NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
कोविड-19
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
अमेरिकी कांग्रेस नई COVID राहत योजना पर सहमत, लेकिन बहुत कुछ शामिल करने की ज़रूरत
मार्च में सीएआरईएस एक्ट (CARES Act) के पारित होने के बाद से ये राहत पैकेज अपनी तरह का दूसरा सबसे बड़ा राहत पैकेज होगा, लेकिन महामारी के चलते ग़रीबी की चपेट में आने वाले लाखों लोगों के लिए ये बहुत मामूली और काफ़ी देर से दिया गया पैकेज है।
पीपल्स डिस्पैच
22 Dec 2020
Washington

दोनों दलों के नेताओं के बीच कई महीनों की लंबी बातचीत के बाद आखिरकार अमेरिकी कांग्रेस ने 900 बिलियन अमेरिकी डॉलर के महामारी राहत पैकेज पर सहमति जताई है। नए राहत पैकेज को 1.4 ट्रिलियन डॉलर स्पेंडिंग बिल के हिस्से के रूप में स्वीकार किया गया है। ये नया फेडरल स्पेंडिंग बिल मौजूदा स्पेंडिंग बिल की जगह लेगा जो 21 दिसंबर को समाप्त हो गया है और सितंबर 2021 तक प्रभावी रहेगा। इस स्पेंडिंग बिल पर वोट अमेरिकी कांग्रेस के दोनों सदनों में सोमवार 21 दिसंबर को कराया गया था और इसके समर्थन में दोनों दलों तथा राष्ट्रपति का समर्थन अपेक्षित है।

सदन में 359 प्रतिनिधियों ने इस बिल के पक्ष में मतदान किया और केवल 53 सदस्यों ने इसका विरोध किया। सीनेट में इसके पक्ष में 91 वोट पड़े और केवल सात ने इसका विरोध किया।

892 बिलियन डॉलर फंड का इस्तेमाल महामारी से प्रभावित व्यक्तियों के लिए 600 डॉलर प्रति व्यक्ति सहायता और बेरोजगारी सहायता के लिए प्रति सप्ताह 300 डॉलर की बढ़ोतरी के लिए किया जाएगा। इस फंड का सबसे बड़ा हिस्सा अपने कर्मचारियों को भुगतान करने के लिए छोटे व्यवसायों को सॉफ्ट लोन और अन्य सहायता प्रदान करने के लिए 284 बिलियन डॉलर पेचेक प्रोटेक्शन प्रोग्राम में जाएगा।

अन्य योजनाओं में 25 बिलियन डॉलर का किरायेदारों के लिए रेंटल ऐड प्लान और पब्लिक स्कूलों के लिए विशिष्ट फंड, कोरोनोवायरस की जांच की क्षमता को बढ़ावा देना, प्रभावित छोटे व्यवसायों के लिए सहायता, वैक्सीन वितरण और भोजन सहायता शामिल हैं। इस स्पेंडिंग बिल में 31 जनवरी तक फोरक्लोजर तथा इविक्शन पर मोरेटोरियम भी शामिल होगा साथ ही "सरप्राइज" मेडिकल बिलिंग को समाप्त करने के प्रावधान होंगे।

इस साल मार्च में पारित सीएआरईएस एक्ट (CARES Act) के तहत 2.3 ट्रिलियन डॉलर प्रोत्साहन तथा सहायता पैकेज के बाद ये नया राहत पैकेज दूसरा सबसे बड़ा प्रोत्साहन प्रोग्राम होगा। फिर भी इस राहत योजना को बहुत निराशा मिली है।

