NewsClick

NewsClick
  • English
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • हमारे लेख
  • हमारे वीडियो
search
menu

सदस्यता लें, समर्थन करें

image/svg+xml
  • सारे लेख
  • न्यूज़क्लिक लेख
  • सारे वीडियो
  • न्यूज़क्लिक वीडियो
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • विज्ञान
  • संस्कृति
  • भारत
  • अंतरराष्ट्रीय
  • अफ्रीका
  • लैटिन अमेरिका
  • फिलिस्तीन
  • नेपाल
  • पाकिस्तान
  • श्री लंका
  • अमेरिका
  • एशिया के बाकी
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें
सब्सक्राइब करें
हमारा अनुसरण करो Facebook - Newsclick Twitter - Newsclick RSS - Newsclick
close menu
भारत
राजनीति
असम: नागरिकता कानून के विरोध में बंद
तकरीबन 50 संगठनों ने आज असम बंद का आह्वान किया हैI
न्यूज़क्लिक रिपोर्ट, आईएएनएस
23 Oct 2018
Assam Bandh
Image Courtesy: Deccan Herald

गुवाहाटी: तकरीबन 50 संगठनों ने आज असम बंद का आह्वान किया हैI सुबह ही प्रदर्शनकारी रेल की पटरियों बैठ गये और बैरीकेड भी खड़े करने की कोशिश की ताकि पूरे राज्य में रेल सेवा अवरुद्ध की जा सकेI  

नवम्बर के अंत में शुरू होने वाले संसद के शीत सत्र में केंद्र सरकार नागरिकता (संशोधन) कानन-2016 को पारित करने की कोशिश करने वाली हैI इसी का विरोध करने के लिए कृषक मुक्ति संग्राम समिति (KMSS), असोम जतियाताबादी युबा छात्र परिषद् (AJYCP) सहित अन्य कई संगठनों ने इस 12 घंटों के बंद का आह्वान किया थाI   

संयुक्त संसदीय कमेटी (JPC) ने गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय के साथ एक मीटिंग कीI इसके बाद कांग्रेस और ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट ने भी इस बंद का समर्थन कियाI

यह कानून बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से आये गैर-मुस्लिम लोगों को देश की नागरिकता देने की बात करता हैI असम के कई संगठनों ने इसका भारी विरोध कियाI गौरतलब है कि असम में इस वक़्त भाजपा की ही सरकार है और इसके मुख्यमंत्री हैं सर्बनंदा सोनोवालI

भाजपा के नेतृत्ववाली असम सरकार में शामिल असोम गन परिषद् (AGP) ने JPC की प्रस्तावित मीटिंग के विरोध में रैली निकाल रही हैI AGP का अनुमान है कि इस रैली में कम-से-कम 50,000 लोग हिस्सा लेंगेI  

बंद बुलाने वाले संगठन इस बात का विरोध कर रहे हैं कि बिना असम का दौरा किये गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के साथ JPC की दूसरी बार मीटिंग बुलाई जा रही है और कहा जा रहा है कि यह मीटिंग तमाम विचारों का सामंजस्य करने के लिए बुलाई जा रही हैI

इसी बीच सोमवार को कुछ भाजपा नेता सोनोवाल से मिले ताकि उन्हें इस बात के लिए मनाया जा सके कि 17 नवम्बर को गुवाहाटी में होने वाली बंगाली सगठनों की मीटिंग के लिए सरकार द्वारा अनुमति न दी जायेI यह मीटिंग नागरिकता कानून के समर्थन में की जा रही हैI

असम के वित्त मंत्री बिस्वा सर्मा ने कहा कि, “17 नवम्बर को होने वाली मीटिंग से कानून व्यवस्था बिगड़ सकती हैI हम 17 नवम्बर की मीटिंग नहीं होने देंगेI”

उन्होंने कहा कि गुवाहाटी उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार बंद बुलाना गैरकानूनी हैI उन्होंने कहा कि, “कोर्ट ने बंद को गैरकानूनी कहा हैI हमें कोर्ट के निर्देश का पालन करना पड़ेगाI जिन्होंने बंद बुलाया है यदि वे कुछ नुक्सान करते हैं तो उन्हें इसकी भरपाई करनी होगीI”

KMSS ने साफ़ किया किया कि उनका संगठन बंद बुलाने का समर्थन नहीं करता लेकिन आज का बंद बुलाना उनकी मजबूरी थी क्योंकि राज्य सरकार निरंकुश हो चुकी हैI KMSS के नेता अखिल गोगोई ने कहा कि, “हम सरकार को [असम को] दूसरा जम्मू और कश्मीर या त्रिपुरा नहीं बनाने देंगे, जहाँ कि मूल निवासी अब अल्पसंख्यक बन चुके हैंI”

Assam
Assam Bandh
Citizenship Bill 2016

Related Stories

असम में बाढ़ का कहर जारी, नियति बनती आपदा की क्या है वजह?

