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अपराध
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भारत
यूपी: मेरठ में ट्यूशन से लौट रही छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म, पीड़िता ने ज़हर खाकर जान दी
एसपी देहात केशव कुमार ने बताया कि बृहस्पतिवार को हुई इस घटना में चार युवक शामिल थे। उन्होंने बताया कि घर से छात्रा का एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
02 Apr 2021
यूपी: मेरठ में ट्यूशन से लौट रही छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म, पीड़िता ने ज़हर खाकर जान दी
'प्रतीकात्मक फ़ोटो' साभार: सोशल मीडिया

मेरठ: उत्तर प्रदेश महिलाओं के लिए लगातार असुरक्षित होता जा रहा है। यहां मेरठ के थाना सरधना कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में ट्यूशन से लौट रही कक्षा दस की छात्रा को गांव के ही चार युवकों ने अगवा कर सामूहिक दुष्कर्म किया। आहत छात्रा ने घर पहुंचकर जहरीला पदार्थ खा लिया जिससे अस्पताल में उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

एसपी देहात केशव कुमार ने बताया कि बृहस्पतिवार को हुई इस घटना में चार युवक शामिल थे। उन्होंने बताया कि घर से छात्रा का एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है, जिसमें छात्रा द्वारा लखन पुत्र संजय के अलावा विकास पुत्र बलवंत उर्फ मुरली का जिक्र किया गया है। कुमार ने बताया कि इसके आधार पर पुलिस ने दोनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है और दो अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं।

उधर, सरधना पुलिस ने छात्रा के परिजनों की तहरीर के आधार बताया कि किशोरी 10वीं की छात्रा थी और बृहस्पतिवार को घर से ट्यूशन पढ़ने के लिए गई थी। पुलिस के अनुसार ट्यूशन से लौटते समय छात्रा को कपसाड़ गांव निवासी चार युवकों ने अगवा कर लिया और टावर के पास मकान में बंधक बना सामूहिक दुष्कर्म किया।

पुलिस ने बताया कि छात्रा किसी तरह अपने घर पहुंची और परिजनों को घटना की जानकारी दी। बाद में आहत छात्रा ने घर पर जहरीला पदार्थ खा लिया, जिससे उसकी हालत बिगड़ गई और उसे शाम करीब छह बजे मोदीपुरम के एसडीएस ग्लोबल अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस के अनुसार यहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।

पुलिस के अनुसार मामले में जांच जारी है और शेष अभियुक्तों को पकड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं।

प्रदेश में महिला सुरक्षा का बुरा हाल

महिलाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता बताने वाली बीजेपी की योगी सरकार में आधी आबादी के खिलाफ अपराध का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है।

नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो यानी एनसीआरबी की सालाना रिपोर्ट कहती है कि महिलाओं के ख़िलाफ़ अपराध के मामले में उत्तर प्रदेश सबसे आगे है। देश में महिलाओं के ख़िलाफ़ 2018 में कुल 378,277 मामले हुए और अकेले यूपी में 59,445 मामले दर्ज किए गए। यानी देश के कुल महिलाओं के साथ किए गए अपराध का लगभग 15.8%।

इसके अलावा प्रदेश में कुल रेप के 4,322 केस हुए। यानी हर दिन 11 से 1 रेप केस दर्ज हुए। ध्यान देने वाली बात ये है कि ये उन अपराधों पर तैयार की गई रिपोर्ट है जो थानों में दर्ज होते हैं। इन रिपोर्ट से कई ऐसे केस रह जाते हैं जिनकी थाने में कभी शिकायत ही दर्ज नहीं हो सकी। एनसीआरबी देश के गृह मंत्रालय के अंतर्गत आता है।

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)

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आख़िर और कितनी घटनाओं को ‘दूसरा हाथरस’ लिखने की नौबत आएगी?

यूपी से एमपी तक महिलाओं के शोषण-उत्पीड़न की कहानी एक सी क्यों लगती है?

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