'मैंने आज़ादी की लड़ाई में भी हिस्सा लिया है और ये लड़ाई भी हम लड़ेंगे। मैंने भगत सिंह को भी शहीद होते हुए देखा है और इस आंदोलन के लिए शहीद होने के लिए भी तैयार हूँ।'' ये शब्द हैं कड़कड़ाती ठण्ड के बीच किसान आंदोलन में पहले दिन से डटे 92 साल के जनकवि कुंवर सिंह यादव के। कुंवर सिंह यादव राजस्थान अलवर जिले के बूढ़ी बावल (budhi bawal) गाँव के रहने वाले हैं। कुंवर सिंह किसान अंदोलन में अपने गीतों से जोश भर रहे हैं। वो आज़ादी की लड़ाई के गीत और आज के किसान अंदोलन के संघर्ष के गीत गीतें हैं। न्यूज़क्लिक की टीम ने उनके कुछ गीतों को रिकॉर्ड किया और उनसे बात की।