असम : विरोध के बीच हवाई अड्डे के निर्माण के लिए 3 मिलियन चाय के पौधे उखाड़ने का काम शुरू

ज़मानत मिलने के बाद विधायक जिग्नेश मेवानी एक अन्य मामले में फिर गिरफ़्तार

असम की अदालत ने जिग्नेश मेवाणी को तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेजा

सद्भाव बनाए रखना मुसलमानों की जिम्मेदारी: असम CM

असम: बलात्कार आरोपी पद्म पुरस्कार विजेता की प्रतिष्ठा किसी के सम्मान से ऊपर नहीं

उल्फा के वार्ता समर्थक गुट ने शांति वार्ता को लेकर केन्द्र सरकार की ‘‘ईमानदारी’’ पर उठाया सवाल

गुवाहाटी HC ने असम में बेदखली का सामना कर रहे 244 परिवारों को अंतरिम सुरक्षा प्रदान की

असम: नागांव ज़िले में स्वास्थ्य ढांचा उपलब्ध होने के बावजूद कोविड मरीज़ों को स्थानांतरित किया गया

दक्षिण पश्चिम असम में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति बेहद खस्ताहाल–II


बाकी खबरें

  • वसीम अकरम त्यागी
    विशेष: कौन लौटाएगा अब्दुल सुब्हान के आठ साल, कौन लौटाएगा वो पहली सी ज़िंदगी
    26 May 2022
    अब्दुल सुब्हान वही शख्स हैं जिन्होंने अपनी ज़िंदगी के बेशक़ीमती आठ साल आतंकवाद के आरोप में दिल्ली की तिहाड़ जेल में बिताए हैं। 10 मई 2022 को वे आतंकवाद के आरोपों से बरी होकर अपने गांव पहुंचे हैं।
  • एम. के. भद्रकुमार
    हिंद-प्रशांत क्षेत्र में आईपीईएफ़ पर दूसरे देशों को साथ लाना कठिन कार्य होगा
    26 May 2022
    "इंडो-पैसिफ़िक इकनॉमिक फ़्रेमवर्क" बाइडेन प्रशासन द्वारा व्याकुल होकर उठाया गया कदम दिखाई देता है, जिसकी मंशा एशिया में चीन को संतुलित करने वाले विश्वसनीय साझेदार के तौर पर अमेरिका की आर्थिक स्थिति को…
  • अनिल जैन
    मोदी के आठ साल: सांप्रदायिक नफ़रत और हिंसा पर क्यों नहीं टूटती चुप्पी?
    26 May 2022
    इन आठ सालों के दौरान मोदी सरकार के एक हाथ में विकास का झंडा, दूसरे हाथ में नफ़रत का एजेंडा और होठों पर हिंदुत्ववादी राष्ट्रवाद का मंत्र रहा है।
  • सोनिया यादव
    क्या वाकई 'यूपी पुलिस दबिश देने नहीं, बल्कि दबंगई दिखाने जाती है'?
    26 May 2022
    एक बार फिर यूपी पुलिस की दबिश सवालों के घेरे में है। बागपत में जिले के छपरौली क्षेत्र में पुलिस की दबिश के दौरान आरोपी की मां और दो बहनों द्वारा कथित तौर पर जहर खाने से मौत मामला सामने आया है।
  • सी. सरतचंद
    विश्व खाद्य संकट: कारण, इसके नतीजे और समाधान
    26 May 2022
    युद्ध ने खाद्य संकट को और तीक्ष्ण कर दिया है, लेकिन इसे खत्म करने के लिए, संयुक्त राज्य अमेरिका को सबसे पहले इस बात को समझना होगा कि यूक्रेन में जारी संघर्ष का कोई भी सैन्य समाधान रूस की हार की इसकी…
  • Load More
सब्सक्राइब करें
हमसे जुडे
हमारे बारे में
हमसे संपर्क करें

CC BY-NC-ND This work is licensed under a Creative Commons Attribution-NonCommercial-NoDerivatives 4.0 International License