NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
राजनीति
अंतरराष्ट्रीय
आर्सेलर मित्तल दक्षिण अफ्रीका का सालदान्हा संयत्र बंद करेगी, 1,000 कर्मचारी होंगे प्रभावित
दक्षिण अफ्रीका सरकार ने आर्सेलर मित्तल अफ्रीका (एएमएसए) के करीब एक हजार कर्मचारियों को नौकरी से हटाने और सल्दान्हा में कारोबार बंद करने के फैसले को ‘निराशाजनक’ बताया है।
भाषा
12 Nov 2019
ArcelorMittal
Image courtesy: India Today

जोहानिसबर्ग: वैश्विक इस्पात बाजार में जारी सुस्ती के असर से दुनिया की सबसे बड़ी इस्पात विनिर्माता कंपनी आर्सेलर मित्तल भी अछूती नहीं रही है। कंपनी की दक्षिण अफ्रीका स्थित इकाई ने कहा है कि भारी वित्तीय नुकसान के चलते वह अपने साल्दान्हा संयंत्र को बंद करेगी। इससे संयंत्र के करीब 1,000 कर्मचारियों को नौकरी से हाथ धोना पड़ सकता है।

इस्पात क्षेत्र में लक्ष्मी मित्तल का पूरी दुनिया में बोल बाला है। दुनिया के 60 से अधिक देशों में लक्ष्मी मित्तल की कंपनी का कारोबार फैला है जबकि 18 देशों में उसकी औद्योगिक रूप से मौजूदगी है।

कंपनी ने यहां जारी विज्ञप्ति में कहा है कि उसने अपनी रणनीतिक समीक्षा में पाया कि उसके साल्दान्हा परिचालन ने अपनी प्रतिस्पर्धा खो दी है। यह संयंत्र लागत के मुताबिक निर्यात बाजार में प्रतिस्पर्धी नहीं रह गया है। इसकी मुख्य वजह कंपनी ने ‘कच्चा माल और मूल्य को नियमन दायरे में लाना’ बताया है।

कंपनी ने कहा है, ‘यह मुश्किल फैसला सरकार, संगठित श्रमिकों सहित विभिन्न पक्षों के साथ जारी रचनात्मक बातचीत के बाद लिया गया। इस बातचीत में दक्षिण अफ्रीका के इस्पात उद्योग में जारी कठिन स्थिति का वैकल्पिक समाधान तलाशने को लेकर हुई है।’

दक्षिण अफ्रीका सरकार ने आर्सेलर मित्तल अफ्रीका (एएमएसए) के करीब एक हजार कर्मचारियों को नौकरी से हटाने और सल्दान्हा में कारोबार बंद करने के फैसले को ‘निराशाजनक’ बताया है।

दक्षिण अफ्रीका के व्यापार एवं उद्योग विभाग ने कहा है, ‘सरकार और सार्वजनिक क्षेत्र की एजेंसियों द्वारा एएमएसए को पिछले कुछ महीनों के दौरान उल्लेखनीय तौर पर अतिरिक्त समर्थन दिये जाने के बावजूद आर्सेलर मित्तल ने यह कदम उठाया है। ये प्रयास इस दिशा में किये गये थे कि कंपनी में रोजगार का नुकसान नहीं हो और सल्दान्हा संयंत्र भी चलता रहे।’

आर्सेलर मित्तल की दक्षिण अफ्रीका की इस इकाई का सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी आईस्कोर से अधिग्रहण किया गया था। यह अधिग्रहण करीब दो दशक पहले हुआ था। मित्तल ने इस कारखाने का कायाकल्प कर लिया था लेकिन पिछले कुछ सालों से इस्पात उद्योग में जारी सुस्ती की वजह से यह कारखाना दबाव में आ गया। 

Arcelor Mittal
Saldanha Plant Shut
Arcelor Lay Offs
Arcelor South Africa
Global Slowdown

Related Stories


बाकी खबरें

  • शिरीष खरे
    कोरोना लॉकडाउन के दो वर्ष, बिहार के प्रवासी मज़दूरों के बच्चे और उम्मीदों के स्कूल
    16 Apr 2022
    सरकारी स्कूलों में खास तौर से गरीब परिवारों के बच्चे बड़ी तादाद में आ रहे हैं। इनमें से कई बच्चे प्रवासी मजदूर परिवारों से हैं।
  • न्यायमूर्ति के चंद्रू
    जय भीम: माई जजमेंट इन द लाइट ऑफ़ अंबेडकर
    16 Apr 2022
    2 नवंबर, 2021 को दुनिया भर में विकिपीडिया में जिन शब्दों को सर्च किया गया था, उनमें सबसे लोकप्रिय शब्द जय भीम था।
  • मुकुंद झा
    दिल्ली पुलिस का ये कहना कि धर्म संसद में हेट स्पीच नहीं हुई, दुर्भाग्यपूर्ण है: पूर्व आईपीएस अधिकारी
    16 Apr 2022
    पूर्व आईपीएस अधिकारी विभूति नारायण राय ने न्यूज़क्लिक से बातचीत में दिल्ली पुलिस के रवैये पर नाराज़गी ज़ाहिर करते हुए इसे काफी दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि पुलिस नफ़रती भाषण देने वालों पर कार्रवाई नहीं…
  • विजय विनीत
    प्रयागराज: घर में सोते समय माता-पिता के साथ तीन बेटियों की निर्मम हत्या!
    16 Apr 2022
    घटनास्थल को देखकर लग रहा था कि मरने से पहले सभी ने हमलावरों का प्रतिरोध किया था। चारों के शवों पर कपड़े अस्त-व्यस्त हो गए थे। इस वारदात को खुदकुशी का एंगल भी देने की कोशिश की गई है।
  • पी.रमन
    कैसे चुनावी निरंकुश शासकों के वैश्विक समूह का हिस्सा बन गए हैं मोदी और भाजपा
    16 Apr 2022
    मोदी और भाजपा को बड़े पैमाने पर कॉरपोरेट फंडिंग, बड़े बजट के सोशल मीडिया और ग्राउंड नेटवर्क और अंततः हिंदी समाचार चैनल के कट्टर एंकरों और मालिकों का समर्थन हासिल हो चुका है।
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License