NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
तमिलनाडु : कथित सेक्स चैट से बीजेपी को बड़ा झटका
जहाँ एक तरफ़ पार्टी राज्य में अपनी साख जमाना चाह रही है, वहीं तमिलनाडु बीजेपी के जनरल सेक्रेटी ने इस्तीफ़ा दे दिया है।
श्रुति एमडी
26 Aug 2021
तमिलनाडु : कथित सेक्स चैट से बीजेपी को बड़ा झटका
प्रतिनिधित्व इस्तेमाल के लिए

तमिलनाडु में भारतीय जनता पार्टी एक बार फिर से विवादों में है। मंगलवार को पार्टी के राज्य मुख्य सचिव केटी राघवन की एक महिला पार्टी वर्कर के साथ कथित सेक्स चैट की एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है।

यूट्यूबर और बीजेपी के सदस्य मदन रविचंद्रन ने दावा किया कि उन्होंने यह वीडियो राज्य बीजेपी के नेताओं के ख़िलाफ़ यौन शोषण के मामलों की जांच के तहत रिलीज़ की है। वीडियो रिलीज़ होने के एक दिन बाद ही उनका यूट्यूब चैनल और अन्य वीडियो को बंद कर दिया गया है।

वीडियो जारी होने के कुछ समय बाद ही राघवन ने बीजेपी राज्य अध्यक्ष के अन्नामलाई को अपना इस्तीफ़ा सौंप दिया। उन्होंने ट्वीट कर के आरोपों को ख़ारिज किया और कहा कि यह उन्हें बदनाम करने की साज़िश है। हालांकि, बीजेपी के समर्थकों और अन्य लोगों ने सोशल मीडिया पर राघवन की कड़ी आलोचना की है।

पार्टी के एक मशहूर चेहरे के ऐसे स्कैंडल में फँसने से राज्य में बीजेपी को बड़ा झटका लगा है, जिसने हाल ही में पश्चिमी तमिलनाडु के कोंगु क्षेत्र से यात्रा निकाली थी।

सवाल

इस वीडियो ने जनता के बीच कई सवाल कड़े कर दिए हैं। पार्टी से पिछले साल ही जुड़े रविचंद्रन ने अपनी पार्टी नेता के 'शामिल' होने वाला यह वीडियो क्यों जारी किया? इसके अलावा, वह पार्टी नेताओं के ख़िलाफ़ यौन शोषण के आरोपों की जांच क्यों कर रहे हैं और उन्हें ऑनलाइन साझा क्यों कर रहे हैं? वीडियो ने पार्टी की छवि को तार तार कर दिया है और यह साफ़ नहीं हो रहा है कि एक पार्टी सदस्य ऐसा क्यों करेगा।

रविचंद्रन ने दावा किया कि उन्होंने अन्नामलाई से वीडियो रिलीज़ करने की अनुमति ले ली थी और उनकी व्हाट्सएप चैट का स्क्रीनशॉट भी सोशल मीडिया पर जारी किया है।

मदन और अन्नामलाई के बीच हुई व्हाट्सएप चैट का स्क्रीनशॉट

अन्नामलाई

अन्नामलाई ने रविचंद्रन को ऐसी विवादित वीडियो जारी करने की अनुमति क्यों दी? ट्विटर के पोस्ट से पार्टी के बीच विवाद की झलक मिलती है। एक बयान में अन्नामलाई ने यह माना है कि रविचंद्रन ने उन्हें 2 बार इस मामले के बारे में बताया था मगर कोई सबूत पेश नहीं किये थे। उन्होंने आगे कहा कि रविचंद्रन ने एक मैसेज में कहा था कि अगर कोई कदम नहीं उठाया गया तो वह ऐसे 215 नेताओं की वीडियो रिलीज़ कर देंगे और उन्हें अनुमति दे दी गई थी।

एक और सवाल यह है कि आरोपों को ख़ारिज करते हुए भी राघवन ने इस्तीफ़ा क्यों दिया?

छवि तार-तार

राघवन की कथित बेवफ़ाई की ओर इशारा करने के अलावा जनता के बीच उनकी अच्छे इंसान की छवि के कारण भी इस वीडियो ने भाजपा समर्थकों को नाराज़ कर दिया है। इसके अलावा, जिस बात ने भाजपा समर्थकों को नाराज़ किया, वह यह कि कथित रूप से महिला के साथ बातचीत के दौरान राघवन पूजा वाले कमरे में थे। राघवन को अन्य विचारधाराओं पर हमला करने के लिए जाना जाता है, वह ख़ास तौर पर पेरियार के कड़े आलोचक रहे हैं।

रविचंद्रन ने कहा कि उन्होंने पहला वीडियो राघवन का इसलिये रिलीज़ किया क्योंकि मीडिया में उनकी 'साफ़ व्यक्ति' की छवि है। ग़ौरतलब है कि राघवन तमिल नाडु में बीजेपी के चेहरे के रूप में थे जो टीवी डिबेट में लगातार दिखते थे।

