NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
विज्ञान
भारत
आरोग्य सेतु ऐप में कोई सुरक्षा चूक नहीं हो सकती : सरकार का आश्वासन
फ्रांस के एक हैकर और साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ एल्लोट एल्ड्रसन ने मंगलवार को दावा किया था कि ऐप में सुरक्षा को लेकर मसले पाए गए हैं और नौ करोड़ भारतीयों की निजता को खतरा है।
भाषा
06 May 2020
AY

 दिल्ली: सरकार ने बुधवार को कहा कि आरोग्य सेतु ऐप में कोई डेटा या सुरक्षा उल्लंघन का मामला नहीं पाया गया है। इससे पहले एथिकल हैकर ने ऐप में संभावित सुरक्षा मुद्दे को लेकर चिंता जताई थी।

यह सरकारी मोबाइल ऐप है जो कोविड-19 से संक्रमित व्यक्ति का पता लगाएगी और उसके बारे में इस ऐप का इस्तेमाल कर रहे शख्स को जानकारी देगी, ताकि वायरस को फैलने से रोका जा सके।

फ्रांस के एक हैकर और साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ एल्लोट एल्ड्रसन ने मंगलवार को दावा किया था कि ऐप में सुरक्षा को लेकर मसले पाए गए हैं और नौ करोड़ भारतीयों की निजता को खतरा है।

दावे को खारिज करते हुए, सरकार ने कहा कि इस एथिकल हैकर ने यह साबित नहीं किया है कि किसी उपयोगकर्ता की कोई भी निजी जानकारी खतरे में है।

सरकार ने ऐप के ट्वीटर हैंडल के जरिए कहा, " हम लगातार अपनी प्रणाली की जांच कर रहे हैं और उसका उन्नयन कर रहे हैं। टीम आरोग्य सेतु सबको आश्वस्त करती है कि कोई भी डेटा या सुरक्षा उल्लंघन मामला नहीं पाया गया है।"

ट्वीट में हैकर की ओर से उठाए गए मसलों का बिंदुवार स्पष्टीकरण दिया है।

उसने कहा, " हमने हैकर से चर्चा की और निम्नलिखित के बारे में अवगत कराया गया... यह कुछ मौको पर उपयोगकर्ता के स्थान का पता लगाती है।"

आरोग्य सेतु ने कहा कि इसे इस तरह से डिजाइन किया गया है और निजता नीति में यह स्पष्ट रूप से बताया गया है।

आरोग्य सेतु ने कहा कि ऐप में पंजीकरण के समय और स्वयं मूल्यांकन के वक्त जब उपयोगकर्ता ऐप के जरिए अपने स्वैच्छिक रूप से संपर्कों का पता लगाने वाले डेटा जमा करता है या कोविड-19 से संक्रमित होने के बाद संपर्क में आए लोगों का पता लगाता है तो यह उपयोगकर्ता के स्थान का पता लगाता है और उसे सुरक्षित सर्वर में, इन्क्रिप्ट (कूट) और अनाम तरीके से रखता है।

उपयोगकर्ता द्वारा होम स्क्रीन पर प्रदर्शित कोविड-19 के आंकड़ों को एक स्क्रिप्ट का इस्तेमाल करके रेडियस और अक्षांश देशांतर में बदलाव करके हासिल करने के मसले पर आरोग्य सेतु ने कहा कि यह सभी जानकारी पहले से ही सभी स्थानों के लिए सार्वजनिक है और इसलिए इसमें कोई निजी या संवेदनशील डेटा नहीं होता है।

आरोग्य सेतु ने कहा, " हमारे साथ शामिल होने के लिए हम एथिकल हैकर का आभार व्यक्त करते हैं। किसी भी भेद्दता की पहचान कर हमें तत्काल सूचित करने के लिए उपयोगकर्ताओं को प्रोत्साहित करते हैं... "

आरोग्य सेतु के स्पष्टीकरण पर एल्ड्रसन ने ट्वीट किया, मैं आपके पास कल आऊंगा। "

