NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
नेतन्याहू के ख़िलाफ़ भ्रष्टाचार पर मुक़दमा इज़रायल में शुरू, सरकार के गठन की संभावना हुई कम
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू सत्ता के दुरुपयोग और भ्रष्टाचार के तीन मामलों का सामना कर रहे हैं। उन पर अपनी शक्ति का उपयोग करके अपने विरोधियों को निशाना बनाने का भी आरोप लगाया गया है।
पीपल्स डिस्पैच
06 Apr 2021
नेतन्याहू के ख़िलाफ़ भ्रष्टाचार पर मुक़दमा इज़रायल में शुरू, सरकार के गठन की संभावना हुई कम

इजरायल में 23 मार्च के चुनाव के बाद नई सरकार के गठन को लेकर अनिश्चितताओं के बीच इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ भ्रष्टाचार मामले में मुकदमा सोमवार 5 अप्रैल को येरूशेलम जिला अदालत में शुरू हुआ। पहले दिन Walla समाचार वेबसाइट के पूर्व सीईओ इलान येशुआ ने प्रधानमंत्री के खिलाफ बयान दिया।

येशुआ ने कहा कि उन्हें अपने मालिकों द्वारा नेतन्याहू का पॉजिटिव कवरेज करने और इनके विरोधियों की छवि खराब करने के लिए वेबसाइट को प्रभावित करने के लिए मजबूर किया गया। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें लगता है कि यह वेबसाइट और नेतन्याहू के मालिकों के बीच एक सौदे के रूप में किया गया था।

नेतन्याहू पर रिश्वत, सत्ता के दुरुपयोग और धोखाधड़ी व विश्वास के उल्लंघन के तीन मामलों में मुकदमा चलाया जा रहा है। ‘केस 4000' में उन पर आरोप है कि उन्होंने अपनी पॉजिटिव कवरेज के बदले में Walla न्यूज के मालिक शॉल एलोविच को लाभ पहुंचाने के लिए 2014 और 2017 के बीच प्रधानमंत्री और संचार मंत्री के रूप में अपनी शक्तियों का उपयोग किया। दूसरा मामला 'केस 1000’ है जिसमें नेतन्याहू पर इज़रायली मूवी मोगल अर्नन मिल्चन और ऑस्ट्रेलियाई व्यापारी जेम्स पैकर से लगभग 2,00,000 अमरीकी डॉलर मूल्य के "उपहार" स्वीकार करने का आरोप है। तीसरा मामला 'केस 2000’ जिसमें नेतन्याहू पर इज़रायल के एक अखबार येदिओथ अहरोनोथ के प्रतिद्वंद्वी इजारयल हेयोम के खिलाफ कानूनी कार्यवाही के बदले येदिओथ अहरोनोथ अखबार में पॉजिटिव कवरेज पाने का आरोप है।

येशुआ ने दावा किया कि नेतन्याहू के विरोधियों में से एक नेफ्टली बेनेट उनके बदनाम करने वाले अभियान का पहला निशाना थे। बेनेट जो बाद में नेतन्याहू से अलग हो गए थे वह अब अति दक्षिणपंथी यामिना पार्टी के प्रमुख हैं। ये पार्टी नेतन्याहू की नई सरकार बनाने के प्रयासों के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है।

अब तक नेतन्याहू के पास इजरायली संसद केसेट के सिर्फ 52 सदस्यों का समर्थन है। बेनेट की यामिना के पास 7 सीटें हैं और 61 के बहुमत के आंकड़े तक पहुंचने के लिए नेताओं को आगे बढ़ा सकता है।

Benjamin Netanyahu
Israel

Related Stories

न नकबा कभी ख़त्म हुआ, न फ़िलिस्तीनी प्रतिरोध

अल-जज़ीरा की वरिष्ठ पत्रकार शिरीन अबु अकलेह की क़ब्ज़े वाले फ़िलिस्तीन में इज़रायली सुरक्षाबलों ने हत्या की

अमेरिका ने रूस के ख़िलाफ़ इज़राइल को किया तैनात

इज़रायली सुरक्षाबलों ने अल-अक़्सा परिसर में प्रार्थना कर रहे लोगों पर किया हमला, 150 से ज़्यादा घायल

लैंड डे पर फ़िलिस्तीनियों ने रिफ़्यूजियों के वापसी के अधिकार के संघर्ष को तेज़ किया

अमेरिका ने ईरान पर फिर लगाम लगाई

ईरान नाभिकीय सौदे में दोबारा प्राण फूंकना मुमकिन तो है पर यह आसान नहीं होगा

शता ओदेह की गिरफ़्तारी फ़िलिस्तीनी नागरिक समाज पर इस्राइली हमले का प्रतीक बन गया है

141 दिनों की भूख हड़ताल के बाद हिशाम अबू हव्वाश की रिहाई के लिए इज़रायली अधिकारी तैयार

2021: अफ़ग़ानिस्तान का अमेरिका को सबक़, ईरान और युद्ध की आशंका


बाकी खबरें

  • न्यूज़क्लिक डेस्क
    लॉकडाउन-2020: यही तो दिन थे, जब राजा ने अचानक कह दिया था— स्टैचू!
    27 Mar 2022
    पुनर्प्रकाशन : यही तो दिन थे, जब दो बरस पहले 2020 में पूरे देश पर अनियोजित लॉकडाउन थोप दिया गया था। ‘इतवार की कविता’ में पढ़ते हैं लॉकडाउन की कहानी कहती कवि-पत्रकार मुकुल सरल की कविता- ‘लॉकडाउन—2020’।
  • डॉ. द्रोण कुमार शर्मा
    लीजिए विकास फिर से शुरू हो गया है, अब ख़ुश!
    27 Mar 2022
    ये एक सौ तीस-चालीस दिन बहुत ही बेचैनी में गुजरे। पहले तो अच्छा लगा कि पेट्रोल डीज़ल की कीमत बढ़ नहीं रही हैं। पर फिर हुई बेचैनी शुरू। लगा जैसे कि हम अनाथ ही हो गये हैं। जैसे कि देश में सरकार ही नहीं…
  • सुबोध वर्मा
    28-29 मार्च को आम हड़ताल क्यों करने जा रहा है पूरा भारत ?
    27 Mar 2022
    मज़दूर और किसान आर्थिक संकट से राहत के साथ-साथ मोदी सरकार की आर्थिक नीति में संपूर्ण बदलाव की भी मांग कर रहे हैं।
  • अजय कुमार
    महंगाई मार गई...: चावल, आटा, दाल, सरसों के तेल से लेकर सर्फ़ साबुन सब महंगा
    27 Mar 2022
    सरकारी महंगाई के आंकड़ों के साथ किराना दुकान के महंगाई आकड़ें देखिये तो पता चलेगा कि महंगाई की मार से आम जनता कितनी बेहाल होगी ?
  • जॉन पी. रुएहल
    क्या यूक्रेन मामले में CSTO की एंट्री कराएगा रूस? क्या हैं संभावनाएँ?
    27 Mar 2022
    अपने सैन्य गठबंधन, सामूहिक सुरक्षा संधि संगठन (सीएसटीओ) के जरिये संभावित हस्तक्षेप से रूस को एक राजनयिक जीत प्राप्त हो सकती है और अपने अभियान को आगे बढ़ाने के लिए उसके पास एक स्वीकार्य मार्ग प्रशस्त…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License