NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu

Environment

Primary tabs

  • All(active tab)
  • Articles
  • Videos
  • Interviews
  • chamoli disaster
    वर्षा सिंह
    इकोलॉजिकल इमरजेंसी की तरफ तो नहीं बढ़ रहे हम!
    16 Aug 2019
    भारी बारिश, बाढ़-भूस्खलन यहां तबाही और गरीबी लेकर आ रही है और तब भी लोग कहते हैं कि विकास हमारे लिए पर्यावरण से ज्यादा जरूरी है।
  • SSVAJKS:जीवन और पर्यावरण
    न्यूज़क्लिक रिपोर्ट
    SSVAJKS: जीवन और पर्यावरण 
    17 Jul 2019
    सार्थक समुदायिक विकास एवं जन कल्याण संस्थान (SSVAJKS) पंजीकृत एक ग़ैर-सरकारी संगठन (NGO) है। एनजीओ 2007 से कचरा प्रबंधन के क्षेत्र में काम कर रहा है। एनजीओ के संस्थापक इम्तियाज़ अली ने एक 'भोपाल मॉडल'…
  • सांकेतिक तस्वीर।
    सरोजिनी बिष्ट
    तो आईये पर्यावरण के लिए कुछ जवाबदेही हम भी तय करें...
    05 Jun 2019
    समाज के साथ साथ सरकार को भी इस ओर गंभीरता से सोचना व बढ़ना होगा केवल पर्यावरण समर्थकों और संरक्षकों के हिस्से पर्यावरण की सुरक्षा सौंप देना भर काफी नहीं।
  • Mass Extinction
    न्यूज़क्लिक प्रोडक्शन
    जलवायु परिवर्तन केवल पर्यावरण का मुद्दा नहीं!
    14 May 2019
    जैव-विविधता और पारिस्थितिकी सेवाओं के अंतर सरकारी विज्ञान नीति मंच (आईपीबीईएस) ने अपनी वैश्विक आकलन रिपोर्ट जारी कर दी। इस रिपोर्ट में ग्रह की जैव विविधता पर खतरों से आगाह किया गया है। वैश्विक आकलन…
  • सांकेतिक तस्वीर
    प्रियांश मौर्य
    पर्यावरण को बचाना है तो तेंदुओं को भी बचाना होगा
    27 Dec 2018
    2016 में की गई तेंदुओं की गणना के तहत पूरे भारत में 12,000 से 14,000 तेंदुए थे। 2017 में कम से कम 431, 2016 में 440, 2015 में 399 और 2014 में 331 तेंदुए मारे गए।
  • सांकेतिक तस्वीर
    प्रियांश मौर्य
    इको सेंसिटिव ज़ोन से ही बचेंगे जंगल और जानवर !
    17 Dec 2018
    "स्थानीय लोगों को ईएसजेड से कोई परेशानी नहीं होगी, ये राजनेता हैं जो स्थानीय लोगों को भड़का रहे हैं कि तुम्हारी जमीन चली जाएगी, यहाँ से हटना पड़ेगा।”
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License