NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
थाईलैंडः पुलिस की कार्रवाई के बावजूद "कार" रैली में हज़ारों लोग शामिल हुए
प्रयुत चान-ओ-चा की सरकार द्वारा कोविड-19 महामारी के कुप्रबंधन के ख़िलाफ़ गुस्साए हज़ारों लोगों ने 2020 में थम्मासैट विश्वविद्यालय के विरोध के एक साल पूरे होने पर रैली निकाली।
पीपल्स डिस्पैच
11 Aug 2021
थाईलैंडः

लगभग एक दर्जन आयोजकों की गिरफ्तारी के बावजूद सरकार द्वारा COVID-19 महामारी के कुप्रबंधन को लेकर लोगों की नाराजगी के मद्देनजर थाईलैंड की राजधानी में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन देखा गया। मंगलवार 10 अगस्त को हजारों लोगों ने एक "कार" रैली में भाग लिया जहां कई प्रदर्शनकारी कारों और मोटरसाइकिलों में आए थे जबकि सैकड़ों लोग सरकार विरोधी तख्तियों के साथ बैंकाक के रत्चाप्रसोंग चौराहे पर पहुंचे जो खरीदारी के केंद्र के लिए जाना जाता है जहां और बड़े बड़े व्यावसायिक कार्यालय स्थित है।

थम्मासैट विश्वविद्यालय में छात्र प्रदर्शनकारियों द्वारा 2020 में राजशाही में सुधार और सरकार के लोकतंत्रीकरण के लिए 10 मांगों का एक चार्टर जारी करने के एक साल पूरा होने पर ये विरोध प्रदर्शन किया। थम्मासैट में विरोध का नेतृत्व करने वाले छात्र और युवा कार्यकर्ताओं ने यूनाइटेड फ्रंट ऑफ थम्मासैट एंड डिमॉन्स्ट्रेशन (यूएफटीडी) का गठन किया था जो मंगलवार की रैली का आयोजन कर रहा है। इसकी घोषणा पिछले सप्ताह करने के बाद से पिछले सप्ताह शनिवार से पुलिस ने कार्यकर्ताओं और रैली के आयोजकों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करती रही है।

पुलिस द्वारा युवा कार्यकर्ता परित "पेंगुइन" चिवारक सहित कम से कम 9 लोगों को गिरफ्तार किए जाने की सूचना है। प्रचताई के अनुसार, परित के वकीलों ने उनके शरीर पर चोटों और खरोंचों का उल्लेख किया है, जो उन्हें और अन्य गिरफ्तार कार्यकर्ताओं को पुलिस द्वारा सोमवार को अदालत से बाहर निकाले जाने के दौरान पुलिस के हाथापाई के कारण होने की संभावना है। 92 दिनों की हिरासत और लंबी भूख हड़ताल के बाद अन्य युवा कार्यकर्ताओं के साथ रिहा होने के तीन महीने से भी कम समय के बाद परित अब जेल में वापस आ जाएंगे।

इस तरह की कार्रवाई के बावजूद प्रदर्शनकारियों ने रैली में लोकतंत्र की लंबे समय से चली आ रही मांगों को दोहराया, प्रधानमंत्री प्रयुत चान-ओ-चा की सैन्य-समर्थित सरकार को समाप्त करने की मांग की और COVID -19 महामारी को नियंत्रण करने के लिए बजट बढ़ाने को शामिल करने के लिए हाल की मांगों में दोहराया साथ ही अधिक प्रभावी टीकों की खरीद और पिछले विरोध प्रदर्शनों से हाल ही में गिरफ्तार किए गए सभी कार्यकर्ताओं की रिहाई की मांग को दोहराया।

Thailand
Thailand Protest
thammasat university

Related Stories

थाईलैंड : प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई में 9 नाबालिगों सहित दर्जनों गिरफ़्तार

थाईलैंडः प्रयुत के अविश्वास प्रस्ताव जीतने के बाद राजधानी में "कार रैली" और प्रदर्शन

थाईलैंड : बेहतर कोविड राहत की मांग करने वाले प्रदर्शनकारियों पर दमनात्मक कार्रवाई

थाईलैंड के नए संविधान संशोधन विधेयक को व्यापक जनसमर्थन

राजशाही के अपमान के आरोपी तीन थाईलैंड के एक्टिविस्ट ज़मानत पर रिहा

बैंकाक में भूख हड़ताल कर रहे बंदियों की रिहाई की मांग करते हुए सैकड़ों लोगों ने किया प्रदर्शन

क्या भारत भी कुछ सीखेगा: मास्क नहीं पहनने पर थाईलैंड के प्रधानमंत्री पर जुर्माना

थाईलैंडः प्रदर्शनकारियों पर पुलिस की कार्रवाई में दर्जनों लोग घायल और कई लोग हिरासत में

थाईलैंड : "राजशाही के अपमान" को लेकर प्रदर्शनकारियों पर मुक़दमा शुरू

थाई एयरवेज़ इंटरनेशनल की पुनर्गठन योजनाओं के ख़िलाफ़ श्रम विवाद तेज़


बाकी खबरें

  • नीलांजन मुखोपाध्याय
    यूपी: योगी 2.0 में उच्च-जाति के मंत्रियों का दबदबा, दलितों-पिछड़ों और महिलाओं की जगह ख़ानापूर्ति..
    02 Apr 2022
    52 मंत्रियों में से 21 सवर्ण मंत्री हैं, जिनमें से 13 ब्राह्मण या राजपूत हैं।
  • अजय तोमर
    कर्नाटक: मलूर में दो-तरफा पलायन बन रही है मज़दूरों की बेबसी की वजह
    02 Apr 2022
    भारी संख्या में दिहाड़ी मज़दूरों का पलायन देश भर में श्रम के अवसरों की स्थिति को दर्शाता है।
  • प्रेम कुमार
    सीबीआई पर खड़े होते सवालों के लिए कौन ज़िम्मेदार? कैसे बचेगी CBI की साख? 
    02 Apr 2022
    सवाल यह है कि क्या खुद सीबीआई अपनी साख बचा सकती है? क्या सीबीआई की गिरती साख के लिए केवल सीबीआई ही जिम्मेदार है? संवैधानिक संस्था का कवच नहीं होने की वजह से सीबीआई काम नहीं कर पाती।
  • पीपल्स डिस्पैच
    लैंड डे पर फ़िलिस्तीनियों ने रिफ़्यूजियों के वापसी के अधिकार के संघर्ष को तेज़ किया
    02 Apr 2022
    इज़रायल के क़ब्ज़े वाले क्षेत्रों में और विदेशों में रिफ़्यूजियों की तरह रहने वाले फ़िलिस्तीनी लोग लैंड डे मनाते हैं। यह दिन इज़रायली क़ब्ज़े के ख़िलाफ़ साझे संघर्ष और वापसी के अधिकार की ओर प्रतिबद्धता का…
  • मोहम्मद सज्जाद, मोहम्मद ज़ीशान अहमद
    भारत को अपने पहले मुस्लिम न्यायविद को क्यों याद करना चाहिए 
    02 Apr 2022
    औपनिवेशिक काल में एक उच्च न्यायालय के पहले मुस्लिम न्यायाधीश, सैयद महमूद का पेशेवराना सलूक आज की भारतीय न्यायपालिका में गिरते मानकों के लिए एक काउंटरपॉइंट देता है। 
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License