NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
जम्मू-कश्मीर: पुलिस द्वारा छापेमारी, बेटे को घसीट कर ले जाते देख दिल का दौरा पड़ने से महिला की मौत
परिवार का कहना है कि आधी रात के वक्त  शोर के कारण वे जब उठे तो तभी उन्हें अहसास हुआ कि सुरक्षा बलों द्वारा उनके घर पर रेड मारी जा रही है।
अनीस ज़रगर
16 Apr 2021
जम्मू-कश्मीर: पुलिस द्वारा छापेमारी, बेटे को घसीट कर ले जाते देख दिल का दौरा पड़ने से महिला की मौत

श्रीनगर: परिवार में से एक प्रत्यक्षदर्शी के साथ बातचीत में पता चला है कि जम्मू कश्मीर पुलिस के जवानों द्वारा बृहस्पतिवार की रात करीब 2:30 बजे छापे के दौरान अपने बेटे को घसीट कर ले जाता देख एक 60 वर्षीय महिला की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। 

चार बच्चों की माँ, ख़दीजा अपने परिवार के सामने ही धड़ाम से गिर पड़ीं थीं और बाद में उन्हें अस्पताल में लाने पर मृत घोषित कर दिया गया, जिसके कारण वहां पर लोगों में बेहद असंतोष व्याप्त हो गया।

ख़दीजा की बेटी रुबीना ने न्यूज़क्लिक को बताया “शोरगुल से हम जाग गए और फिर हमें अहसास हुआ कि सुरक्षा बलों द्वारा हमारे घर पर छापा मारा जा रहा है।”

रुबीना जो नेत्र हैं, रेड डाले जाते वक्त अपनी माँ के साथ सो रही थी। वे कहती हैं कि वे यह सब देख पूरी तरफ से हक्का-बक्का रह गई थीं, लेकिन उनके भाई जावेद अहमद को जब पुलिस वहां से ले जाने लगी तो उसने रोकने की कोशिश की, तो एक पुलिस वाले ने उसे “धक्का” मारकर पीछे धकेल दिया था।

रुबीना का कहना था “मैं पूरी तरह से आतंकित हो गई थी और मेरा परिवार पुलिस के सामने गिडगिडा रहा था और उनसे पूछ रहा था कि वे क्यों हमारे भाई को ले जा रही थे...उन्होंने आधी रात को क्यों हमारे यहाँ छापा मारा है?

जब जावेद को जबरन वहां से ले जाया जा रहा था तो उसी दौरान उसकी माँ नीचे गिर पड़ीं, और उन्हें दिल का दौरा पड़ गया। परिवार का कहना है कि जब खदीजा की मौत हुई, तो वे अपनी रिश्तेदार हलीमा को पुकार रही थीं। रुबीना ने बताया कि जब वह दर्जनों पुलिसकर्मियों के बीच खड़ी थीं, तो उनके अंतिम शब्द थे “हलीमा, मेहरबानी करके यहाँ आ जाओ।”  

परिवार के एक अन्य सदस्य ने बताया कि हलीमा की बांहों में उनकी मौत हो गई जिसके बाद जाकर पुलिस ने जावेद को वापस भेज दिया, लेकिन उससे ज़कुरा पुलिस थाने में सुबह रिपोर्ट करने के लिए कहा।

जैसे ही स्थानीय निवासी उनके घर पर इकट्ठा होना शुरू हुए, महिलाओं का विलाप शुरू हो गया और आसपास खड़े पुरुषों में रोष व्याप्त होने लगा था। एक शोकाकुल रिश्तेदार का कहना था “यहाँ कश्मीर में अब कोई जिंदगी नहीं बची। भले ही आप बहुत सारा रुपया कमा लो, इसके बावजूद कोई भी आपके घर में रात को धड़धडाते हुए दाखिल हो सकता है और आपका किस्सा वहीं खत्म हो जाता है।”

पीड़ित का परिवार हबाक के बाटापोरा के मिरकशाह इलाके में रहता है जो कश्मीर विश्वविद्यालय के करीब है। खदीजा के पति लकड़ी पर नक्काशी का काम करते हैं और उनका बेटा जावेद शीशे के काम से जुड़ा है। इलाके के स्थानीय निवासियों ने पीड़ित के घर के बाहर प्रशासन के खिलाफ एक छोटा विरोध प्रदर्शन किया जिसमें कथित अपराधियों के खिलाफ सजा की मांग की गई थी। 

रुबीना की दो बहनें हैं और वे दोनों शादीशुदा हैं। उनका कहना था कि उनकी माँ की “हत्या” ने समूचे परिवार को प्रभावित किया है लेकिन इसके कारण विशेष रूप से उनकी अंधी बहन को बीच मझधार में छोड़ दिया है। रुबीना की बड़ी बहन के अनुसार “घर के दोनों पुरुष सदस्य काम के सिलसिले में बाहर रहते हैं, ऐसे में उसे अपनी और परिवार की देखभाल करनी पड़ती है। अब वह बिल्कुल तन्हा है...उन्होंने माँ के साथ कई बाकियों को भी मार डाला है।”

परिवार का कहना है कि यह पहली बार है जब पुलिस बल ने जावेद को समन किया है, जिसके बारे में उनका दावा है कि वह किसी भी प्रकार की “शत्रुतापूर्ण गतिविधि” में शामिल नहीं रहा है।

