NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
स्वास्थ्य
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
अमेरिकी फ़ौजियों ने एक इराक़ में एक और बेस ख़ाली किया
उत्तरी इराक़ का के1 बेस तीसरा ऐसा बेस है जिसे अमेरिका और नैटो गठबंधन ताक़तों ने ख़ाली किया है। ये तब हुआ है जब लंबे समय से उन पर देश को ख़ाली करने के लिए दबाव डाला जा रहा था।
पीपल्स डिस्पैच
30 Mar 2020
अमेरिकी फ़ौजियों ने एक इराक़ में एक और बेस ख़ाली किया

रविवार 29 मार्च को अमेरिकी फ़ौजियों ने इराक़ में एक और बेस खाली कर दिया। उत्तरी किरकुक में स्थित के1 बेस में क़रीब 300 फौजी थे।

K1 का उपयोग 2017 के बाद से ISIS के इस्लामिक स्टेट के खिलाफ लड़ाई के लिए उत्तरी आधार के रूप में किया गया था। यह वह आधार था जहां पिछले दिसंबर में एक अमेरिकी ठेकेदार को मारा गया था, जो कि कातिब हिजबुल्लाह के ठिकानों पर अमेरिकी जवाबी कार्रवाई और इराक में एक अर्ध-आधिकारिक मिलिशिया, लोकप्रिय मोबलाइजेशन फोर्सेज (पीएमएफ) के 30 से अधिक कैडरों की हत्या कर रहा था। बाद में अमेरिका ने 3 जनवरी को एक हमले में ईरानी जनरल कासिम सोलेमानी और इराकी पीएमएफ कमांडर अबू महदी अल-मुहांडिस की भी हत्या कर दी।

रिपोर्टों के अनुसार, इराक में सभी अमेरिकी और नाटो गठबंधन सैनिकों को बगदाद में और पास के ऐन अल-असद एयर बेस में दो सैन्य ठिकानों पर फिर से नियुक्त किया जाएगा। पिछले सप्ताह इराक में अमेरिकी अभियानों के एक प्रवक्ता कर्नल मेयल्स कॉगिन्स ने दावा किया कि तैनाती कोरोनावायरस के खतरों के कारण है न कि हमलों के बढ़ते खतरों के कारण।

इराक़ में कोरोना वायरस के क़रीब 550 मामले में हैं, जिसमें से 42 मौतें हो चुकी हैं।

हालांकि ऐन मुमकिन है कि कोरोना वायरस एक कवर ही मालूम पड़ता है क्योंकि इराक़ में विदेशी फ़ौजियों की उपस्थिती ज़रूरत से ज़्यादा हो रही है, और सुलेमानी और मुहांदीस की हत्या के बाद विरोध भी शुरू हो गए हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक इराक़ में क़रीब 7500 विदेशी फौजी थे, जिसमें से 5200 अमेरिकी फौजी थे।

साभार : पीपल्स डिस्पैच

USA
Iraq
American troops
ISIS
Coronavirus
COVID-19

Related Stories

कोरोना अपडेट: देश में कोरोना ने फिर पकड़ी रफ़्तार, 24 घंटों में 4,518 दर्ज़ किए गए 

कोरोना अपडेट: देश में 24 घंटों में 3,962 नए मामले, 26 लोगों की मौत

कोरोना अपडेट: देश में 84 दिन बाद 4 हज़ार से ज़्यादा नए मामले दर्ज 

कोरोना अपडेट: देश में कोरोना के मामलों में 35 फ़ीसदी की बढ़ोतरी, 24 घंटों में दर्ज हुए 3,712 मामले 

कोरोना अपडेट: देश में पिछले 24 घंटों में 2,745 नए मामले, 6 लोगों की मौत

कोरोना अपडेट: देश में नए मामलों में करीब 16 फ़ीसदी की गिरावट

कोरोना अपडेट: देश में 24 घंटों में कोरोना के 2,706 नए मामले, 25 लोगों की मौत

कोरोना अपडेट: देश में 24 घंटों में 2,685 नए मामले दर्ज

कोरोना अपडेट: देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 2,710 नए मामले, 14 लोगों की मौत

कोरोना अपडेट: केरल, महाराष्ट्र और दिल्ली में फिर से बढ़ रहा कोरोना का ख़तरा


बाकी खबरें

  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    बिहार : गेहूं की धीमी सरकारी ख़रीद से किसान परेशान, कम क़ीमत में बिचौलियों को बेचने पर मजबूर
    30 Apr 2022
    मुज़फ़्फ़रपुर में सरकारी केंद्रों पर गेहूं ख़रीद शुरू हुए दस दिन होने को हैं लेकिन अब तक सिर्फ़ चार किसानों से ही उपज की ख़रीद हुई है। ऐसे में बिचौलिये किसानों की मजबूरी का फ़ायदा उठा रहे है।
  • श्रुति एमडी
    तमिलनाडु: ग्राम सभाओं को अब साल में 6 बार करनी होंगी बैठकें, कार्यकर्ताओं ने की जागरूकता की मांग 
    30 Apr 2022
    प्रदेश के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने 22 अप्रैल 2022 को विधानसभा में घोषणा की कि ग्रामसभाओं की बैठक गणतंत्र दिवस, श्रम दिवस, स्वतंत्रता दिवस और गांधी जयंती के अलावा, विश्व जल दिवस और स्थानीय शासन…
  • समीना खान
    लखनऊ: महंगाई और बेरोज़गारी से ईद का रंग फीका, बाज़ार में भीड़ लेकिन ख़रीदारी कम
    30 Apr 2022
    बेरोज़गारी से लोगों की आर्थिक स्थिति काफी कमज़ोर हुई है। ऐसे में ज़्यादातर लोग चाहते हैं कि ईद के मौक़े से कम से कम वे अपने बच्चों को कम कीमत का ही सही नया कपड़ा दिला सकें और खाने पीने की चीज़ ख़रीद…
  • अजय कुमार
    पाम ऑयल पर प्रतिबंध की वजह से महंगाई का बवंडर आने वाला है
    30 Apr 2022
    पाम ऑयल की क़ीमतें आसमान छू रही हैं। मार्च 2021 में ब्रांडेड पाम ऑयल की क़ीमत 14 हजार इंडोनेशियन रुपये प्रति लीटर पाम ऑयल से क़ीमतें बढ़कर मार्च 2022 में 22 हजार रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गईं।
  • रौनक छाबड़ा
    LIC के कर्मचारी 4 मई को एलआईसी-आईपीओ के ख़िलाफ़ करेंगे विरोध प्रदर्शन, बंद रखेंगे 2 घंटे काम
    30 Apr 2022
    कर्मचारियों के संगठन ने एलआईसी के मूल्य को कम करने पर भी चिंता ज़ाहिर की। उनके मुताबिक़ यह एलआईसी के पॉलिसी धारकों और देश के नागरिकों के भरोसे का गंभीर उल्लंघन है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License