NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu

Political Satire

Primary tabs

  • All
  • Articles(active tab)
  • Videos
  • Interviews
  • तिरछी नज़र: 'शाखाओं’, पे उल्लू बैठे हैं, अंजामे गुलिस्तां...
    डॉ. द्रोण कुमार शर्मा
    तिरछी नज़र: 'शाखाओं’, पे उल्लू बैठे हैं, अंजामे गुलिस्तां...
    23 May 2021
    उल्लू की हर किस्म के उजाले से दुश्मनी होती है। ज्ञान के उजाले से भी और तर्क के उजाले से भी। यहाँ तक कि वह आंकड़ों के उजाले से भी डरता है और आंकड़ों को भी अंधेरे में ही रखना चाहता है, आंकड़े भले ही…
  • तिरछी नज़र: कोरोना की लहर में चुनावी गणित
    डॉ. द्रोण कुमार शर्मा
    तिरछी नज़र: कोरोना की लहर में चुनावी गणित
    16 May 2021
    दूसरी लहर से देश में ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई कि सब कुछ चरमरा गया है, सिर्फ़ सरकार को छोड़ कर। वह तो उसी मज़बूती से बैठी हुई है। थोड़ा उठती, काम करती तो संभव है, डगमगा सकती थी, इसीलिए बैठी ही रही।
  • वायरस
    डॉ. द्रोण कुमार शर्मा
    तिरछी नज़र: कोरोना का वायरस बहुत ही खुश है!
    09 May 2021
    उस बड़े वायरस में अमर होने की बहुत ही अधिक अभिलाषा है। उसे पता है कि अमर होना है तो नये बने संसद भवन के शिलालेख पर नाम होना चाहिये, राम मंदिर की पट्टिका पर नाम होना चाहिये।
  • कोरोना काल: कठिन प्रश्नों के सरल जवाब
    डॉ. द्रोण कुमार शर्मा
    कोरोना काल: कठिन प्रश्नों के सरल जवाब
    02 May 2021
    कोरोना कहाँ जा कर रुकेगा, यह आज का यक्ष प्रश्न है। यह एक कठिन प्रश्न है। पर उत्तर बहुत ही आसान है। जहाँ सरकार चाहेगी, कोरोना को वहीं रुकना पड़ेगा। 
  • कोरोना
    डॉ. द्रोण कुमार शर्मा
    तिरछी नज़र: क्या से क्या हो गया, बेवफ़ा तेरे प्यार में 
    25 Apr 2021
    महबूबा उसी श्मशान के सामने, जो उससे उसके उसी महबूब ने नारे लगवा कर बनवाये थे, शव वाहनों में लेटी लाश के रूप में अपनी बारी का इंतजार कर रही है। और उसका महबूब लाशों का उत्सव मना रहा है।
  • तिरछी नज़र : म्यूटेट होती जनता और म्यूटेट होता कोरोना का समझदार वायरस
    डॉ. द्रोण कुमार शर्मा
    तिरछी नज़र : म्यूटेट होती जनता और म्यूटेट होता कोरोना का समझदार वायरस
    18 Apr 2021
    कोरोना के समझदार वायरस को जल्दी ही समझ में आ गया कि यहाँ, भारत में तो अजीब घालमेल है। यहाँ बसना है तो डबल म्यूटेट क्या ट्रिपल म्यूटेट भी करना पड़ सकता है। यहाँ तो सभी म्यूटेशन करते हैं...।
  • देशभक्ति का नायाब दस्तूर: किकबैक या कमीशन!
    डॉ. द्रोण कुमार शर्मा
    देशभक्ति का नायाब दस्तूर: किकबैक या कमीशन!
    11 Apr 2021
    तिरछी नज़र: इतने कम किकबैक का सुन कर मन बहुत ही खट्टा था। कुछ सकून तब मिला जब पता चला कि यह खुलासा तो अभी एक ही है। इसके बाद अभी किकबैक के और भी खुलासे आने बाकी हैं।
  • कोविड-19 बनाम कोविड-21: बिन उत्सव सब सून!
    राजेंद्र शर्मा
    कोविड-19 बनाम कोविड-21: बिन उत्सव सब सून!
    10 Apr 2021
    मोदी जी ने ताबड़तोड़ चार दिन के टीका उत्सव का ऐलान कर दिया। टीका भी और उत्सव भी। कोरोना टीके से डरने को राज़ी नहीं है तो क्या हुआ, हम उसे उत्सव से पटा लेंगे।
  • तिरछी नज़र : टांगों और घुटनों पर फिसलती संस्कारी निगाहें
    डॉ. द्रोण कुमार शर्मा
    तिरछी नज़र : टांगों और घुटनों पर फिसलती संस्कारी निगाहें
    04 Apr 2021
    संस्कारी लोग हैं, जैसा मौका हो वैसी बात करते हैं। कभी मन फिसल जाता है तो कभी ज़ुबान फिसल जाती है।
  • डेमोक्रेसी का क्या है! बिजनेस हो या पॉलिटिक्स, आसानी बड़ी चीज़ है!
    राजेंद्र शर्मा
    डेमोक्रेसी का क्या है! बिजनेस हो या पॉलिटिक्स, आसानी बड़ी चीज़ है!
    03 Apr 2021
    कटाक्ष: डुइंग पॉलिटिक्स की आसानी मांगे डाइरेक्ट राज--इधर राजा, उधर प्रजा। बीच में बाक़ी किसी की भी क्या ज़रूरत है? कानून, संविधान, नागरिक, अदालत, यूनिवर्सिटी, संसद, वगैरह, किसी की भी क्या ज़रूरत है?…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License