NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
उच्चतम न्यायालय ट्रांसजैंडर के लिए आरक्षण के अनुरोध करने वाली याचिका पर करेगा सुनवाई
शीर्ष अदालत वकील रीपक कंसल एवं अन्य की ओर से दायर याचिका पर सुनवाई कर रही थी, जिसमें ट्रांसजैंडर को रोजगार के समान अवसर उपलब्ध कराने और उनके साथ भेदभाव नहीं किए जाना सुनिश्चित करने का अनुरोध किया गया है।
भाषा
13 Mar 2021
उच्चतम न्यायालय

नयी दिल्ली : उच्चतम न्यायालय ने शुक्रवार को उस याचिका पर सुनवाई को लेकर सहमति जताई, जिसमें ट्रांसजैंडर को ‘‘सामाजिक एवं शैक्षणिक स्तर पर पिछड़ा नागरिक मानने’’ और उन्हें शैक्षणिक संस्थानों में दाखिले और सार्वजनिक नियुक्तियों में आरक्षण प्रदान करने के लिए निर्देश का अनुरोध किया गया है।

मुख्य न्यायाधीश एस ए बोबडे और न्यायमूर्ति ए एस बोपन्ना की पीठ ने याचिकाकर्ता को ट्रांसजैंडर एसोसिएशन को भी इस मामले में दो सप्ताह के भीतर पक्षकार बनाने को कहा।

शीर्ष अदालत वकील रीपक कंसल एवं अन्य की ओर से दायर याचिका पर सुनवाई कर रही थी, जिसमें ट्रांसजैंडर को रोजगार के समान अवसर उपलब्ध कराने और उनके साथ भेदभाव नहीं किए जाना सुनिश्चित करने का अनुरोध किया गया है।

याचिका में खुफिया ब्यूरो में सहायक केंद्रीय खुफिया अधिकारी के दो हजार पदों पर निकाली गई भर्ती की अधिसूचना को चुनौती दी गई है।

अधिसूचना के मुताबिक, भारतीय पुरुष एवं महिला नागरिकों से ही आवेदन मांगे गए हैं। इसमें कहा गया है कि यह ट्रांसजैंडर के मौलिक अधिकारों के साथ ही मानवाधिकारों का भी उल्लंघन है।

Supreme Court
transgender
Reservation for transgender

Related Stories

ज्ञानवापी मस्जिद के ख़िलाफ़ दाख़िल सभी याचिकाएं एक दूसरे की कॉपी-पेस्ट!

आर्य समाज द्वारा जारी विवाह प्रमाणपत्र क़ानूनी मान्य नहीं: सुप्रीम कोर्ट

समलैंगिक साथ रहने के लिए 'आज़ाद’, केरल हाई कोर्ट का फैसला एक मिसाल

मायके और ससुराल दोनों घरों में महिलाओं को रहने का पूरा अधिकार

जब "आतंक" पर क्लीनचिट, तो उमर खालिद जेल में क्यों ?

विचार: सांप्रदायिकता से संघर्ष को स्थगित रखना घातक

सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक आदेश : सेक्स वर्कर्स भी सम्मान की हकदार, सेक्स वर्क भी एक पेशा

तेलंगाना एनकाउंटर की गुत्थी तो सुलझ गई लेकिन अब दोषियों पर कार्रवाई कब होगी?

मलियाना कांडः 72 मौतें, क्रूर व्यवस्था से न्याय की आस हारते 35 साल

क्या ज्ञानवापी के बाद ख़त्म हो जाएगा मंदिर-मस्जिद का विवाद?


बाकी खबरें

  • मनोलो डी लॉस सैंटॉस
    क्यूबाई गुटनिरपेक्षता: शांति और समाजवाद की विदेश नीति
    03 Jun 2022
    क्यूबा में ‘गुट-निरपेक्षता’ का अर्थ कभी भी तटस्थता का नहीं रहा है और हमेशा से इसका आशय मानवता को विभाजित करने की कुचेष्टाओं के विरोध में खड़े होने को माना गया है।
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    आर्य समाज द्वारा जारी विवाह प्रमाणपत्र क़ानूनी मान्य नहीं: सुप्रीम कोर्ट
    03 Jun 2022
    जस्टिस अजय रस्तोगी और बीवी नागरत्ना की पीठ ने फैसला सुनाते हुए कहा कि आर्यसमाज का काम और अधिकार क्षेत्र विवाह प्रमाणपत्र जारी करना नहीं है।
  • सोनिया यादव
    भारत में धार्मिक असहिष्णुता और पूजा-स्थलों पर हमले को लेकर अमेरिकी रिपोर्ट में फिर उठे सवाल
    03 Jun 2022
    दुनिया भर में धार्मिक स्वतंत्रता पर जारी अमेरिकी विदेश मंत्रालय की रिपोर्ट भारत के संदर्भ में चिंताजनक है। इसमें देश में हाल के दिनों में त्रिपुरा, राजस्थान और जम्मू-कश्मीर में मुस्लिमों के साथ हुई…
  • बी. सिवरामन
    भारत के निर्यात प्रतिबंध को लेकर चल रही राजनीति
    03 Jun 2022
    गेहूं और चीनी के निर्यात पर रोक ने अटकलों को जन्म दिया है कि चावल के निर्यात पर भी अंकुश लगाया जा सकता है।
  • अनीस ज़रगर
    कश्मीर: एक और लक्षित हत्या से बढ़ा पलायन, बदतर हुई स्थिति
    03 Jun 2022
    मई के बाद से कश्मीरी पंडितों को राहत पहुंचाने और उनके पुनर्वास के लिए  प्रधानमंत्री विशेष पैकेज के तहत घाटी में काम करने वाले कम से कम 165 कर्मचारी अपने परिवारों के साथ जा चुके हैं।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License