अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने गुरुवार को आखिरकार जनगणना 2020 से नागरिकता के विवादित सवाल को हटाने का निर्णय लिया।
नागरिक अधिकार कार्यकर्ताओं के व्यापक विरोध के बाद यह निर्णय लिया गया है।
आलोचकों का कहना है कि दशक में एक बार होने वाले सर्वेक्षण में प्रवासी समुदायों की भागीदारी को दबाने के लिए प्रशासन यह सवाल जोड़ना चाहता है। इस सर्वेक्षण से अधिकारियों को यह निर्धारित करने में मदद मिलती है कि संघीय संसाधनों को कहां आवंटित किया जाए।
व्हाइट हाउस में एक संवाददाता सम्मेलन में राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘ हम गैर-नागरिक आबादी की पूर्ण और समय पर गणना सुनिश्चित करने के लिए नए विकल्पों पर विचार कर रहे हैं।’’
शीर्ष अदालत ने भी दो सप्ताह पहले सरकार की दलील को ‘‘विवादित’’ करार देते हुए प्रशासन की जनगणना में नागरिकता के सवाल को शामिल करने की मांग को ठुकरा दिया था।
फैसला बदलने का एलान करते हुए ट्रम्प ने कहा कि वह एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करेंगे जिसमें संघीय एजेंसियों को उनके मौजूदा डेटाबेस से आव्रजनों की जानकारी वाणिज्य विभाग को प्रदान करनी होगी।
उन्होंने कहा कि अमेरिका में नागरिक और गैर-नागरिक आबादी के आंकड़ों को अलग करना आवश्यक है।
आपको बता दें कि भारत भी कुछ इसी तर्ज पर आगे बढ़ रहा है। असम में लागू नेशनल रजिस्टर ऑफ़ सिटीजन (एनआरसी) को अब पूरे देश में लागू करने की बात की जा रही है।
(एएफपी के इनपुट के साथ)