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इतवार की कविता : तुम्हारी जाति क्या है कुमार अंबुज?
इतवार की कविता में आज पेश है कुमार अंबुज की कविता 'तुम्हारी जाति क्या है'।
न्यूज़क्लिक डेस्क
10 Jan 2021
जाति

इतवार की कविता में आज पेश है कुमार अंबुज की कविता 'तुम्हारी जाति क्या है'।

तुम्हारी जाति क्या है कुमार अंबुज?
तुम किस-किस के हाथ का खाना खा सकते हो
और पी सकते हो किसके हाथ का पानी

चुनाव में देते हो किस समुदाय को वोट

ऑफ़िस में किस जाति से पुकारते हैं लोग तुम्हें

जन्मपत्री में लिखा है कौन सा गोत्र और कहां ब्याही जाती हैं
तुम्हारे घर की बहन-बेटियां

बताओ अपना धर्म 
और वंशावली के बारे में

किस मस्जिद किस मंदिर किस गुरुद्वारे में किस चर्च में करते हो तुम प्रार्थनाएं

तुम्हारी नहीं तो अपने पिता
अपने बच्चों की जाति बताओ

बताओ कुमार अंबुज
इस बार दंगे में रहोगे किस तरफ़
और मारे जाओगे
किसके हाथों?

- कुमार अंबुज

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Kumar Ambuj
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Hindi poem
Sunday Poem
Caste

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CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License