NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
यूपी जल निगम: 4 महीने से सैलरी नहीं, डेढ़ साल से रिटायर्ड कर्मचारियों को पेंशन नहीं, अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे कर्मचारी
कर्मचारियों की यूनियन ने कहा है ''प्रबन्ध निदेशक से कई दौर की बैठकों, वार्ताओं के बावजूद एक-डेढ़ साल से सेवानिवृत्त/मृतक कर्मचारियों के परिजनों को पेंशन नहीं दी जा रही है।''
न्यूजक्लिक रिपोर्ट
20 Sep 2021
UP Jal Nigam

उत्तर प्रदेश जल निगम के कर्मचारियों ने एक बार फिर से धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। इस बारे में जानकारी देते हुए उ.प्र. जल निगम जल संस्थान मजदूर यूनियन ने कहा है ''उत्तर प्रदेश जल निगम में 30-35 वर्षों से कार्यरत नियमित फील्ड कर्मचारियों के सेवानिवृत्त होने पर, जल निगम प्रशासन द्वारा उन्हें पेंशन एवं पेंशनरी लाभों से वंचित करने से, उनका परिवार भुखमरी, लाचारी एवं इलाज के अभाव में तड़प-तड़प कर मरने को विवश हैं”।

यूनियन ने कहा है ''प्रबन्ध निदेशक से कई दौर की बैठकों, वार्ताओं के बावजूद एक-डेढ़ साल से सेवानिवृत्त/मृतक कर्मचारियों के परिजनों को पेंशन नहीं दी जा रही है। उ.प्र. जल निगम जल संस्थान मजदूर यूनियन द्वारा 20 सितम्बर 1995 के विजयी संघर्ष की 26वीं वर्षगांठ पर संगठन के प्रतिनिधियों, सेवानिवृत्त कर्मियों एवं मृतक कर्मचारियों की विधवाओं और परिजनों ने आज से अनिश्चितकालीन धरना एवं प्रदेश व्यापी सत्याग्रह प्रारम्भ कर दिया है।''

कार्यक्रम का आगाज यूनियन के संस्थापक डा. वेद प्रकाश श्रीवास्तव के क्रान्ति गीत के साथ शुरू हुआ।

यूनियन के अध्यक्ष राम सनेही यादव ने बताया ''मा. सर्वोच्च न्यायालय ने दिनांक 02.09.2019 को पारित आदेश में सभी कार्मिकों को नियुक्ति की तारीख से गणना करते हुए पेंशनरी लाभ दिये जाने के निर्देश जारी किये हैं, लेकिन 30-35 वर्ष की सेवा करने वाले कार्मिकों को जल निगम प्रशासन पेंशन नहीं दे रहा है।''

आपको बता दें कि वेतन को लेकर भी जलनिगम के कर्मचारी बेहद परेशान रहते हैं, इससे पहले वे कई मर्तबा प्रदेश भर में धरना प्रदर्शन कर चुके हैं, हर बार सरकार वेतन देने का वायदा करती है, कर्मचारी अपना धरना प्रदर्शन रोक देते हैं, लेकिन एक दो महीने की तनख्वाह देकर कर्मचारियों को बहलाया जाता है।

यूनियन के अध्यक्ष राम सनेही यादव ने आगे बताया ''अभी अप्रैल की सैलरी मिली थी। लेकिन मई 2021 से लेकर अभी सितंबर तक कोई वेतन या पेंशन नहीं दी गई।''

यूनियन के महामंत्री सतीश कुमार शर्मा ने भी विभाग में आर्थिक संकट के नाम पर पेयजल योजनाओं, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांटों में कार्यरत 1238 फील्ड कर्मचारियों को मनमानें तरीके से नगर निकायों में समायोजित करने की तानाशाही पूर्ण कार्यवाही का पुरजोर विरोध किया।

