अमेठी ज़िले के शिवरतन गंज थाना क्षेत्र की इंहौना पुलिस चौकी में हिरासत में एक व्यक्ति की मौत के मामले मे थानाध्यक्ष और चौकी प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है।
पुलिस अधीक्षक ख्याति गर्ग ने सोमवार को बताया कि चोरी के संदेह में हिरासत में लिए गए रामअवतार चौधरी (35) की रविवार को इंहौना पुलिस चौकी में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गयी थी।
उन्होंने बताया कि इस मामले में शिवरतन गंज के थाना अध्यक्ष ज्ञानचन्द्र शुक्ल और इंहौना चौकी प्रभारी धीरेंद्र वर्मा को, अवैध रूप से हिरासत में रखने और मानवाधिकार उल्लंघन का प्रथम दृष्टया दोषी पाये जाने पर निलंबित करते हुए घटना की मजिस्ट्रेट से जांच कराई जा रही है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि चौधरी के शव का डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराया गया है और इसकी वीडियोग्राफी भी की गई है।
उन्होंने बताया कि अयोध्या क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक संजीव कुमार ने भी रविवार देर शाम घटना स्थल का दौरा कर हालात का जायजा लेने के बाद जिले के अधिकारियों के साथ बैठक की।
उल्लेखनीय है मृतक राम अवतार के पिता राम अभिलाख एवं माता रामपति का आरोप है कि पुलिस ने पीट-पीट कर उनके बेटे को मार डाला।
आपको बता दें कि केंद्र सरकार की ओर से उपलब्ध कराए गए आंकड़ो के मुताबिक देशभर में पिछले तीन सालों में 4476 मौतें हिरासत के दौरान हुई है। इनमें से 427 पुलिस हिरासत के दौरान व 4049 मौतें न्यायिक हिरासत में हुई हैं। कांग्रेस के मधुसूदन मिस्त्री ने पिछले दिनों राज्यभा में यह मामला उठाया था। उत्तर प्रदेश में तीन साल के दौरान करीब 1242 मौत न्यायिक हिरासत के दौरान हुई। जबकि पुलिस हिरासत में 33 लोगों की मौत हुई।
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)
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