NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
स्वास्थ्य
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
अमेरिका
अमेरिका : अदालत ने अबॉरशन रोकने के राज्य सरकारों के निर्देशों को ख़ारिज किया
रिपब्लिकन पार्टी के नियंत्रण में आने वाले विभिन्न राज्य प्रशासनों ने कोरोना वायरस का हवाला दे कर अबॉरशन(गर्भपात) को ग़ैर-ज़रूरी स्वास्थ्य सेवा बताते हुए, उसे रोकने या आगे बढ़ा देने के आदेश दे दिये थे, जिसका कई रिप्रोडक्टिव अधिकार कार्यकर्ताओं ने विरोध किया था।
पीपल्स डिस्पैच
31 Mar 2020
अमेरिका

30 मार्च सोमवार को अमेरिका की फ़ेडरल कोर्ट ने रूढ़िवादी राज्य सरकारों के अबॉरशन रोकने के निर्देशों को ख़ारिज कर दिया। टेक्सास, ओहायो, आईओवा, ओक्लाहोमा और एलाबामा की राज्य सरकारों ने हाल ही में अबॉरशन को  ग़ैर-ज़रूरी स्वास्थ्य सेवा बताते हुए, उसे रोकने या आगे बढ़ा देने के आदेश दे दिये थे।

यह आदेश इस हवाले से पास कर दिया गया था कि अमेरिका को कोरोना वायरस के मामलों के लिए ज़्यादा हॉस्पिटल तैयार चाहिए। ग़ौरतलब है कि अमेरिका कोरोना वायरस का नया केंद्र बन गया है।

इस आदेश को पास करने वाले सभी राज्यों में रिपब्लिकन पार्टी की सरकार है, और यह राज्य बेहद रूढ़िवादी हैं, और अबॉरशन अधिकार विरोधी आंदोलन भी चलाये हैं। इस आदेश को फ़ेडरल कोर्ट में चुनौती दी गई थी।

यह आदेश सबसे पहले टेक्सास में पास किया गया था, जब स्टेट एटॉर्नी जनरल ने अबॉरशन को "ग़ैर-ज़रूरी" स्वास्थ्य सेवा बताते हुए अबॉरशन क्लीनिक को आदेश दे दिये थे। इसके बाद अबॉरशन क्लीनिक और रिप्रोडक्टिव स्वास्थ्य अधिकार कार्यकर्ताओं ने इस आदेश का विरोध किया और सरकार के ख़िलाफ़ फ़ेडरल कोर्ट में मुक़दमा कर दिया। उन्होंने तर्क दिया कि यह एक समय-बद्ध प्रक्रिया है, और इसे ग़ैर-ज़रूरी नहीं कहा जाना चाहिए।

होल विमेन्स हेल्थ की अध्यक्षा एमी मिलर ने कहा, "अबॉरशन ज़रूरी स्वास्थ्य सेवा है, और यह एक समय-बद्ध प्रक्रिया है, ख़ास तौर पर एक सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट के दौरान। उन नेताओं को शर्म आनी चाहिए जो इस वैश्विक महामारी का इस्तेमाल अपना अबॉरशन विरोधी एजेंडा चलाने के लिए कर रहे हैं।" होल विमेन्स हेल्थ टेक्सास में 3 अबॉरशन क्लीनिक चलाता है। इस मामले में एक याचिकाकर्ता यह संगठन भी था।

ऑस्टिन के यूएस डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के न्यायाधीश ली यीकेल ने याचिककर्ताओं के हिट में फ़ैसला दिया और कहा कि इस आदेश ने "महिलाओं को अपना मौलिक अधिकार अमल में लाने से रोका था, जिसके तहत वह फ़ीटस बनने से पहले गर्भपात करा सकती हैं।"

इस आदेश का एक डोमिनोज़ प्रभाव पड़ा जिसके तहत अन्य अमेरिकी फ़ेडरल जजों ने रूढ़िवादी राज्य सरकारों के ख़िलाफ़ ऐसे ही अन्य मामलों में याचिककर्ताओं के हित में फ़ैसला देने के लिए प्रेरित हुए।

