NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
केनोशा में दो प्रदर्शनकारियों को मारने वाले श्वेत वर्चस्ववादी को लगभग 12 घंटे बाद गिरफ़्तार किया गया
पड़ोसी राज्य इलिनोइस में लगभग 12 घंटे बाद इस हत्या के सिलसिले में 17 वर्षीय काइल रिटेनहाउस को गिरफ़्तार कर लिया गया।
पीपल्स डिस्पैच
27 Aug 2020
केनोशा

विस्कॉन्सिन के केनोशा में पुलिस की मौजूदगी के बावजूद दो नस्लवाद-विरोधी प्रदर्शनकारियों की गोली मारकर हत्या करने के कुछ घंटे बाद बुधवार 26 अगस्त को पड़ोसी राज्य इलिनोइस में 17 वर्षीय काइल रिटेनहाउस को गिरफ़्तार कर लिया गया। मंगलवार के वीडियो में प्रदर्शनकारियों पर रिटेनहाउस के गोली चलाने को देखा गया था। ये प्रदर्शनकारी 23 अगस्त को केनोशा में जैकब ब्लेक को गोली मारने की घटना की निंदा करने के लिए इकट्ठा हुए थे। मंगलवार को ये गोलीबारी श्वेत वर्चस्ववादी ने भारी भीड़ पर की। गोलीबारी करने के बाद रिटेनहाउस ने अपने एआर-15 राइफल के साथ उस स्थल को छोड़ दिया और घटना स्थल पर पहुंच रहे पुलिस से आसानी बच गए।

अपने गृह राज्य में गिरफ़्तारी के बाद रिटेनहाउस पर जानबूझकर हत्या का आरोप लगाया गया। उसे भगोड़ा भी क़रार दिया गया है।

इन घटनाओं ने पुलिस की भागीदारी या रिटेनहाउस द्वारा प्रदर्शनकारियों के उत्पीड़न और गोलीबारी में मिलीभगत या शामिल होने के लेकर श्वेत वर्चस्ववादी सतर्कता समूह केनोशा गार्ड के सदस्यों के बारे में कई सवाल उठाए हैं जो "कामकाज की रक्षा" करने के लिए हथियार के साथ शहर में घूमते हैं। सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से प्रसारित एक अन्य वीडियो में केनोशा पुलिस के सदस्यों को केनोशा गार्ड के सदस्यों के साथ बातचीत करते हुए देखा गया जिसमें उन्होंने वहां होने के लिए धन्यवाद दिया और उन्हें पानी की बोतलें देते देखा गया। रिटेनहाउस कोनेशा से नहीं है लेकिन संभवतः ब्लेक को गोली मारने के बाद विरोध प्रदर्शनों को हथियार से जवाब देने के लिए केनोशा गार्ड द्वारा फेसबुक पर किए गए कॉल का जवाब दे रहा था। इसके बाद पोस्ट को हटा लिया गया जिसमें कहा गया है, "कोई भी देशभक्त हथियार उठाने और हमारे शहर की बुराई करने वालों से बचाव करने के लिए तैयार है?"

इस बीच, सड़कों पर उतरे प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि ब्लेक के परिवार के सामने रविवार 23 अगस्त को पुलिस अधिकारियों द्वारा उनके पीठ में 7 बार गोली मारने के मामले में ब्लेक के लिए न्याय किया जाए। मांग करने वाले इन प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने हिंसात्मक कार्रवाई की। रविवार से प्रदर्शनकारियों ने केनोशा पुलिस विभाग तक मार्च किया और उन पर आंसू गैस के गोले दागे गए और डंडे चलाए गए। अब तक, इसमें शामिल अधिकारियों को "प्रशासनिक अवकाश" पर भेज दिया गया है, लेकिन उन्हें गिरफ़्तार नहीं किया गया है और न ही इस गोलीबारी के लिए गंभीरता से कार्रवाई की गई है। इस बीच ब्लेक गंभीर स्थिति में है और कमर से नीचे तक लकवाग्रस्त होने की संभावना है।

 

केनोशा के साथ-साथ देश भर के कई शहरों में विरोध प्रदर्शन जारी रहने की उम्मीद है जो 25 मई को मिनियापोलिस में जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस द्वारा हत्या के बाद नियमित रूप से हो रहे हैं।

two protesters in Kenosha arrested
Kyle Rittenhouse
anti-racist protesters
Wisconsin

Related Stories

विस्कॉन्सिन में एक अश्वेत व्यक्ति को पुलिस के गोली मारने के बाद अमेरिका में ताजा विरोध प्रदर्शन


बाकी खबरें

  • protest
    न्यूज़क्लिक टीम
    दक्षिणी गुजरात में सिंचाई परियोजना के लिए आदिवासियों का विस्थापन
    22 May 2022
    गुजरात के दक्षिणी हिस्से वलसाड, नवसारी, डांग जिलों में बहुत से लोग विस्थापन के भय में जी रहे हैं। विवादास्पद पार-तापी-नर्मदा नदी लिंक परियोजना को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है। लेकिन इसे पूरी तरह से…
  • डॉ. द्रोण कुमार शर्मा
    तिरछी नज़र: 2047 की बात है
    22 May 2022
    अब सुनते हैं कि जीएसटी काउंसिल ने सरकार जी के बढ़ते हुए खर्चों को देखते हुए सांस लेने पर भी जीएसटी लगाने का सुझाव दिया है।
  • विजय विनीत
    बनारस में ये हैं इंसानियत की भाषा सिखाने वाले मज़हबी मरकज़
    22 May 2022
    बनारस का संकटमोचन मंदिर ऐसा धार्मिक स्थल है जो गंगा-जमुनी तहज़ीब को जिंदा रखने के लिए हमेशा नई गाथा लिखता रहा है। सांप्रदायिक सौहार्द की अद्भुत मिसाल पेश करने वाले इस मंदिर में हर साल गीत-संगीत की…
  • संजय रॉय
    महंगाई की मार मजदूरी कर पेट भरने वालों पर सबसे ज्यादा 
    22 May 2022
    पेट्रोलियम उत्पादों पर हर प्रकार के केंद्रीय उपकरों को हटा देने और सरकार के इस कथन को खारिज करने यही सबसे उचित समय है कि अमीरों की तुलना में गरीबों को उच्चतर कीमतों से कम नुकसान होता है।
  • राजेंद्र शर्मा
    कटाक्ष: महंगाई, बेकारी भुलाओ, मस्जिद से मंदिर निकलवाओ! 
    21 May 2022
    अठारह घंटे से बढ़ाकर अब से दिन में बीस-बीस घंटा लगाएंगेे, तब कहीं जाकर 2025 में मोदी जी नये इंडिया का उद्ïघाटन कर पाएंगे। तब तक महंगाई, बेकारी वगैरह का शोर मचाकर, जो इस साधना में बाधा डालते पाए…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License