वार्ता के दौरान सबसे विवादास्पद मुद्दों में से कुछ विशेष रूप से डेमोक्रेटिक पार्टी द्वारा मांग की गई राज्य और स्थानीय सरकार के लिए प्रत्यक्ष सहायता इस बिल से गायब है। सिविल सोसाइटी समूहों, श्रम और जमीनी संगठनों के प्रमुख मांगों की भी इस बिल में चर्चा नहीं की गई है। बेरोजगारी सहायता में मामूली वृद्धि को छोड़कर महामारी के दौरान खोने वाले 10 मिलियन नौकरियों के चलते इसका असर झेलने वाले लोगों के पुनर्वास के लिए कुछ भी खास योजना नहीं बनाई गई है।

America
USA
COVID-19
CARES Act
US Congress

Related Stories

कोरोना अपडेट: देश में कोरोना ने फिर पकड़ी रफ़्तार, 24 घंटों में 4,518 दर्ज़ किए गए 

कोरोना अपडेट: देश में 24 घंटों में 3,962 नए मामले, 26 लोगों की मौत

कोरोना अपडेट: देश में 84 दिन बाद 4 हज़ार से ज़्यादा नए मामले दर्ज 

कोरोना अपडेट: देश में कोरोना के मामलों में 35 फ़ीसदी की बढ़ोतरी, 24 घंटों में दर्ज हुए 3,712 मामले 

कोरोना अपडेट: देश में नए मामलों में करीब 16 फ़ीसदी की गिरावट

कोरोना अपडेट: देश में 24 घंटों में कोरोना के 2,706 नए मामले, 25 लोगों की मौत

कोरोना अपडेट: देश में 24 घंटों में 2,685 नए मामले दर्ज

कोरोना अपडेट: देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 2,710 नए मामले, 14 लोगों की मौत

कोरोना अपडेट: केरल, महाराष्ट्र और दिल्ली में फिर से बढ़ रहा कोरोना का ख़तरा

महामारी में लोग झेल रहे थे दर्द, बंपर कमाई करती रहीं- फार्मा, ऑयल और टेक्नोलोजी की कंपनियां


बाकी खबरें

  • सरोजिनी बिष्ट
    विधानसभा घेरने की तैयारी में उत्तर प्रदेश की आशाएं, जानिये क्या हैं इनके मुद्दे? 
    17 May 2022
    ये आशायें लखनऊ में "उत्तर प्रदेश आशा वर्कर्स यूनियन- (AICCTU, ऐक्टू) के बैनर तले एकत्रित हुईं थीं।
  • जितेन्द्र कुमार
    बिहार में विकास की जाति क्या है? क्या ख़ास जातियों वाले ज़िलों में ही किया जा रहा विकास? 
    17 May 2022
    बिहार में एक कहावत बड़ी प्रसिद्ध है, इसे लगभग हर बार चुनाव के समय दुहराया जाता है: ‘रोम पोप का, मधेपुरा गोप का और दरभंगा ठोप का’ (मतलब रोम में पोप का वर्चस्व है, मधेपुरा में यादवों का वर्चस्व है और…
  • असद रिज़वी
    लखनऊः नफ़रत के ख़िलाफ़ प्रेम और सद्भावना का महिलाएं दे रहीं संदेश
    17 May 2022
    एडवा से जुड़ी महिलाएं घर-घर जाकर सांप्रदायिकता और नफ़रत से दूर रहने की लोगों से अपील कर रही हैं।
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    कोरोना अपडेट: देश में 43 फ़ीसदी से ज़्यादा नए मामले दिल्ली एनसीआर से सामने आए 
    17 May 2022
    देश में क़रीब एक महीने बाद कोरोना के 2 हज़ार से कम यानी 1,569 नए मामले सामने आए हैं | इसमें से 43 फीसदी से ज्यादा यानी 663 मामले दिल्ली एनसीआर से सामने आए हैं। 
  • एम. के. भद्रकुमार
    श्रीलंका की मौजूदा स्थिति ख़तरे से भरी
    17 May 2022
    यहां ख़तरा इस बात को लेकर है कि जिस तरह के राजनीतिक परिदृश्य सामने आ रहे हैं, उनसे आर्थिक बहाली की संभावनाएं कमज़ोर होंगी।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License