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टिकटॉक: ट्रम्प ने माइक्रोसॉफ्ट को डिस्काउंट शॉपिंग में मदद की
इस पूरी कहानी का मूल बिंदु यह है कि एक गैर-अमेरिकी कंपनी जो खुद को एक अमेरिकी कंपनी को बेच रही है, फिर भी उसकी बांह मरोड़ी जा रही है।
सुभाष राय
06 Aug 2020
Translated by महेश कुमार
TikTok

डोनाल्ड ट्रम्प और माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला के बीच इस सप्ताह के अंत में बात हुई और तय किया गया कि माइक्रोसॉफ्ट टिकटॉक के यूएस, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के ऑपरेशन को खरीदने के अपने प्रयास को आगे बढ़ाएगी। टिकटॉक का स्वामित्व बायेडेंस के पास है, जो एक चीनी कंपनी है। इस कंपनी के "विच्छेद" या इससे नाता तोड़ने का असंवेदनशील कारण "राष्ट्रीय सुरक्षा" बताया जाता है।

भारत में भी, 29 जून को भारत सरकार ने 58 चीनी एप के साथ-साथ टिकटॉक पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया था, क्योंकि एप को "भारत की संप्रभुता और अखंडता, भारत की रक्षा, राज्य की सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के लिए खतरा बताया गया था। सोशल मीडिया के छोटे-वीडियो के इस प्लेटफॉर्म, जिसे समाज के गैर-संपन्न तबकों ने बड़ी तेजी से अपनाया था, वह शायद माइक्रोसॉफ्ट डील के माध्यम से भारत में जीवन का एक नया अवतार पा सकता है।

टिकटॉक पर लगे प्रतिबंध पर भारत में रोक लग सकती है अगर इसका प्रबंधन अमेरिका को स्थानांतरित कर दिया जाता है। सौदा न पटने की सूरत में फेसबुक, इंस्टाग्राम को कुछ अतिरिक्त ट्रैफ़िक मिल सकता हैं, लेकिन भारत में वैकल्पिक ऐप रोपोसो, ज़िली सियोमी कॉर्पोरेशन और यूएस स्थित डबस्मैश ऐप जैसे विकल्पों को भारत में काफी डाउनलोड किया जा चुका है, यह जानकारी फास्ट कंपनी की रिपोर्ट से मिली है।

ट्रम्प के इस सौदे के लिए ज़ोर लगाने से पहले ही टिकटॉक की खरीद के लिए माइक्रोसॉफ्ट और बायेडेंस के बीच बातचीत चल रही थी। ट्रम्प ने हाल के सप्ताहों में टिकटॉक के खिलाफ इस अभियोगात्मक आक्षेप को तैयार किया था। वे चाहते थे कि 15 सितंबर तक अमेरिका में मोबाइल ऐप प्रतिबंधित हो जाए। माइक्रोसॉफ्ट द्वारा टिकटॉक खरीदने की उनकी यह नई चाल, राष्ट्रपति द्वारा कानूनी बाधाओं को दरकिनार करने का प्रयास था, क्योंकि वे अगर इसके बजाय प्रतिबंध लगाते तो वह फायदे का सौदा नहीं होता।

नडेला के लिए, टिकटॉक का फंसी हुई स्थिति में रहना एक ज़बरदस्त लाभ का मामला है जो केवल प्लेटफ़ॉर्म के मूल्य को नीचे ला सकता है।

"नवीनतम आँकड़े झूठ नहीं बोल सकते हैं: दुनिया भर में इसके लगभग 800 मिलियन यूजर्स हैं, 1.5 बिलियन डाउनलोड हैं। वाशिंगटन पोस्ट द्वारा प्रकाशित अक्टूबर 2019 के अध्ययन के अनुसार, टिकटॉक एक वैश्विक शक्ति बन रहा था और अब यह एक इंस्टाग्राम का मजबूत प्रतिद्वंद्वी भी है।"

एक चीनी कंपनी के स्वामित्व वाले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक छोटे से हमले से ट्रम्प को कुछ अंक मिल सकते हैं, लेकिन उनकी घटती लोकप्रियता को इससे कोई फायदा मिलने की संभावना नहीं है। लेकिन एक अधिक महत्वपूर्ण स्तर पर, यह कदम उनके देश की प्रतिष्ठा की व्यापार की प्रथाओं को नुकसान पहुंचा सकता है, वह भी एक अप्रत्याशित राष्ट्रपति की सरपरस्ती में।