यूनियन के संरक्षक वीरेन्द्र सिंह ने चार महीने के बकाया वेतन-पेंशन का तुरन्त भुगतान करने की मांग की। ऐसे ही पूर्व संरक्षक आरएस गिरि ने पेंशनर्स को 189 प्रतिशत महंगाई राहत दिये जाने की मांग की।

UttarPradesh
UP Jal Nigam
delay in salary
Yogi Adityanath
UP Government

Related Stories

बदायूं : मुस्लिम युवक के टॉर्चर को लेकर यूपी पुलिस पर फिर उठे सवाल

ग्राउंड रिपोर्टः पीएम मोदी का ‘क्योटो’, जहां कब्रिस्तान में सिसक रहीं कई फटेहाल ज़िंदगियां

उत्तर प्रदेश: "सरकार हमें नियुक्ति दे या मुक्ति दे"  इच्छामृत्यु की माँग करते हजारों बेरोजगार युवा

यूपी में  पुरानी पेंशन बहाली व अन्य मांगों को लेकर राज्य कर्मचारियों का प्रदर्शन

UPSI भर्ती: 15-15 लाख में दरोगा बनने की स्कीम का ऐसे हो गया पर्दाफ़ाश

क्या वाकई 'यूपी पुलिस दबिश देने नहीं, बल्कि दबंगई दिखाने जाती है'?

मलियाना नरसंहार के 35 साल, क्या मिल पाया पीड़ितों को इंसाफ?

यूपी: बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था के बीच करोड़ों की दवाएं बेकार, कौन है ज़िम्मेदार?

उत्तर प्रदेश राज्यसभा चुनाव का समीकरण

ख़ान और ज़फ़र के रौशन चेहरे, कालिख़ तो ख़ुद पे पुती है


बाकी खबरें

  • protest
    न्यूज़क्लिक टीम
    दक्षिणी गुजरात में सिंचाई परियोजना के लिए आदिवासियों का विस्थापन
    22 May 2022
    गुजरात के दक्षिणी हिस्से वलसाड, नवसारी, डांग जिलों में बहुत से लोग विस्थापन के भय में जी रहे हैं। विवादास्पद पार-तापी-नर्मदा नदी लिंक परियोजना को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है। लेकिन इसे पूरी तरह से…
  • डॉ. द्रोण कुमार शर्मा
    तिरछी नज़र: 2047 की बात है
    22 May 2022
    अब सुनते हैं कि जीएसटी काउंसिल ने सरकार जी के बढ़ते हुए खर्चों को देखते हुए सांस लेने पर भी जीएसटी लगाने का सुझाव दिया है।
  • विजय विनीत
    बनारस में ये हैं इंसानियत की भाषा सिखाने वाले मज़हबी मरकज़
    22 May 2022
    बनारस का संकटमोचन मंदिर ऐसा धार्मिक स्थल है जो गंगा-जमुनी तहज़ीब को जिंदा रखने के लिए हमेशा नई गाथा लिखता रहा है। सांप्रदायिक सौहार्द की अद्भुत मिसाल पेश करने वाले इस मंदिर में हर साल गीत-संगीत की…
  • संजय रॉय
    महंगाई की मार मजदूरी कर पेट भरने वालों पर सबसे ज्यादा 
    22 May 2022
    पेट्रोलियम उत्पादों पर हर प्रकार के केंद्रीय उपकरों को हटा देने और सरकार के इस कथन को खारिज करने यही सबसे उचित समय है कि अमीरों की तुलना में गरीबों को उच्चतर कीमतों से कम नुकसान होता है।
  • राजेंद्र शर्मा
    कटाक्ष: महंगाई, बेकारी भुलाओ, मस्जिद से मंदिर निकलवाओ! 
    21 May 2022
    अठारह घंटे से बढ़ाकर अब से दिन में बीस-बीस घंटा लगाएंगेे, तब कहीं जाकर 2025 में मोदी जी नये इंडिया का उद्ïघाटन कर पाएंगे। तब तक महंगाई, बेकारी वगैरह का शोर मचाकर, जो इस साधना में बाधा डालते पाए…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License