NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
कोलंबिया : खेल की दुनिया के सितारे पैट्रॉन की निर्मम हत्या
यह हत्या उत्तर-पश्चिम कोलंबिया में एफ्रो-कोलंबियाई और मूलनिवासी समुदायों के साथ वामपंथ के खिलाफ़ जारी हमले का हिस्सा है। यह हमला खासतौर पर उन लोगों के खिलाफ है, जो नशे का धंधा करने वाले तस्करों की ज़्यादतियों के खिलाफ़ संघर्ष कर रहे हैं।
विजय प्रसाद, ज़ोइ पीसी
21 Aug 2020
कोलंबिया

फुटबॉल को छोड़कर, कोलंबिया के लोगों को आपस में जोड़ने वाल बहुत कुछ नहीं है। अगर 2014 में गृहमंत्रालय द्वारा किए गए एक सर्वे "द पॉवर ऑफ फुटबॉल" का यकीन करें, तो कोलंबिया के 94 फ़ीसदी लोगों को फुटबॉल "जरूरी या बेहद जरूरी" लगती है। पैट्रोसिनियो बोनिला, जिन्हें पैट्रॉन नाम से भी पुकारा जाता है, वो इन्हीं लोगों में शामिल थे, जिन्हें लगता है कि फुटबॉल बेहद जरूरी है। पैट्रॉन की 11 अगस्त, 2020 को हत्या कर दी गई।

पैट्रॉन उत्तरपश्चिम कोलंबिया के चॉको राज्य में रहते थे। चॉको में 96 फ़ीसदी लोग एफ्रो-कोलंबियन या स्थानीय "एमबेरा समुदाय" के लोग हैं। चॉको को कोलंबिया में पिछड़ा इलाका माना जाता है, जहां ना तो इंफ्रास्ट्रक्चर है और ना ही यहां के लोगों की बेहतरी के लिए सामाजिक नीतियां बनाई गई हैं।

पैट्रॉन के एक दोस्त ने हमें बताया, "बहुत छोटी उम्र से ही पैट्रॉन पेशेवर फुटबॉल खिलाड़ी बनना चाहते थे।" वह मेडिलिन गए और एटलेटिको नेशनल के साथ अपना भाग्य आजमाया। हालांकि वह अमेरिका डि काली (एक टीम जिसे ज़्यादातर एफ्रो-कोलंबियन पसंद करते हैं) के फैन थे। अपनी गरीब़ी की वजह से पैट्रॉन मेडिलिन में ट्रेनिंग के लिए रुकने में नाकामयाब रहे और वह चॉको स्थित अपने घर "पिए डि पाटो" वापस आ गया।

पैट्रॉन इलाके में एक फुटबॉल टूर्नामेंट का आयोजन करवाते थे। उन्होंने अपने दोस्त जर्मन बेडोया (कोर्डिनेडॉर नेशनल एग्ररियो या CNA/राष्ट्रीय कृषि आंदोलन के संस्थापक) को बताया था, अगर वह युवा लोगों को फुटबॉल से जो़ड़े रखने में कामयाब रहे, तो उन्हें नार्को ट्रैफिकिंग और अर्द्धसैनिक संगठनों में भर्ती करना आसान नहीं होगा, यह संगठन अपने फायदे के लिए इन समुदायों का शिकार करते हैं। नार्को तस्करों को कोकीन उगाने के लिए ज़मीन की जरूरत पड़ती है और उन्हें अपने कर्मचारियों के तौर पर युवा लोगों की जरूरत होती है। पैट्रॉन ने फुटबॉल के ज़रिए इसी चीज को रोकने की कोशिश की।