हालाँकि रात्रि के दौरान छापेमारी कश्मीर में आम बात है। पिछले कई वर्षों से, विशेषकर रात के समय पुलिस द्वारा सैकड़ों लोगों को उठा लिया जाता है। और ऐसा सिर्फ श्रीनगर में ही नहीं है, बल्कि समूचे कश्मीर घाटी में रहने वाले परिवारों ने पुलिस और कभी-कभार भारतीय सेना पर नागरिकों के खिलाफ मनमाने तरीके से बल प्रयोग का आरोप लगाया है।

परिवार के एक रिश्तेदार अब्दुल हामिद मीर के अनुसार उन्होंने इस घटना के सन्दर्भ में वे एसएचओ निगीन, पुलिस अधीक्षक (एसपी) हज़रत बल और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) श्रीनगर सहित तमाम पुलिस अधिकारियों से मुलाक़ात की है। मीर ने बताया कि “उनका कहना था कि वे इस मामले की पड़ताल करेंगे।”

इस सन्दर्भ में जब एसएसपी श्रीनगर, संदीप चौधरी और आईजीपी कश्मीर, विजय कुमार से उनकी प्रतिक्रिया जानने की कोशिश की गई तो उनकी ओर से कोई जवाब नहीं मिल सका है, जिसे मिलने पर तदनुसार अपडेट कर दिया जाएगा।

अंग्रेज़ी में प्रकाशित मूल आलेख को पढ़ने के लिए नीचे दिये गये लिंक पर क्लिक करें

Woman in Srinagar Dies of Heart Attack as Son is Dragged Away During Night Raid by J&K Police

J&K Police
Kashmir Night Raids
Srinagar Police raids
Halima

Related Stories

'हम किसी की संपत्ति नहीं हैं' : कश्मीर में सिख महिला की जल्दबाज़ी में शादी पर जम्मू-कश्मीर की महिलाओं की प्रतिक्रिया

कुपवाड़ा में जनाज़े के दौरान नारेबाज़ी  के आरोप में यूएपीए के तहत गिरफ़्तार 8 युवक  ‘बेकसूर’: ग्रामीण

कश्मीरः यह रास्ता किधर जाता है!

शोपिंया में किशोर मिलिटेन्ट के मारे जाने से कई उम्मीदें चकनाचूर

कश्मीर में दर्द की अथाह दुनिया के बीच गुजरता बच्चों का बचपन

नवाकडाल एनकाउंटर : कई घरों को लूटने के बाद किया आगे के हवाले 

कश्मीर : सरकार ने वीपीएन को ब्लॉक करके इंटरनेट बैंडविड्थ को ख़त्म कर दिया है

कश्मीर : ‘मनमानी नज़रबंदी’ से सहमे बच्चे

कश्मीर: रैनावारी महिलाओं का आरोप, पुलिस प्रशासन ने स्थापित किया “आतंक का साम्राज्य”

कैसे होगा? कौन कराएगा? ज़ख़्मी शाहनवाज़ का इलाज


बाकी खबरें

  • bhasha singh
    न्यूज़क्लिक टीम
    खोज ख़बर : मस्जिद दर मस्जिद भगवान की खोज नहीं, नफ़रत है एजेंडा, हैदराबाद फ़र्ज़ी एनकाउंटर के बड़े सवाल
    24 May 2022
    खोज ख़बर में वरिष्ठ पत्रकार भाषा सिंह ने एक के बाद एक मस्जिद में भगवान की खोज के नफ़रती एजेंडे को बेनक़ाब करते हुए सरकारों से पूछा कि क्या उपलब्धियों के नाम पर मुसलमानों के ख़िलाफ उठाए गये कदमों को…
  • abhisar
    न्यूज़क्लिक टीम
    ज्ञानव्यापी- क़ुतुब में उलझा भारत कब राह पर आएगा ?
    24 May 2022
    न्यूज़चक्र में आज वरिष्ठ पत्रकार अभिसार शर्मा बात कर रहे हैं कि सत्ता पक्ष आखिर क्यों देश को उलझा रहा है ज्ञानवापी, क़ुतब मीनार, ताज महल जैसे मुद्दों में। महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों की बात कब होगी…
  • अब्दुल अलीम जाफ़री
    यूपी: भारी नाराज़गी के बाद सरकार का कहना है कि राशन कार्ड सरेंडर करने का ‘कोई आदेश नहीं’ दिया गया
    24 May 2022
    विपक्ष का कहना है कि ऐसे समय में सत्यापन के नाम पर राशन कार्ड रद्द किये जा रहे हैं जब महामारी का समय अधिकांश लोगों के लिए काफी मुश्किलों भरे रहे हैं।
  • सोनिया यादव
    देश में लापता होते हज़ारों बच्चे, लड़कियों की संख्या लड़कों की तुलना में 5 गुना तक अधिक: रिपोर्ट
    24 May 2022
    ये उन लापता बच्चों की जानकारी है जो रिपोर्ट हो पाई हैं। ज़्यादातर मामलों को तो पुलिस मानती ही नहीं, उनके मामले दर्ज करना और उनकी जाँच करना तो दूर की बात है। कुल मिलाकर देखें तो जिन परिवारों के बच्चे…
  • भाषा
    ज्ञानवापी मामला : मुकदमे की पोषणीयता पर सुनवाई के लिए 26 मई की तारीख नियत
    24 May 2022
    मुकदमा चलाने लायक है या नहीं, इस पर अदालत 26 मई को सुनवाई करेगी। 
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License