NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
अलोक वर्मा के निवास के बाहर से 4 'संदिग्ध' व्यक्ति पकड़े गये, आईबी ने इसे बताया सामान्य गश्त
चारों को बुधवार देर रात जनपथ पर वर्मा के आवास के बाहर जासूसी करते देखा गया।
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
25 Oct 2018
alok verma

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) में उजागर कथित घूसकांड के बाद छुट्टी पर भेजे गए सीबीआई के निदेशक आलोक वर्मा के आवास के बाहर गुरुवार को इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) के चार संदिग्धों को पकड़ा गया। सूत्रों के अनुसार, चारों को बुधवार देर रात जनपथ पर वर्मा के आवास के बाहर जासूसी करते देखा गया।

गुरुवार सुबह आलोक वर्मा के मुख्य सुरक्षा अधिकारी ने संदिग्धों को कार में बैठने के दौरान पकड़ लिया। 

फिलहाल इन संदिग्धों के उद्देश्यों का पता नहीं चल पाया है। इसके साथ उनकी गिरफ्तारी की पुष्टि होना भी बाकी है।

दिल्ली पुलिस और सीबीआई की टीमें इस मामले की जांच कर रही है।

सीबीआई में कथित घूसकांड के बीच शीर्ष अधिकारियों के बीच टकराव की स्थिति के मद्देनजर बुधवार को केंद्र सरकार ने आलोक वर्मा और सीबीआई के विशेष निदेशक राकेश अस्थाना को छुट्टी पर भेज दिया।

द वायर के मुताबिक हिरासत में लिए गये चारों लोगों को दिल्ली पुलिस के हवाले कर दिया गया हैI रिपोर्ट के अनुसार “शायद यह लोग बातें सुनने के लिए कोई उपकरण लगाने की कोशिश कर रहे थे या घर में आने-जाने वाले लोगों पर नज़र रख रहे थे”I

वायर की रिपोर्ट राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के भी मिले होने की ओर संकेत करते हुए कहा: “ऐसा मन जा रहा है कि यह पूरी खोजबीन और बुधवार को सीबीआई हेडक्वार्टर पर अज्ञात इंटेलिजेंस और पुलिस अधिकारीयों द्वारा रेड आदि से वर्मा पर निगरानी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डाभोल के कहने पर किया जा रहा है”I  

प्रसंगवश, ऐसा भी मन जा रहा है कि सीबीआई निदेशक को तुरंत हटाये जाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैसले के क्रियान्वयन में डोभाल ने अहम भूमिका निभायीI

वायर की रिपोर्ट में वर्मा के करीबी कुछ सूत्रों के हवाले से इस बात की ओर भी संकेत किया गया है कि ‘उन की जासूसी करने का यह “गुजरात मॉडल” का नमूना है’ – यह बात उस रणनीति की ओर संकेत करती है जो मोदी और अमित शाह, जो फिलहाल भाजपा के अध्यक्ष हैं, तब इस्तेमाल करते थे जब वे राज्य की सत्ता पर काबिज़ थे और विरोधियों या खतरों को ख़त्म करना चाहते थे”I

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक जब प्रधानमंत्री ने उन्हें हटाने का निर्णय लिए तब वर्मा के पास सात बेहद संवेदनशील केस थेI

पहला, रफाल सौदा, मेडिकल कॉलेज रिश्वत केस में कथित तौर पर संलिप्त दो पूर्व उच्च न्यायालय के न्यायधीशों के खिलाफ आरोपों का मामला, कोयला घोटाले का एक केस जिसमें प्रधानमंत्री कार्यलय के भास्कर ख़ुल्बे का नाम आया और सीबीआई के दूसरे सबसे बड़े अधिकारी राकेश अस्थाना के खिलाफ रिश्वत का मामलाI

इस बीच इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) ने कहा है कि वर्मा के घर के बाहर से पकडे गये लोग सामान्य गश्त पर थेI