हत्या

11 अगस्त को पैट्रॉन अपने समुदाय के दो दर्जन से ज़्यादा लोगों के साथ पहाड़ों में लकड़ी काटने गए थे। उनके एक दोस्त ने बताया, उस क्षेत्र में "साल के एक निश्चित समय लकड़ी काटने की परंपरा है। लकड़ी को काटा जाता है, फिर बॉउडो नदी के ज़रिए प्यूरेटो मेलुक या प्यूरेटो पिज़ारो लाया जाता है।" वहां, उस दिन पैट्रॉन और दूसरे लोगों से इलाके में आतंक मचाने वाले अर्द्धसैनिक समूह के लोगों ने विवाद किया। हथियारबंद लोगों ने पैट्रॉन और उसके दोस्तों से पूछताछ की। इसके बाद उन्होंने पैट्रॉन को छोड़कर बाकी को छोड़ दिया। उसी समूह में मौजूद पैट्रॉन के एक दोस्त ने बताया, "कुछ मिनिटों के बाद हमने गोलियों की आवाज सुनी।" वह लोग समझ गए किए पैट्रॉन की हत्या कर दी गई है। समूह के लोगों ने फिर हत्यारों के जाने का इंतज़ार किया, इसके बाद वे घटनास्थल पर पहुंचे, जहां पैट्रॉन की लाश मिली।

पैट्रॉन के शव को ऑल्टो बाउडो में उसके समुदाय के पास वापस लाया गया। वहां उनके शव को धोया गया और सफेद चादरों में लपेट दिया गया। इसके बाद एफ्रो-कोलंबियन समुदाय की परंपरा के मुताबिक़ उन्हें दफनाया गया। जब पैट्रॉन की मां, बहन, भाईयों और उनके बेटे ने इस कार्यक्रम में आने की कोशिश की, तो उसी हथियारबंद समूह ने उन्हें रोक दिया (इस समूह ने सेना और पुलिस की नज़रों के सामने रहते हुए यह किया)। आखिरकार केवल उनकी मां, उनके बेटे और उनकी एक बहन को पैट्रॉन के आखिरी कार्यक्रम में शामिल होने का मौका मिल पाया।

लोगों का विस्थापन

अगस्त की शुरुआत में, पैट्रॉन के अलावा सामानिएगो में 9 अन्य लोगों की भी हत्या की गई, वहीं काली में पांच बच्चों को प्रताड़ित कर मार दिया गया, काउका और नारिनो के सीमावर्ती इलाकों में दो बच्चों की हत्या की गई। काउका में एक पत्रकार समेत दो लोगों की हत्या सेना ने की। इन हत्याओं के ज़रिए हाल के सालों में जारी हत्याओं की श्रंख्ला के क्रम को आगे बढ़ाया गया है। नवंबर 2016 से 19 अगस्त, 2020 के बीच 974 सामाजिक नेताओं और मानवाधिकार रक्षकों की कोलंबिया में हत्या कर दी गई। इनमें से 2020 में अब तक 185 लोगों को मारा जा चुका है। इन आंकड़ों को इंस्टीट्यूट ऑफ डिवेल्पमेंट्स एंड पीस स्टडीज़ (इंडेपाज़) ने 15 जुलाई को जारी किया था, इस रिपोर्ट को उन्होंने कोलंबिया की दो एक्टिविस्ट ऑर्गेनाज़ेशन के साथ मिलकर बनाया है। पैट्रॉन के इलाके ऑल्टो बाउडो में दिसंबर, 2019 से मार्च 2020 के बीच 17 लोगों की हत्याएं हुई हैं।

यह हत्याएं बिना सोचे-समझे नहीं की गई हैं। यह उत्तरपश्चिम कोलंबिया में एफ्रो-कोलंबियन और मूलनिवासी समुदायों के खिलाफ़ सुनियोजित हमला है। इस इलाके में जो भी नार्को तस्करों और उनके अर्द्धसैनिक बलों की ताकत का विरोध करता है, उसके खिलाफ़ यह हमले होते हैं। यह कोलंबिया के वामपंथ के खिलाफ़ भी हमला है, क्योंकि पैट्रॉन जैसे लोग CNA और कांग्रेसो डि लॉस प्यूब्लॉस के साथ जुड़े थे। 1990 से इन समूहों ने कई छोटे किसानों को विस्थापित कर दिया है और कई राजनेताओं की हत्या की है। पिछले दो दशकों में अर्द्धसैनिक समूहों ने चॉको में रहने वाले हजारों लोगों को विस्थापित विस्थापित होने पर मजबूर किया है। इनमें से कई लोग वापस घर नहीं आ पाए हैं। यह विस्थापन कोरोना महामारी के बावजूद अब भी जारी है।