साभार : पीपल्स डिस्पैच

America
republican party
abortion
Women protest
Coronavirus
COVID-19

Related Stories

कोरोना अपडेट: देश में कोरोना ने फिर पकड़ी रफ़्तार, 24 घंटों में 4,518 दर्ज़ किए गए 

कोरोना अपडेट: देश में 24 घंटों में 3,962 नए मामले, 26 लोगों की मौत

कोरोना अपडेट: देश में 84 दिन बाद 4 हज़ार से ज़्यादा नए मामले दर्ज 

कोरोना अपडेट: देश में कोरोना के मामलों में 35 फ़ीसदी की बढ़ोतरी, 24 घंटों में दर्ज हुए 3,712 मामले 

कोरोना अपडेट: देश में पिछले 24 घंटों में 2,745 नए मामले, 6 लोगों की मौत

कोरोना अपडेट: देश में नए मामलों में करीब 16 फ़ीसदी की गिरावट

कोरोना अपडेट: देश में 24 घंटों में कोरोना के 2,706 नए मामले, 25 लोगों की मौत

कोरोना अपडेट: देश में 24 घंटों में 2,685 नए मामले दर्ज

कोरोना अपडेट: देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 2,710 नए मामले, 14 लोगों की मौत

कोरोना अपडेट: केरल, महाराष्ट्र और दिल्ली में फिर से बढ़ रहा कोरोना का ख़तरा


बाकी खबरें

  • hisab kitab
    न्यूज़क्लिक टीम
    महामारी के दौर में बंपर कमाई करती रहीं फार्मा, ऑयल और टेक्नोलोजी की कंपनियां
    26 May 2022
    वर्ल्ड इकॉनोमिक फोरम की वार्षिक बैठक में ऑक्सफैम इंटरनेशनल ने " प्रोफिटिंग फ्रॉम पेन" नाम से रिपोर्ट पेश की। इस रिपोर्ट में उन ब्यौरे का जिक्र है जो यह बताता है कि कोरोना महामारी के दौरान जब लोग दर्द…
  • bhasha singh
    न्यूज़क्लिक टीम
    हैदराबाद फर्जी एनकाउंटर, यौन हिंसा की आड़ में पुलिसिया बर्बरता पर रोक लगे
    26 May 2022
    ख़ास बातचीत में वरिष्ठ पत्रकार भाषा सिंह ने बातचीत की वरिष्ठ अधिवक्ता वृंदा ग्रोवर से, जिन्होंने 2019 में हैदराबाद में बलात्कार-हत्या के केस में किये फ़र्ज़ी एनकाउंटर पर अदालतों का दरवाज़ा खटखटाया।…
  • अनिल अंशुमन
    बिहार : नीतीश सरकार के ‘बुलडोज़र राज’ के खिलाफ गरीबों ने खोला मोर्चा!   
    26 May 2022
    बुलडोज़र राज के खिलाफ भाकपा माले द्वारा शुरू किये गए गरीबों के जन अभियान के तहत सभी मुहल्लों के गरीबों को एकजुट करने के लिए ‘घर बचाओ शहरी गरीब सम्मलेन’ संगठित किया जा रहा है।
  • नीलांजन मुखोपाध्याय
    भाजपा के क्षेत्रीय भाषाओं का सम्मान करने का मोदी का दावा फेस वैल्यू पर नहीं लिया जा सकता
    26 May 2022
    भगवा कुनबा गैर-हिंदी भाषी राज्यों पर हिंदी थोपने का हमेशा से पक्षधर रहा है।
  • सरोजिनी बिष्ट
    UPSI भर्ती: 15-15 लाख में दरोगा बनने की स्कीम का ऐसे हो गया पर्दाफ़ाश
    26 May 2022
    21 अप्रैल से विभिन्न जिलों से आये कई छात्र छात्रायें इको गार्डन में धरने पर बैठे हैं। ये वे छात्र हैं जिन्होंने 21 नवंबर 2021 से 2 दिसंबर 2021 के बीच हुई दरोगा भर्ती परीक्षा में हिस्सा लिया था
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License