राष्ट्रपति पद पर रहते ट्रम्प के क्षुद्र और विचित्र व्यवहार को देखते हुए, यह विश्वास करना हास्यास्पद नहीं माना जा सकता है कि टिकटॉक के खिलाफ जाने का असली कारण यह है कि वह युवा अमेरिकियों के कई टिकटॉक वीडियो से परेशान हैं, जिन्होंने ट्रम्प का काफी मजाक उड़ाया है खासकर 30 जुलाई को कोविड-19 से पूर्व राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार हरमन कैन की मृत्यु, के बाद ट्रम्प का काफी मज़ाक उड़ाया गया है, जो 20 जून को ओक्लाहोमा के तुलसा में ट्रम्प की इनडोर रैली में भाग लेने के बाद बीमार हो गए थे और उन्हे अस्पताल में भर्ती करना पड़ा था। ट्रम्प ने एक अन्य चीनी कंपनी, हुआवेई के खिलाफ भी हमला किया हुआ है और इसे भी सुरक्षा के लिए जोखिम बताया जा रहा है।

नडेला के माइक्रोसॉफ्ट के लिए, यह उपभोक्ता के विशाल क्षेत्र में एक मजबूत कदम उठाने का बड़ा प्रयास है, क्योंकि माइक्रोसॉफ्ट पिछले कुछ वर्षों से व्यापार यूजर्स की जरूरतों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। फेसबुक के इंस्टाग्राम के साथ सीधी लड़ाई में टिकटॉक की वर्तमान लोकप्रियता सोशल मीडिया स्पेस में माइक्रोसॉफ्ट को एक पायदान दे सकती है।

इस खरीद की वजह से कंपनी को अन्य सोशल मीडिया की बड़ी कंपनियों के साथ प्रतिस्पर्धा करने का मौका मिल सकता है, लेकिन सोशल मीडिया उत्पाद के साथ अपनी सफलता की कहानी पाने के लिए गूगल की अक्षमता को देखते हुए, यह खरीद माइक्रोसॉफ्ट के लिए सफलता की गारंटी नहीं है। वह खुद लिंक्डइन का मालिक है, जो पेशेवर लोगों का एक मंच है, इस प्रकार एक आला दर्शकों के बजाय कम समृद्ध, बड़े पैमाने के दर्शकों को टिकटॉक ही आकर्षित कर सकता है।

माइक्रोसॉफ्ट की मेसेज एप्लिकेशन जैसे कि स्काइप को केवल सीमित सफलता मिली है। इस पूरी कहानी का मूल मंत्र एक गैर-अमेरिकी कंपनी की बांह मरोड़ना है जो खुद को एक अमेरिकी कंपनी को बेच रही है। टिकटॉक पर लगे आरोप अभी भी अप्रमाणित है, कि चीनी कंपनी तीसरी पार्टी को डेटा बेचती है और कि यह डेटा चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के पास भी उपलब्ध है।

यह प्लेटफ़ॉर्म कोई सबसे अलग नहीं है या यह अपनी प्रतिस्पर्धा में दूसरों से बेहतर भी हो सकता है, विशेष रूप से, फेसबुक के स्वामित्व वाली स्नैपचैट—जिसे अगर प्रमुख संस्थान द्वारा दिखाया जा सकता है - तो इन प्लेटफार्मों पर विज्ञापनदाताओं की वरीयता में बदलाव हो सकता है।

"कोरोनोवायरस लॉकडाउन के दौरान, टिकटॉक के डाउनलोड में, विशेष रूप से भारत में तेज वृद्धि देखी गई थी, जबकि जनवरी के बाद से इसके अमेरिकी प्रशंसकों में लगभग 50 प्रतिशत का उछाल देखा गया था।"

