NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
दंगे की आग में घर जला, लेकिन नई किलकारी ने फिर जगाई जीने की उम्मीद 
इस सब भयानक घटनाओं से बचते हुए परवीन ने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया।
भाषा
28 Feb 2020
Shabana Parveen

दिल्ली :  दिल्ली के करावल नगर की रहने वाली 30 वर्षीय गर्भवती शबाना परवीन के लिए सोमवार की रात कोई आम रात नहीं बल्कि ख़ौफ़ की रात थी। दंगाई भीड़ उनके घर में घुसी और उन्हें तथा उनके पति को पीटने लगी और घर को आग के हवाले कर दिया।

इस सब भयानक घटनाओं से बचते हुए परवीन ने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। तमाम दुखों के बावजूद ऐसी स्थिति में स्वस्थ बच्चे का जन्म किसी चमत्कार से कम नहीं है इसलिए बच्चे के घरवाले उसे ‘चमत्कारी बच्चा’ कह रहे हैं।

सोमवार रात में परवीन, उनके पति, दो बच्चे और उनकी सास घर में सो रहे थे तभी भीड़ उनके घर घुस आई।

उस भयानक रात का मंजर बताते हुए परवीन की सास नशीमा ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘उन्होंने धार्मिक गालियां दी, मेरे बेटे को मारा, कुछ ने बहू को भी पेट पर मारा... जब मैं उसे बचाने गई तो वे लोग मुझ पर भी लपके...हमने सोच लिया था कि हम अब नहीं बचेंगे लेकिन अल्लाह की मेहरबानी थी कि हम दंगाइयों के हाथ से बच गए।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ हम परवीन को पास के अस्पताल लेकर गए थे लेकिन डॉक्टरों ने हमें अल-हिंद अस्पताल जाने को कहा जहां बुधवार को उसने बच्चे को जन्म दिया।’’

यह परिवार दशकों से इस घर में रहता आया था लेकिन अब वह घर खाक में तब्दील हो चुका है और उसके साथ ही सारा सामान। लेकिन इस बच्चे के जन्म ने सारी तकलीफों के बाद भी मुस्कुराने की वजह दे दी है।

नशीमा ने कहा कि उन्हें कुछ पता नहीं है कि अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद वह कहां जाएंगी। 

उन्होंने कहा, ‘‘ सब खाक हो गया। कुछ नहीं बचा। हो सकेगा तो किसी रिश्तेदार के यहां जाएंगे और देखेंगे कि दोबारा जिंदगी कैसे पटरी पर लाते हैं।’’

छह साल का अली अपने एक दिन के भाई का हाथ पकड़े हुए उसके माथे को सहला रहा है। अली कहता है, ‘‘ मैं इसका हमेशा ख्याल रखूंगा, किसी भी मुसीबत से हमेशा उसकी हिफाजत करूंगा।’’

Delhi Violence
Shabana Parveen
Newborn Baby
communal violence
Communal riots
hindu-muslim

Related Stories

कानपुर हिंसा: दोषियों पर गैंगस्टर के तहत मुकदमे का आदेश... नूपुर शर्मा पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं!

बनारस में ये हैं इंसानियत की भाषा सिखाने वाले मज़हबी मरकज़

मध्य प्रदेश : खरगोन हिंसा के एक महीने बाद नीमच में दो समुदायों के बीच टकराव

बढ़ती नफ़रत के बीच भाईचारे का स्तंभ 'लखनऊ का बड़ा मंगल'

रुड़की : दंगा पीड़ित मुस्लिम परिवार ने घर के बाहर लिखा 'यह मकान बिकाऊ है', पुलिस-प्रशासन ने मिटाया

जोधपुर में कर्फ्यू जारी, उपद्रव के आरोप में 97 गिरफ़्तार

उमर खालिद पर क्यों आग बबूला हो रही है अदालत?

जहाँगीरपुरी हिंसा : "हिंदुस्तान के भाईचारे पर बुलडोज़र" के ख़िलाफ़ वाम दलों का प्रदर्शन

दिल्ली: सांप्रदायिक और बुलडोजर राजनीति के ख़िलाफ़ वाम दलों का प्रदर्शन

बिना अनुमति जुलूस और भड़काऊ नारों से भड़का दंगा


बाकी खबरें

  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    किसान-योद्धा ग़ुलाम मोहम्मद जौला के निधन पर शोक
    16 May 2022
    गुलाम मोहम्मद पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसान नेता महेंद्र सिंह टिकैत के साथ भारतीय किसान यूनियन की बुनियाद डालने वाले जुझारू किसान नेता थे। अपने जीवन के अंतिम दिनों तक वे किसान आंदोलन में सक्रिय रहे।
  • abhisar sharma
    न्यूज़क्लिक टीम
    भाजपा से मुकाबला कर पाएगी कांग्रेस ?
    16 May 2022
    आज न्यूज़चक्र के इस एपिसोड में अभिसार शर्मा चर्चा कर रहे हैं कांग्रेस के चिंतन शिविर की। वे सवाल उठा रहे हैं कि क्या आने वाले चुनावों में कांग्रेस भाजपा को चुनौती दे पाएगी?
  • रवि शंकर दुबे
    विश्लेषण: कांग्रेस के ‘चिंतन शिविर’ से क्या निकला?
    16 May 2022
    राजस्थान के उदयपुर में आयोजित हुए कांग्रेस के तीन दिवसीय चिंतन शिविर में कई बड़े फ़ैसले लिए गए।
  • मुकुंद झा
    मुंडका अग्निकांड के लिए क्या भाजपा और आप दोनों ज़िम्मेदार नहीं?
    16 May 2022
    नगर निगम में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) इस घटना के लिए दिल्ली सरकार को ज़िम्मेदार बता रही है, जबकि दिल्ली सरकार में सत्तधारी आम आदमी पार्टी (आप) इसके लिए बीजेपी को ज़िम्मेदार बता रही है।…
  • एम.ओबैद
    बिहार : सरकारी प्राइमरी स्कूलों के 1.10 करोड़ बच्चों के पास किताबें नहीं
    16 May 2022
    पहली से आठवीं तक के क़रीब 1 करोड़ 67 लाख बच्चों में से 1 करोड़ 10 लाख बच्चों के पास आज भी किताबें उपलब्ध नहीं हैं।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License