NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu

Ghazal

Primary tabs

  • All(active tab)
  • Articles
  • Videos
  • Interviews
  • poem
    न्यूज़क्लिक डेस्क
    वो राजा हैं रियासत के, नफ़ा नुकसान देखेंगे/ नियम क़ानून तो उनके बड़े दीवान देखेंगे
    18 Oct 2020
    आगरा के रहने वाले और भारतीय खाद्य निगम से उप महाप्रबंधक पद से सेवानिवृत्त हुए अशोक रावत हमारे दौर के एक ऐसे गंभीर और विश्वसनीय शायर हैं जिनका क़लम न केवल दौरे हाज़िर का बयान करता है, बल्कि एक ज़रूरी…
  • इतवार की कविता
    न्यूज़क्लिक डेस्क
    अवधी में ग़ज़ल: ...मंदिर मस्जिद पेट हमार न भरिहैं साहेब
    11 Oct 2020
    हिंदी-उर्दू के मशहूर शायर ओम प्रकाश नदीम ने अवधी बोली में ग़ज़ल कहने की कोशिश की है और ये कोशिश बेहतरीन साबित हुई है। नदीम साहब ने अपने पूरे तेवर और सरोकार के साथ ये ग़ज़लें कहीं हैं। ‘इतवार की कविता’…
  • Sunday Poem
    न्यूज़क्लिक डेस्क
    क्या हुआ छिन गई अगर रोज़ी, वोट डाला था इस बिना पर क्या!
    12 Jul 2020
    “अक़्ल की बात और भक्तों से/ अक़्ल पे पड़ गए हैं पत्थर क्या!”, हिन्दी के प्रसिद्ध आलोचक, शिक्षक और संस्कृतिकर्मी आशुतोष कुमार ने अपनी रचना में बहुत ही शानदार ढंग से व्यंग्यात्मक लहज़े में समय-समाज का…
  • poverty
    न्यूज़क्लिक डेस्क
    मुफ़्त में राहत नहीं देगी हवा चालाक है...
    28 Jun 2020
    ‘इतवार की कविता’ में पढ़ते हैं मशहूर शायर ओम प्रकाश नदीम की कुछ शानदार ग़ज़लें।
  • muzaffarnagar accident
    न्यूज़क्लिक डेस्क
    ...गले में दिल को लिए चीख़ता है सन्नाटा
    17 May 2020
    “वो इंतज़ाम करेंगे ज़रूर चीख़ों का/ कि चैनलों के लिए बेमज़ा है सन्नाटा।” या फिर “सत्ता के हिप्नोटिज़्म की सब हैं गिरफ़्त में/ उनका फ़रेब तोड़ने वाला नहीं मिला।” इस तेवर के साथ हमारे समय की तल्ख़…
  • bhagat singh
    न्यूज़क्लिक डेस्क
    हमें ये शौक़ है देखें सितम की इंतिहा क्या है...
    22 Mar 2020
    आइए आज ‘इतवार की कविता’ में पढ़ते हैं एक ऐसी ग़ज़ल जो अमर शहीदों के तेवर से मेल खाती है और जिसके कई शेर भगतसिंह को बहुत पसंद थे। और उन्हीं के नाम से मंसूब हो गए।
  • violence
    न्यूज़क्लिक डेस्क
    उसने गोली चलाई और कहा, 'सर जी! हालात कंट्रोल में हैं'…
    01 Mar 2020
    दिल्ली में हुई दर्द और नफ़रत से भरी हिंसा और दिल्ली पुलिस की भूमिका पर लगे सवालिया निशान के बीच, हम आपके बीच साझा कर रहे हैं शाहबाज़ रिज़वी की एक ग़ज़ल, और इदरीस बाबर की एक नज़्म।
  • shaheen bagh
    अशोक रावत
    “बाहर निकलो डरना छोड़ो...ज़िंदा हो तो मरना छोड़ो”
    16 Feb 2020
    ‘इतवार की कविता’ में आज पढ़ते हैं हमारे दौर के अहम शायर अशोक रावत की दो ग़ज़लें।
  • rahat indori
    न्यूज़क्लिक टीम
    मुझे अम्न और मोहब्बत का हिन्दुस्तान चाहिए : राहत इंदौरी
    29 Mar 2019
    राहत इंदौरी को अपने ख़्वाबों का भारत चाहिए, अपने बुजुर्गों का हिन्दुस्तान चाहिए। अम्न, सुकून, और मोहब्बतों का हिन्दुस्तान। सच्चाई, ईमानदारी का हिन्दुस्तान। जी हां, मशहूर शायर राहत इंदौरी ने अपने यही…
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License