तारबंदी का निर्माण

ऑल्टो बाउडो और चॉको के दूसरे हिस्सों में, जो नार्को तस्कर और उनके सैन्य बलों से बुरे तरीके से ग्रसित हैं, वहां CNA पहुंचा था। CNA ने वहां एग्रो-इकलॉजिकल (कृषि-पर्यावरणीय) उत्पादन तकनीक का शुभारंभ किया। यह तकनीकें अकसर एफ्रो-कोलंबियाई कृषि परंपराओं पर आधारित होती हैं। इस तरह CNA ने स्थानीय लोगों को अपनी ज़मीन के अधिकारों की रक्षा में मदद की।
CNA के साथ काम करते हुए स्थानीय समुदायों ने किनचास नाम का एक संगठन बनाया। इस शब्द का मतलब होता है, बाधा या तारबंदी। इसके ज़रिए जानवरों को फ़सलों में घुसने से रोका जाता है। किनचास का गठन सबसे पहले हवा के ज़रिए ग्लायफोसेट के छिड़काव का विरोध करने के लिए हुआ था। यह विरोध उन अध्ययनों के बाद शुरू हुआ, जिनमें पाया गया कि यह पदार्थ लोगों के लिए नुकसानदेह है। लेकिन मार्च, 2020 में कोलंबिया के राष्ट्रपति इवान डुके ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से कहा कि वे ग्लायफोसेट का दोबारा इस्तेमाल शुरू करेंगे। इसको कोका की फ़सल के खिलाफ़ हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया जाएगा, ताकि कोकीन उत्पादन को रोका जा सके। इसके दोबारा छिड़काव शुरू करने से ना केवल कोका फ़सल को नुकसान होगा, बल्कि दूसरी फ़सलें भी तबाह होंगी और इलाके में एफ्रो-कोलंबियाई समेत स्थानीय लोगों को रहने योग्य स्थितियां नहीं बचेंगी।

पैट्रॉन किनचास के संस्थापक थे। उनके एक साथी ने हमें बताया, "किंचास ग्लायफोसेट के खिलाफ़ बाधा थी। हमने खाद्यान्न उत्पादन करने वाले क्षेत्रों को ऊंचे और बड़े पीले-हरे बैनर से चिन्हित किया था। ताकि छोटे प्लेन यह समझ सकें कि इन खेतों में छि़ड़काव नहीं करना है।" किंचास ग्लायफोसेट समेत दूसरे ज़हरीले पदार्थों के खिलाफ़ बाधा थे। पैट्रॉन जैसे लोगों ने ऐसा उन फ़सलों को बचाने के लिए किया, जिन्हें कृषि-पर्यावरणीय तकनीकों के ज़रिए उत्पादित किया जा रहा था। हमें बताया गया कि किनचास का काम "जागरूकता बढ़ाने और लोगों के ज़मीन अधिकार के लिए राजनीतिक संघर्ष" था।