टिकटॉक सॉफ्टवेयर के कामकाज पर बेहतरीन श्रृंखला में पहली बार एक फ्रांसीसी एथिकल हैकर, एलियट एंडरसन ने 3 अगस्त को लिखे एक लेख में बताया कि मूल रूप से टिकटॉक ऐप किसी भी महत्वपूर्ण नेटवर्क गतिविधि या डेटा को चीनी अधिकारियों की किसी भी लोकेशन पर स्थानांतरित नहीं करता है। भले ही यह एक प्रारंभिक जांच है, इसके लिए अधिक प्रमाण की जरूरत है, टिकटॉक ने अमेरिका में या अन्य जगहों पर अधिकारियों से इस बारे में उनके भय को दूर करने के बारे में बात की है।

इसके अलावा, अगर कोई एथिकल हैकर इस बात को साबित करने में सक्षम है, कि इस तरह की आशंकाओं का कोई आधार नहीं बनता है, तो इसकी काफी संभावना है कि सरकारी एजेंसियां भी इसे स्थापित कर सकती हैं।

मोबाइल पारिस्थितिकी तंत्र के भीतर गोपनीयता की चिंता एक बड़ी चिंता है जिसे ज़ेनोफोबिक, वैचारिक या एकमुश्त व्यावसायिक हितों से दूर नहीं किया जा सकता है। गोपनीयता एक चिंता का विषय है अगर उपयोगकर्ता का डेटा कॉर्पोरेट हाथों में रहता है तो उसकी जवाबदेही उनकी भी उतनी ही है जितनी की चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की है।

व्हिटनी मेरिल ने 29 जून को एक ट्विटर थ्रेड में कहा था कि एंड्रॉइड ओएस-आधारित मोबाइल उपकरणों पर टिकटॉक मोबाइल डिवाइस में अन्य एप्लिकेशन की तुलना में अधिक उपयोगकर्ता डेटा पर नज़र नहीं रखता है।

कुल मिलाकर टिकटॉक ने 2020 की पहली तिमाही में 315 मिलियन डाउनलोड (जो ऐप स्टोर और गूगल प्ले दोनों पर उपलब्ध है) के साथ एक नया रिकॉर्ड बनाया है।
 
यह आखिरकार कहाँ तक पहुंचता है जब अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्मों की तरह, विशेष रूप से इंस्टाग्राम, जिसे टिकटॉक खुद के विज्ञापन करने के लिए एक विश्वसनीय मंच के रूप में पेश करता है। टिकटॉक और इंस्टाग्राम के विश्लेषण के मामले में घोस्ट डेटा नामक एक न्यूयॉर्क स्थित संगठन ने यह खोज करने की कोशिश् की कि कौन सा प्लेटफ़ॉर्म स्पैम्बोट्स और नकली वीडियो की समस्या को बेहतर तरीके से निपटता है, निष्कर्ष यह निकाला कि टिकटॉक ने अपने प्लेटफ़ॉर्म पर स्पॉटबोट के प्रभाव को कम करने का बेहतर काम किया और उसका बेहतर जवाब भी दिया हैं।
 
विश्लेषण के अनुसार, "टिकटॉक ने अपने प्लेटफॉर्म को "साफ़" रखने के लिए काफी प्रयास किए हैं।" रिपोर्ट में ब्लूमबर्ग के एक लेख के हवाले से लिखा गया है कि "2019 में, इन्स्टाग्राम ने विज्ञापन बिक्री से यूट्यूब से अधिक कमाया है।" लेकिन एक प्रतिद्वंद्वी के सामने होने से जो स्पैम्बोट्स और नकली वीडियो से बेहतर ढंग से निपट सकता है, इंस्टाग्राम का सामना एक वास्तविक चुनौती से होता है, खासकर जब टिकटॉक की लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है।
 
इसलिए वास्तविक कहानी यह है कि जब यह सब तरह आरोप-प्रत्यारोप और धमकी और बांह मोड़ना खत्म हो जाएगा तो माइक्रोसॉफ्ट एक बेहतर प्लेटफ़ॉर्म खरीद चुका होगा, जो दुनिया भर में तेजी से बढ़ रहा है और वह भी भारी रियायती मूल्य पर है, जो व्यक्तिगत डेटा के इस संभावित खतरनाक संभावना के आधार पर चलता है कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के हाथों इन लोकतांत्रिक देशों के लोगों का डाटा जा रहा हैं।

इस लेख को मूल अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें।

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