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भारत
राजनीति
सुप्रिया हत्याकांडः क़रीब एक हफ्ते बाद एक संदिग्ध गिरफ़्तार, सभी दोषियों को पकड़ने की मांग तेज़
माकपा की दलसिंहसराय और विद्यापतिनगर स्थानीय कमेटी ने रविवार को विरोध मार्च निकाला और सुप्रिया की हत्या के दोषियों को जल्द पकड़कर सजा देने की मांग की।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
20 Sep 2021
CPI(M)

बिहार के वैशाली जिले की दसवीं कक्षा में पढ़ने वाली सुप्रिया (15 वर्ष) की निर्मम हत्‍या को लेकर सोमवार को लोगों का गुस्‍सा काफी भड़क गया। इस घटना के बाद से ही इलाके के लोग काफी आक्रोशित थे। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार गुस्साई भीड़ ने एक संदिग्‍ध को पकड़ लिया और उसकी पिटाई कर दी।

पुलिस ने काफी मशक्‍कत और घंटों तक जूझने के बाद संदिग्‍ध को अपनी हिरासत में लिया। इस दौरान लोगों के गुस्‍से को देखते हुए एसपी मनीष ने सुप्रिया के पिता के साथ लोगों को समझाने की कोशिश की। कब्‍जे में लेने के बाद पुलिस संदिग्‍ध को अपने साथ ले गई।

रिपोर्ट के मुताबिक पकड़े गए संदिग्‍ध का घर घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर है और घटना वाले दिन से ही वह फरार था। गुप्त सूचना के आधार पर सोमवार को थानेदार सादी वर्दी में उसे पकड़ने के लिए पहुंचे थे।

जब संदिग्‍ध की नज़र पुलिस पर पड़ी तो वह भागने लगा। संदिग्‍ध को भागता हुआ देख भीड़ ने उसे पकड़ लिया। इसके बाद लोग उसकी पिटाई करने लगे। रिपोर्ट के अनुसार आरोपी को कब्‍जे में लेने की कोशिश कर रहे थानाध्‍यक्ष से भी भीड़ की धक्‍का मुक्‍की हुई। इसमें थानाध्‍यक्ष को कुछ चोट भी आई है। भीड़ के गुस्‍से को देखते हुए थानाध्‍यक्ष ने खुद को आरोपी के साथ एक दुकान में बंद कर लिया। बड़ी संख्या में मौजूद लोगों ने उस दुकान को घेर लिया। सूचना मिलते ही समस्‍तीपुर के पटोरी थाने और वैशाली के कई थानों की पुलिस घटनास्‍थल पर पहुंच गई।

क्या है पूरा मामला?

10वीं की छात्रा सुप्रिया रोज सुबह करीब पांच बजे कोचिंग पढ़ने के लिए साइकिल से करनौती से 7 किमी दूर पटोरी जाती थी। जिस स्थान पर सुप्रिया की हत्या की गई वह स्थान इसी रास्ते में पड़ता है जो कि काफी सुनसान इलाका है।

मंगलवार, 14 सितंबर को वह सुबह करीब पांच बजे के आस पास घर से कोचिंग के लिए निकली थी लेकिन वह कोचिंग नहीं पहुंची। सुप्रिया के घर न लौटने पर परिजनों ने उसकी तलाश शुरू कर दी पर उसका कोई पता नहीं चल सका। परिजनों ने शाम को महनार थाना को फोन से सूचना दी फिर बाद में लिखित सूचना दी।

रिपोर्ट के मुताबिक 15 सितंबर को 11 बजे दिन में एक महिला ने बरेठा बही चौर के पास पानी में एक लड़की की लाश की सूचना स्थानीय लोगों को दी। बाद में इस शव की पहचान सुप्रिया के रूप में हुई। घटना के कई दिन बाद तक हत्‍यारों की गिरफ्तारी न हो पाने के चलते लोग गुस्‍से में थे।

गुरुवार को पटोरी में हजारों छात्र-छात्राओं ने इस घटना को लेकर शहर के शहीद भगत सिंह चौक से शाहपुर पटोरी रेलवे स्टेशन तक कैंडल मार्च निकालकर मृत छात्रा को श्रद्धांजलि दी थी। इस मार्च में शामिल छात्र-छात्राएं और अन्य लोग अपने अपने हाथों में बैनर और तख्तियां लिए हुए थे। इन बैनरों और तख्तियों के जरिए अपराधियों की शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे।

उधर सुप्रिया की हत्या को लेकर बिहार में जगह जगह पर विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं। समस्तीपुर जिले की माकपा की दलसिंहसराय और विद्यापतिनगर स्थानीय कमेटी ने रविवार को विरोध मार्च निकाला और दोषियों को जल्द पकड़कर सजा देने की मांग की। कार्यकर्ताओं ने बिहार में लचर कानून व्यवस्था और महिलाओं की असुरक्षा को लेकर सवाल खड़े किए। सरायरंजन, सातनपुर, मोहिउद्दीनगर और उजियारपुर समेत कई इलाकों में कैंडल मार्च निकाला गया और विरोध प्रदर्शन किए गए।    

Bihar
Supriya murder case
CPI-M
SFI

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