मौत का गठबंधन

CNA के अध्यक्ष अर्नेस्टो रोआ ने हमें बताया, "कोलंबिया में बढ़ते राज्य प्रायोजित आंतक का हम लगातार विरोध कर रहे हैं। देश की ढांचागत समस्याओं के समाधान खोजने के बजाए, राज्य लगातार ज़मीनों को बहुराष्ट्रीय कंपनियों को देता जा रहा है।" रोआ ने एक मौत के गठबंधन का जिक्र किया। यह गठबंधन आर्मी, पुलिस और नार्को तस्करों के सैन्य बलों के बीच में है। चिंता जताई जा रही है कि इसी मौत के गठबंधन से प्रेरित होकर सुप्रीम कोर्ट ने कोलंबिया के पूर्व राष्ट्रपति अलवारो उरीब को चार अगस्त के दिन घर में नजरबंद किए जाने का आदेश दिया। उरीब के पक्ष में हो रहे प्रदर्शन और अमेरिका के करीबी सहयोगी प्रेसिडेंट इवान डुकी द्वारा द्वारा पक्षपाती वक्तव्य से इशारा मिलता है कि उच्चतम न्यायालय के पास भी "मौत के गठबंधन" द्वारा किए अपराधों का न्याय करने की भी बहुत थोड़ी ही शक्ति मौजूद है।
चॉको राज्य इस गठबंधन के लिए एक अहम इलाका है। 11 अगस्त से पहले पैट्रॉन को कई धमकियां भी मिली थीं। शांति के लिए उनके कार्यों से ड्रग तस्करों के सैन्यबल परेशान हो गए थे। जर्मन बेडोया ने हमें बताया कि इन धमकियों से पैट्रॉन डर गए थे और उन्होंने "अपनी पहचान को थोड़ा धीमा करने की कोशिश की। इस दौरान उन्होंने फुटबॉल को प्रोत्साहन देना जारी रखा, लेकिन अपनी राजनीतिक पहचान को नेपथ्य में रखने की कोशिश की।" इसके बावजूद उन्होंने सामुदायिक परिषद और ऑल्टो बाउडो की स्थानीय सरकार में अपनी सक्रियता जारी रखी। पैट्रॉन अपने समुदाय के स्वाभाविक नेता थे। एक ऐसे नेता, जो अपने लोगों की मांगों पर पलट नहीं सकते थे। इसी तरह के काम के चलते पैट्रॉन ड्रग तस्करों के सैन्यबलों के निशाने पर आए, जिसकी कीमत उन्हें अपनी जान देकर चुकानी पड़ी।

उनकी नर्मी और मुस्कान

जब जर्मन बेडोया ने आखिरी बार पैट्रॉन से बात की थी, तो बातचीत फुटबॉल की ओर मुड़ गई थी। पैट्रॉन ने बेडोया को बताया था कि वे अपने जैसे बच्चों, जो पेशेवर फुटबॉल खिलाड़ी बनना चाहते हैं, उनके लिए एक स्कूल खोलेंगे। बेडोया अपने दोस्त को अपनी ज़मीन और अपनी जड़ों से प्यार करने के लिए याद करते हैं, पैट्रॉन को बाउडो नदी और चॉको से बेहद प्यार था। वे शिकार करना पसंद करते थे, उन्हें अपनी एफ्रो-कोलंबियाई संस्कृति से जुड़े रहना बेहद पसंद था। बेडोया ने हमसे कहा, "पैट्रॉन आखिर में नरमी की सीख, अपनी मुस्कान का पाठ और लगातार संघर्ष करने की प्रेरणा छोड़ गए हैं।"

विजय प्रसाद इंडिपेंडेंट मीडिया इंस्टीट्यूट के प्रोजेक्ट Globetrotter के मुख्य संवाददाता और राइटिंग फ़ेलो हैं। वह लेफ़्टवर्ड बुक्स के मुख्य संपादक और टाईकांटिनेंटल: इंस्टीट्यूट फ़ॉर सोशल रिसर्च के निदेशक भी हैं।

ज़ो पीसी, पीपल्स डिस्पैच से जुड़े पत्रकार हैं और लैटिन अमेरिका में जनआंदोलनों पर रिपोर्टिंग करते हैं।

