NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
आंदोलन
भारत
राजनीति
CAA के ख़िलाफ़ यशवंत और शत्रुघ्न भी मैदान में, 9 से 'भारत जोड़ो यात्रा’
पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने कहा, ‘‘मैं सभी से अनुरोध कर रहा हूं कि भारत सरकार द्वारा की गई ज्यादती और असंवैधानिक कदमों के खिलाफ विरोध करें।’’
भाषा
04 Jan 2020
yaswant sinha

मुम्बई : पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने शनिवार को घोषणा की कि उनका राजनीतिक कार्य समूह ‘राष्ट्र मंच’ संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) वापस लेने की मांग करते हुए मुम्बई से दिल्ली तक ‘भारत जोड़ो यात्रा 2020’ निकालेगा।

भाजपा के पूर्व नेता ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि 21 दिवसीय यात्रा नौ जनवरी को शुरू होगी और 30 जनवरी को महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के दिन दिल्ली में राजघाट पहुंचेगी।

संवाददाता सम्मेलन में अभिनेता एवं कांग्रेस नेता शत्रुघ्न सिन्हा और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री सुरेश मेहता भी मौजूद थे।

यशवंत सिन्हा ने कहा, ‘‘मैं सभी से अनुरोध कर रहा हूं कि भारत सरकार द्वारा की गई ज्यादती और असंवैधानिक कदमों के खिलाफ विरोध करें।’’

उन्होंने कहा कि यात्रा छह राज्यों..महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली से होकर गुजरेगी और 3,000 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करेगी।

उन्होंने कहा कि राजनीतिक दल, सामाजिक कार्यकर्ता, पेशेवर व्यक्ति, संगठन और बुद्धिजीवी आदि इस यात्रा में शामिल होंगे।

हैदराबाद में सीएए-विरोधी प्रदर्शन; सैकड़ों लोगों ने मार्च निकाला

नागरिकता (संशोधन) अधिनियम, राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) और राष्ट्रीय जनसंख्या पंजी (एनपीआर) के खिलाफ हैदराबाद के मध्य भाग में स्थित धरना चौक तक सैकड़ों लोगों ने मार्च निकाला।

मसाब टैंक से लेकर धरना चौक तक व्यस्त मार्ग पर कारों, दोपहिया वाहनों से और पैदल चल रहे प्रदर्शनकारी सीएए के खिलाफ नारे लगा रहे थे। 

एक प्रदर्शनकारी ने बताया कि 40 संगठन मार्च का आयोजन कर रहे हैं और इसमें आम आदमी भाग ले रहे हैं।
 

yashwant sinha
Shatrughan sinha
CAA
CAA Protest
BJP
Hyderabad

Related Stories

मूसेवाला की हत्या को लेकर ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन, कांग्रेस ने इसे ‘राजनीतिक हत्या’ बताया

बिहार : नीतीश सरकार के ‘बुलडोज़र राज’ के खिलाफ गरीबों ने खोला मोर्चा!   

आशा कार्यकर्ताओं को मिला 'ग्लोबल हेल्थ लीडर्स अवार्ड’  लेकिन उचित वेतन कब मिलेगा?

दिल्ली : पांच महीने से वेतन व पेंशन न मिलने से आर्थिक तंगी से जूझ रहे शिक्षकों ने किया प्रदर्शन

CAA आंदोलनकारियों को फिर निशाना बनाती यूपी सरकार, प्रदर्शनकारी बोले- बिना दोषी साबित हुए अपराधियों सा सुलूक किया जा रहा

आईपीओ लॉन्च के विरोध में एलआईसी कर्मचारियों ने की हड़ताल

जहाँगीरपुरी हिंसा : "हिंदुस्तान के भाईचारे पर बुलडोज़र" के ख़िलाफ़ वाम दलों का प्रदर्शन

दिल्ली: सांप्रदायिक और बुलडोजर राजनीति के ख़िलाफ़ वाम दलों का प्रदर्शन

आंगनवाड़ी महिलाकर्मियों ने क्यों कर रखा है आप और भाजपा की "नाक में दम”?

NEP भारत में सार्वजनिक शिक्षा को नष्ट करने के लिए भाजपा का बुलडोजर: वृंदा करात


बाकी खबरें

  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    मुंडका अग्निकांड: सरकारी लापरवाही का आरोप लगाते हुए ट्रेड यूनियनों ने डिप्टी सीएम सिसोदिया के इस्तीफे की मांग उठाई
    17 May 2022
    मुण्डका की फैक्ट्री में आगजनी में असमय मौत का शिकार बने अनेकों श्रमिकों के जिम्मेदार दिल्ली के श्रम मंत्री मनीष सिसोदिया के आवास पर उनके इस्तीफ़े की माँग के साथ आज सुबह दिल्ली के ट्रैड यूनियन संगठनों…
  • रवि शंकर दुबे
    बढ़ती नफ़रत के बीच भाईचारे का स्तंभ 'लखनऊ का बड़ा मंगल'
    17 May 2022
    आज की तारीख़ में जब पूरा देश सांप्रादायिक हिंसा की आग में जल रहा है तो हर साल मनाया जाने वाला बड़ा मंगल लखनऊ की एक अलग ही छवि पेश करता है, जिसका अंदाज़ा आप इस पर्व के इतिहास को जानकर लगा सकते हैं।
  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    यूपी : 10 लाख मनरेगा श्रमिकों को तीन-चार महीने से नहीं मिली मज़दूरी!
    17 May 2022
    यूपी में मनरेगा में सौ दिन काम करने के बाद भी श्रमिकों को तीन-चार महीने से मज़दूरी नहीं मिली है जिससे उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
  • सोन्या एंजेलिका डेन
    माहवारी अवकाश : वरदान या अभिशाप?
    17 May 2022
    स्पेन पहला यूरोपीय देश बन सकता है जो गंभीर माहवारी से निपटने के लिए विशेष अवकाश की घोषणा कर सकता है। जिन जगहों पर पहले ही इस तरह की छुट्टियां दी जा रही हैं, वहां महिलाओं का कहना है कि इनसे मदद मिलती…
  • अनिल अंशुमन
    झारखंड: बोर्ड एग्जाम की 70 कॉपी प्रतिदिन चेक करने का आदेश, अध्यापकों ने किया विरोध
    17 May 2022
    कॉपी जांच कर रहे शिक्षकों व उनके संगठनों ने, जैक के इस नए फ़रमान को तुगलकी फ़ैसला करार देकर इसके खिलाफ़ पूरे राज्य में विरोध का मोर्चा खोल रखा है। 
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License