यह बात अभी साफ़ नहीं हुई है कि राघवन ने महिला से ज़बरदस्ती की या नहीं, महिला ने अभी तक कोई शिकायत दर्ज नहीं की है।

कांग्रेस विधायक जोतिमनी ने कहा है कि पार्टी राघवन के ख़िलाफ़ पुलिस केस दर्ज करवाएगी क्योंकि "उन्होंने एक महिला के साथ दुर्व्यवहार किया है और इसकी जांच होनी चाहिए।"

वीडियो तब सामने आया जब राज्य बीजेपी ने जून में एक लेख प्रकाशित करने के लिए तमिल दैनिक समाचार दिनमलर को क़ानूनी नोटिस जारी किया, जिसमें आरोप लगाया गया था कि पार्टी को अपने राज्य के नेताओं के ख़िलाफ़ यौन उत्पीड़न की शिकायतें मिली थीं। भाजपा ने लेख को झूठा और मनगढ़ंत बताया था और क़ानूनी कार्रवाई की थी।

इस लेख को मूल अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें।

Tamil Nadu: Alleged Sex-chat Big Setback for BJP

tamil nadu
BJP
sex scandal
Video
sting
Raghavan
youtube

Related Stories

भाजपा के इस्लामोफ़ोबिया ने भारत को कहां पहुंचा दिया?

कश्मीर में हिंसा का दौर: कुछ ज़रूरी सवाल

सम्राट पृथ्वीराज: संघ द्वारा इतिहास के साथ खिलवाड़ की एक और कोशिश

हैदराबाद : मर्सिडीज़ गैंगरेप को क्या राजनीतिक कारणों से दबाया जा रहा है?

ग्राउंड रिपोर्टः पीएम मोदी का ‘क्योटो’, जहां कब्रिस्तान में सिसक रहीं कई फटेहाल ज़िंदगियां

धारा 370 को हटाना : केंद्र की रणनीति हर बार उल्टी पड़ती रहती है

मोहन भागवत का बयान, कश्मीर में जारी हमले और आर्यन खान को क्लीनचिट

मंडल राजनीति का तीसरा अवतार जाति आधारित गणना, कमंडल की राजनीति पर लग सकती है लगाम 

बॉलीवुड को हथियार की तरह इस्तेमाल कर रही है बीजेपी !

गुजरात: भाजपा के हुए हार्दिक पटेल… पाटीदार किसके होंगे?


बाकी खबरें

  • एम. के. भद्रकुमार
    पुतिन की अमेरिका को यूक्रेन से पीछे हटने की चेतावनी
    29 Apr 2022
    बाइडेन प्रशासन का भू-राजनीतिक एजेंडा सैन्य संघर्ष को लम्बा खींचना, रूस को सैन्य और कूटनीतिक लिहाज़ से कमज़ोर करना और यूरोप को अमेरिकी नेतृत्व पर बहुत ज़्यादा निर्भर बना देना है।
  • अजय गुदावर्ती
    भारत में धर्म और नवउदारवादी व्यक्तिवाद का संयुक्त प्रभाव
    28 Apr 2022
    नवउदारवादी हिंदुत्व धर्म और बाजार के प्रति उन्मुख है, जो व्यक्तिवादी आत्मानुभूति पर जोर दे रहा है।
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    जहाँगीरपुरी हिंसा : "हिंदुस्तान के भाईचारे पर बुलडोज़र" के ख़िलाफ़ वाम दलों का प्रदर्शन
    28 Apr 2022
    वाम दलों ने धरने में सांप्रदायिकता के ख़िलाफ़ व जनता की एकता, जीवन और जीविका की रक्षा में संघर्ष को तेज़ करने के संकल्प को भी दोहराया।
  • protest
    न्यूज़क्लिक टीम
    दिल्ली: सांप्रदायिक और बुलडोजर राजनीति के ख़िलाफ़ वाम दलों का प्रदर्शन
    28 Apr 2022
    वाम दलों ने आरएसएस-भाजपा पर लगातार विभाजनकारी सांप्रदायिक राजनीति का आरोप लगाया है और इसके खिलाफ़ आज(गुरुवार) जंतर मंतर पर संयुक्त रूप से धरना- प्रदर्शन किया। जिसमे मे दिल्ली भर से सैकड़ों…
  • ज़ाकिर अली त्यागी
    मेरठ : जागरण की अनुमति ना मिलने पर BJP नेताओं ने इंस्पेक्टर को दी चुनौती, कहा बिना अनुमति करेंगे जागरण
    28 Apr 2022
    1987 में नरसंहार का दंश झेल चुके हाशिमपुरा का  माहौल ख़राब करने की कोशिश कर रहे बीजेपी नेताओं-कार्यकर्ताओं के सामने प्रशासन सख़्त नज़र आया।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License