयारी में थे और पूरी व्यवस्था हो गयी थी।

मीणा ने कहा कि आखिरी समय में उड़ानें रद्द हो गयीं और वे लोग पिछले 24 घंटों से हवाई अड्डे पर ही फंसे हुए हैं। वहां कोविड आपातस्थिति लागू हो गयी है। उन्होंने भी फंसे मेडिकल छात्रों को वापस लाने के लिए जरूरी कदम उठाए जाने का सरकार से अनुरोध किया।

शून्यकाल में ही माकपा सदस्य झरना दास वैद्य ने कोरोना वायरस को देखते हुए पीडीएस जैसी विभिन्न योजनाओं में बायोमीट्रिक जांच स्थगित किए जाने की मांग की।

शून्यकाल में ही मनोनीत स्वप्न दासगुप्ता ने कई उच्च शिक्षण संस्थानों में नियुक्तियों में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के दिशानिर्देशों का पालन नहीं होने का मुद्दा उठाया। पश्चिम बंगाल के एक संस्थान का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वहां पहले अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति में यूजीसी के दिशानिर्देशों का पालन नहीं किया। बाद में उन शिक्षकों की नियुक्ति को स्थायी कर दिया गया और उनका कार्यकाल 65 साल की आयु तक होगा।

Coronavirus
Indian student
Philippines
Rajya Sabha
Satish Chandra Dubey
BJP

Related Stories

कोरोना अपडेट: देश में पिछले 24 घंटों में 2,745 नए मामले, 6 लोगों की मौत

कोरोना अपडेट: देश में आज फिर कोरोना के मामलों में क़रीब 27 फीसदी की बढ़ोतरी

कोरोना अपडेट: देश में कोरोना के घटते मामलों के बीच बढ़ रहा ओमिक्रॉन के सब स्ट्रेन BA.4, BA.5 का ख़तरा 

आशा कार्यकर्ताओं को मिला 'ग्लोबल हेल्थ लीडर्स अवार्ड’  लेकिन उचित वेतन कब मिलेगा?

कोरोना अपडेट: देश में ओमिक्रॉन वैरिएंट के सब स्ट्रेन BA.4 और BA.5 का एक-एक मामला सामने आया

कोरोना अपडेट: देश में फिर से हो रही कोरोना के मामले बढ़ोतरी 

कोविड-19 महामारी स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्र में दुनिया का नज़रिया नहीं बदल पाई

कोरोना अपडेट: अभी नहीं चौथी लहर की संभावना, फिर भी सावधानी बरतने की ज़रूरत

कोरोना अपडेट: दुनियाभर के कई देशों में अब भी क़हर बरपा रहा कोरोना 

कोरोना अपडेट: देश में एक्टिव मामलों की संख्या 20 हज़ार के क़रीब पहुंची 


बाकी खबरें

  • भाषा
    मोहाली में पुलिस मुख्यालय पर ग्रेनेड हमला
    10 May 2022
    मोहाली पुलिस ने एक बयान में कहा, ''शाम 7.45 बजे सेक्टर 77, एसएएस नगर में पंजाब पुलिस खुफिया मुख्यालय परिसर में एक मामूली विस्फोट की सूचना मिली। किसी नुकसान की सूचना नहीं है। वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल…
  • पीपल्स डिस्पैच
    अनिश्चितता के इस दौर में रौशनी दिखाता श्रमिकों का संघर्ष  
    10 May 2022
    पोटेरे अल पोपोलो के राष्ट्रीय प्रवक्ताओं ने 6 से 8 मई तक इटली के रोम में आयोजित वर्ल्ड फ़ेडरेशन ऑफ़ ट्रेड यूनियन्स की 18वीं कांग्रेस को संबोधित किया।
  • शाओनी दास
    ग़ैरक़ानूनी गतिविधियां (रोकथाम) क़ानून और न्याय की एक लंबी लड़ाई
    10 May 2022
    ग़ैरक़ानूनी गतिविधियां (रोकथाम) क़ानून, 1967 [यूएपीए] को 14 सितंबर, 2020 को हुए दिल्ली दंगों में कथित साज़िशकर्ताओं के ख़िलाफ़ इस्तेमाल गया है।
  • अजय कुमार
    क्या दुनिया डॉलर की ग़ुलाम है?
    10 May 2022
    मौजूदा वक़्त की हालत यह है कि वित्तीय बाजार की पूरी दुनिया पर डॉलर का दबदबा है। लंदन, न्यूयॉर्क से वित्तीय बाजार नियंत्रित हो रहा है लेकिन दुनिया के उत्पादन श्रृंखला पर अमेरिका का दबदबा नहीं है।
  • राज वाल्मीकि
    मेरे लेखन का उद्देश्य मूलरूप से दलित और स्त्री विमर्श है: सुशीला टाकभौरे
    10 May 2022
    सुशीला टाकभौरे ने कविता, कहानी, उपन्यास, नाटक आदि कई विधाओं में लेखन किया है। कई कहानियां, कविता और उपन्यास, आत्मकथा विभिन्न राज्यों के पाठ्यक्रम में लगी हुई हैं। आपको कई पुरस्कारों से सम्मानित किया…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License