 

Aarogya Setu App
COVID-19
India
modi sarkar

Related Stories

जानिए ओमिक्रॉन BA.2 सब-वैरिएंट के बारे में

कोरोना वायरस वेरिएंट : एंटीबॉडी न होने पर भी सक्षम है टी सेल इम्यूनिटी

SARS-CoV-2 के क़रीबी वायरस लाओस में पाए गए

वीडियो: शोधकर्ताओं ने दर्शाया चूहों में कोविड-19 का संक्रमण और उससे लड़ती एंटीबाडीज़

कोविड-19: क्या टीकाकरण के बाद भी अंग-प्रत्यारोपित कराए मरीज़ों के दोबारा संक्रमित होने का ख़तरा सबसे अधिक है?

कोरोना अपडेट: देश में कोरोना से अब तक 4 लाख से ज़्यादा लोगों ने अपनी जान गंवाई

सार्स-सीओवी-2 का नया डेल्टा प्लस वैरिएंट और उससे चिंता के कारण

क्या कहते हैं कोरोना वायरस पर हुए नए अध्ययन?

पीएम का यू-टर्न स्वागत योग्य, लेकिन भारत का वैक्सीन संकट अब भी बरकरार है

कोरोना संकट : निजी अस्पतालों के लिए 25 प्रतिशत टीकों के आवंटन के फ़ैसले को लेकर उठ रहे हैं सवाल


बाकी खबरें

  • corona
    भाषा
    कोविड-19 संबंधी सभी पाबंदियां 31 मार्च से हटाई जाएंगी, मास्क लगाना रहेगा अनिवार्य
    23 Mar 2022
    गृह मंत्रालय ने करीब दो साल बाद, 31 मार्च से कोविड-19 संबंधी सभी पाबंदियों को हटाने का फैसला किया है। हालांकि, मास्क लगाने और सामाजिक दूरी बनाए रखने के नियम लागू रहेंगे।
  • birbhum violence
    न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    बंगाल हिंसा मामला : न्याय की मांग करते हुए वाम मोर्चा ने निकाली रैली
    23 Mar 2022
    मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के राज्य सचिव मोहम्मद सलीम के साथ रैली का नेतृत्व करने वाले वाम मोर्चा के अध्यक्ष बिमान बोस ने कहा कि राज्य में ‘सामूहिक हत्या’ की घटना को छिपाने के किसी भी…
  • NHRC
    न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    पुरानी पेंशन बहाली मुद्दे पर हरकत में आया मानवाधिकार आयोग, केंद्र को फिर भेजा रिमाइंडर
    23 Mar 2022
    राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने इस मुद्दे को मानवाधिकारों का हनन मानते हुए केंद्र के खिलाफ पिटीशन फाइल की थी। दो माह से ज्यादा बीतने के बाद भी केंद्र सरकार द्वारा इस मसले पर कोई पहल नहीं की गई, तो आयोग…
  • dyfi-citu
    न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    नोएडा : प्राइवेट कोचिंग सेंटर पर ठगी का आरोप, सीटू-डीवाईएफ़आई ने किया प्रदर्शन
    23 Mar 2022
    सीटू व डीवाईएफ़आई के लोगो ने संयुक्त रूप से अमेरिका स्थित हेनरी हैवलिन की नोएडा शाखा के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। जिसके बाद प्रबंधकों ने अनियमितताओं को दूर करने का आश्वासन दिया और कथित ठगी के शिकार…
  • bhagat singh
    दिनीत डेंटा
    भगत सिंह: देशप्रेमी या राष्ट्रवादी
    23 Mar 2022
    राष्ट्रवाद और देशप्रेम दो अलग विचार हैं, एक दूसरे के पर्यायवाची नहीं हैं। वर्तमान दौर में भगत सिंह के नाम का उपयोग शासक वर्ग व आरएसएस, भाजपा, आम आदमी पार्टी जैसे अन्य राजनीतिक दल अपनी सुविधा अनुसार…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License