इस लेख को इंडिपेंडेंट मीडिया इंस्टीट्यूट के प्रोजेक्ट Globetrotter ने प्रकाशित किया है।
इस लेख को मूल अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें।

https://www.newsclick.in/Tragic-Killing-of-Colombia%27s-Sports-Hero-Patr%C3%B3n

activism
drugs
Economy
Environment
Indigenous Resistance
North America/United States of America
politics
social justice
South America/Colombia
Time-Sensitive
trade
War

Related Stories

क्यूबाई गुटनिरपेक्षता: शांति और समाजवाद की विदेश नीति

क्या जानबूझकर महंगाई पर चर्चा से आम आदमी से जुड़े मुद्दे बाहर रखे जाते हैं?

गतिरोध से जूझ रही अर्थव्यवस्था: आपूर्ति में सुधार और मांग को बनाये रखने की ज़रूरत

पश्चिम बंगालः वेतन वृद्धि की मांग को लेकर चाय बागान के कर्मचारी-श्रमिक तीन दिन करेंगे हड़ताल

वित्त मंत्री जी आप बिल्कुल गलत हैं! महंगाई की मार ग़रीबों पर पड़ती है, अमीरों पर नहीं

जलवायु परिवर्तन : हम मुनाफ़े के लिए ज़िंदगी कुर्बान कर रहे हैं

उत्तराखंड: क्षमता से अधिक पर्यटक, हिमालयी पारिस्थितकीय के लिए ख़तरा!

मध्यप्रदेशः सागर की एग्रो प्रोडक्ट कंपनी से कई गांव प्रभावित, बीमारी और ज़मीन बंजर होने की शिकायत

नेपाल की अर्थव्यवस्था पर बिजली कटौती की मार

कमरतोड़ महंगाई को नियंत्रित करने में नाकाम मोदी सरकार 


बाकी खबरें

  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    मुंडका अग्निकांड के खिलाफ मुख्यमंत्री के समक्ष ऐक्टू का विरोध प्रदर्शन
    20 May 2022
    मुंडका, नरेला, झिलमिल, करोल बाग से लेकर बवाना तक हो रहे मज़दूरों के नरसंहार पर रोक लगाओ
  • रवि कौशल
    छोटे-मझोले किसानों पर लू की मार, प्रति क्विंटल गेंहू के लिए यूनियनों ने मांगा 500 रुपये बोनस
    20 May 2022
    प्रचंड गर्मी के कारण पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे गेहूं उत्पादक राज्यों में फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है।
  • Worship Places Act 1991
    न्यूज़क्लिक टीम
    'उपासना स्थल क़ानून 1991' के प्रावधान
    20 May 2022
    ज्ञानवापी मस्जिद से जुड़ा विवाद इस समय सुर्खियों में है। यह उछाला गया है कि ज्ञानवापी मस्जिद विश्वनाथ मंदिर को तोड़कर बनाई गई थी। ज्ञानवापी मस्जिद के भीतर क्या है? अगर मस्जिद के भीतर हिंदू धार्मिक…
  • सोनिया यादव
    भारत में असमानता की स्थिति लोगों को अधिक संवेदनशील और ग़रीब बनाती है : रिपोर्ट
    20 May 2022
    प्रधानमंत्री आर्थिक सलाहकार परिषद की रिपोर्ट में परिवारों की आय बढ़ाने के लिए एक ऐसी योजना की शुरूआत का सुझाव दिया गया है जिससे उनकी आमदनी बढ़ सके। यह रिपोर्ट स्वास्थ्य, शिक्षा, पारिवारिक विशेषताओं…
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    हिसारः फसल के नुक़सान के मुआवज़े को लेकर किसानों का धरना
    20 May 2022
    हिसार के तीन तहसील बालसमंद, आदमपुर तथा खेरी के किसान गत 11 मई से धरना दिए हुए हैं। उनका कहना है कि इन तीन तहसीलों को छोड़कर सरकार ने सभी तहसीलों को मुआवजे का ऐलान किया है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License