आईबी ने एक बयान में कहा, "आईबी के पास सार्वजनिक व्यवस्था व आंतरिक सुरक्षा के हालात को प्रभावित करने वाली बातों पर खुफिया सूचना एकत्र करने की जिम्मेदारी है। इसकी इकाइयों को नियमित रूप से संवेदनशील इलाकों में तैनात किया जाता है।"

इसमें कहा गया है, "इसी तरह की एक इकाई आज (गुरुवार) सुबह जनपथ पर रुकी जहां असामान्य रूप से लोग जमा थे। ऐसा यह जांचने के लिए था कि लोग इस जगह पर क्यों जमा हैं...यह उच्च सुरक्षा वाला क्षेत्र है। दुर्भाग्य से उनकी मौजूदगी को अन्यथा पेश किया गया।"

(आईएएनएस  इनपुट सहितI)

alok verma
CBI
Modi Govt
special director Rakesh Asthana

Related Stories

कटाक्ष: मोदी जी का राज और कश्मीरी पंडित

हैदराबाद : मर्सिडीज़ गैंगरेप को क्या राजनीतिक कारणों से दबाया जा रहा है?

भारत के निर्यात प्रतिबंध को लेकर चल रही राजनीति

सरकारी एजेंसियाँ सिर्फ विपक्ष पर हमलावर क्यों, मोदी जी?

भाजपा के लिए सिर्फ़ वोट बैंक है मुसलमान?... संसद भेजने से करती है परहेज़

भारत में संसदीय लोकतंत्र का लगातार पतन

जन-संगठनों और नागरिक समाज का उभरता प्रतिरोध लोकतन्त्र के लिये शुभ है

मोदी सरकार 'पंचतीर्थ' के बहाने अंबेडकर की विचारधारा पर हमला कर रही है

लोगों की बदहाली को दबाने का हथियार मंदिर-मस्जिद मुद्दा

सीबीआई ने लालू प्रसाद यादव के ख़िलाफ़ नया मामला दर्ज किया, कई जगह छापे मारे


बाकी खबरें

  • न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    छत्तीसगढ़ः 60 दिनों से हड़ताल कर रहे 15 हज़ार मनरेगा कर्मी इस्तीफ़ा देने को तैयार
    03 Jun 2022
    मनरेगा महासंघ के बैनर तले क़रीब 15 हज़ार मनरेगा कर्मी पिछले 60 दिनों से हड़ताल कर रहे हैं फिर भी सरकार उनकी मांग को सुन नहीं रही है।
  • ऋचा चिंतन
    वृद्धावस्था पेंशन: राशि में ठहराव की स्थिति एवं लैंगिक आधार पर भेद
    03 Jun 2022
    2007 से केंद्र सरकार की ओर से बुजुर्गों को प्रतिदिन के हिसाब से मात्र 7 रूपये से लेकर 16 रूपये दिए जा रहे हैं।
  • भाषा
    मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चंपावत उपचुनाव में दर्ज की रिकार्ड जीत
    03 Jun 2022
    चंपावत जिला निर्वाचन कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री को 13 चक्रों में हुई मतगणना में कुल 57,268 मत मिले और उनके खिलाफ चुनाव लड़ने वाल़ कांग्रेस समेत सभी प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो…
  • अखिलेश अखिल
    मंडल राजनीति का तीसरा अवतार जाति आधारित गणना, कमंडल की राजनीति पर लग सकती है लगाम 
    03 Jun 2022
    बिहार सरकार की ओर से जाति आधारित जनगणना के एलान के बाद अब भाजपा भले बैकफुट पर दिख रही हो, लेकिन नीतीश का ये एलान उसकी कमंडल राजनीति पर लगाम का डर भी दर्शा रही है।
  • लाल बहादुर सिंह
    गैर-लोकतांत्रिक शिक्षानीति का बढ़ता विरोध: कर्नाटक के बुद्धिजीवियों ने रास्ता दिखाया
    03 Jun 2022
    मोदी सरकार पिछले 8 साल से भारतीय राज और समाज में जिन बड़े और ख़तरनाक बदलावों के रास्ते पर चल रही है, उसके आईने में ही NEP-2020 की बड़ी बड़ी घोषणाओं के पीछे छुपे सच को decode किया जाना चाहिए।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License