NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
अमेरिका
आक्रमण के 20 साल बाद अमेरिका अफ़ग़ानिस्तान से अपने सभी सैनिकों को हटाएगा
जो बाइडन प्रशासन मई से सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया शुरू करेगा और 11 सितंबर तक इसे पूरा करेगा। इस तारीख़ को आतंकी हमले की 20वीं बरसी है। हमले के चलते 2001 में आक्रमण किया गया था।
पीपल्स डिस्पैच
14 Apr 2021
अफ़ग़ानिस्तान

जो बाइडन प्रशासन ने अफ़ग़ानिस्तान से अपने शेष सैनिकों को वापस लेने का फैसला किया है। एक सरकारी अधिकारी के हवाले से मंगलवार 13 अप्रैल को वाशिंगटन पोस्ट के रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी गई। 2001 में ट्विन टॉवर और पेंटागन पर हुए आतंकी हमलों की 20 वीं बरसी के मौके पर अमेरिकी सैनिक 11 सितंबर तक अफ़ग़ानिस्तान छोड़ देंगे।

अधिकारी ने कहा, "हम 1 मई से पहले शेष सैनिकों की वापसी की क्रमबद्ध शुरुआत करेंगे और 9/11 की 20 वीं वर्षगांठ से पहले सभी अमेरिकी सैनिकों को उस देश से बाहर निकालने की योजना बनाएंगे।" मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार राष्ट्रपति जो बाइडन बुधवार को औपचारिक रूप से इस निर्णय की घोषणा करेंगे।

सैनिकों की वापसी पिछले साल फरवरी में डोनाल्ड ट्रम्प प्रशासन और तालिबान के बीच हस्ताक्षरित एक समझौते का हिस्सा था। हालांकि इस समझौता ने 1 मई 2021 को सभी अमेरिकी सैनिकों की वापसी की समय सीमा के रूप में निर्धारित किया गया था।

अफ़ग़ानिस्तान युद्ध में बढ़ते नुकसान के कारण अमेरिका ने अपने सैनिकों की संख्या संख्या धीरे-धीरे घटाकर लगभग 2,500 कर दी है। साल 2011 में अफगानिस्तान में 100,000 से अधिक सैनिक थे। डोनाल्ड ट्रम्प के राष्ट्रपति के कार्यकाल में अधिकांश सैनिकों को वापसी की गई थी।

इससे पहले मार्च में अमेरिकी अधिकारियों ने अफ़ग़ानिस्तान सरकार और तालिबान के बीच समझौते के बिना पूर्ण सैन्य वापसी के खिलाफ चेतावनी दी थी। हालांकि, कतर के दोहा में पिछले सितंबर से उनके बीच औपचारिक वार्ता चल रही है लेकिन इस वार्ता से कुछ भी हासिल नहीं हुआ है और क्षेत्र के नियंत्रण को लेकर तालिबान और सरकारी सैनिकों के बीच युद्ध जारी है।

तालिबान ने पिछले महीने धमकी दी थी यदि वे सैनिकों की वापसी के लिए 1 मई की समय सीमा का पालन करने में विफल रहते हैं तो देश में उनकी सैनिकों के खिलाफ अपनी लड़ाई फिर से शुरू करेंगे।

इस बीच, ब्रिटेन ने भी अमेरिका के इस फैसले के बाद अफगानिस्तान से अपने सभी सैनिकों को वापस लेने की घोषणा की। नाटो के सदस्य ब्रिटेन का इस देश में लगभग 750 सैनिक मौजूद हैं।

America
Afghanistan
US forces in afghanistan
Terrorism
TALIBAN
Joe Biden
Biden administration

Related Stories

बाइडेन ने यूक्रेन पर अपने नैरेटिव में किया बदलाव

और फिर अचानक कोई साम्राज्य नहीं बचा था

भोजन की भारी क़िल्लत का सामना कर रहे दो करोड़ अफ़ग़ानी : आईपीसी

क्या दुनिया डॉलर की ग़ुलाम है?

सऊदी अरब के साथ अमेरिका की ज़ोर-ज़बरदस्ती की कूटनीति

गर्भपात प्रतिबंध पर सुप्रीम कोर्ट के लीक हुए ड्राफ़्ट से अमेरिका में आया भूचाल

अमेरिका ने रूस के ख़िलाफ़ इज़राइल को किया तैनात

नाटो देशों ने यूक्रेन को और हथियारों की आपूर्ति के लिए कसी कमर

तालिबान को सत्ता संभाले 200 से ज़्यादा दिन लेकिन लड़कियों को नहीं मिल पा रही शिक्षा

यूक्रेन में छिड़े युद्ध और रूस पर लगे प्रतिबंध का मूल्यांकन


बाकी खबरें

  • Modi yogi
    अजय कुमार
    आर्थिक मोर्चे पर फ़ेल भाजपा को बार-बार क्यों मिल रहे हैं वोट? 
    14 Mar 2022
    आख़िर किस तरह के झूठ का जाल भाजपा 24 घंटे लोगों के बीच फेंकने काम करती है? जिससे आर्थिक रूप से कमजोर होते जा रहे राज्यों में भी उसकी सरकार बार बार आ रही है। 
  • रवि शंकर दुबे
    पांचों राज्य में मुंह के बल गिरी कांग्रेस अब कैसे उठेगी?
    14 Mar 2022
    मैदान से लेकर पहाड़ तक करारी शिकस्त झेलने के बाद कांग्रेस पार्टी में लगातार मंथन चल रहा है, ऐसे में देखना होगा कि बुरी तरह से लड़खड़ा चुकी कांग्रेस गुजरात, हिमाचल और फिर 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए…
  • अजय गुदावर्ती
    गुजरात और हिंदुत्व की राजनीतिक अर्थव्यवस्था
    14 Mar 2022
    एक नई किताब औद्योगिक गुजरात में सांप्रदायिकता की राजनीतिक अर्थव्यवस्था की परख करती है। इससे मिली अंतर्दृष्टि से यह समझने में मदद मिलती है कि हिंदुत्व गुजरात की अपेक्षा अविकसित उत्तर प्रदेश में कैसे…
  • abhisar sharma
    न्यूज़क्लिक टीम
    कानून का उल्लंघन कर फेसबुक ने चुनावी प्रचार में भाजपा की मदद की?
    14 Mar 2022
    न्यूज़चक्र के इस एपिसोड में आज वरिष्ठ पत्रकार बात कर रहे हैं एक न्यूज़ एजेंसी के द्वारा की गयी पड़ताल से ये सामने आया है की Facebook ने हमेशा चुनाव के दौरान BJP के पक्ष में ही प्रचार किया है। देखें…
  • misbehaved with tribal girls
    सोनिया यादव
    मध्य प्रदेश : मर्दों के झुंड ने खुलेआम आदिवासी लड़कियों के साथ की बदतमीज़ी, क़ानून व्यवस्था पर फिर उठे सवाल
    14 Mar 2022
    मध्य प्रदेश बाल अपराध और आदिवासियों के साथ होने वाले अत्याचार के मामले में नंबर एक पर है। वहीं महिला अपराधों के आंकड़ों को देखें तो यहां हर रोज़ 6 महिलाओं के साथ बलात्कार हो रहा है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License